आरती

शनि देव आरती

जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी | सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी || जय जय जय शनि देव ||

Aarti

वैष्णो देवी आरती

जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥

Aarti

सूर्य देव आरती

जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन। त्रिभुवन – तिमिर – निकन्दन, भक्त-हृदय-चन्दन॥

Aarti

हनुमान जी आरती

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सु धारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

Aarti

ॐ जय कलाधारी हरे बाबा बालक नाथ जी की आरती

ॐ जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे, भक्त जनों की नैया, दस जनों की नैया, भव से पार करे ||

Aarti

श्री सत्यनारायण जी आरती

जय लक्ष्मी रमना जय जय श्री लक्ष्मी रमना सत्यानारयाना स्वामी जन पटक हरना ॥

Aarti

श्री गंगा माँ आरती

ॐ जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥

Aarti

श्री विष्णु जी आरती

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे ||

Aarti