ज्वाला माता की आरती हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण होती है। ज्वाला माता हिंदू धर्म में एक महत्त्वपूर्ण देवी माँ मानी जाती हैं जिनकी आराधना विभिन्न प्रांतों में की जाती है।
ज्वाला माता की आरती का महत्व इसे गाने से भक्तों को माँ की कृपा मिलती है। इस आरती को गाने से भक्तों का मन शांत होता है और उन्हें आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है। यह आरती माँ के दर्शन करने वालों को समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति में सहायता प्रदान करती है।
ज्वाला माता की आरती को गाने से भक्तों के मन में आत्मिक उन्नति का भाव उत्पन्न होता है। इस आरती को गाने से भक्तों को मनोवैज्ञानिक तौर पर फायदे होते हैं क्योंकि यह आरती उनके विचारों को शुद्ध और सकारात्मक बनाती है।
इसलिए, ज्वाला माता की आरती का महत्व बहुत ऊँचा होता है और इसे नियमित रूप से गाया जाना चाहिए। इस आरती का गाना ज्योति जलाने वाली माँ की कृपा का एक अभिव्यक्ति होता है.
ज्वाला माता की आरती
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
मैया जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
अटल अखंड तेरी ज्योति, युग युग से ही जगे ,
ऋषि मुनि सुर नर सबको, बड़ी प्यारी माँ लागे |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
पार्वती रूप शिव शक्ति, तू ही माँ अम्बे ,
पूजे तुम्हे त्रिभुवन के, देवता जगदम्बे |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
लाखों सूरज फीके ज्योति तेरी आगे ,
तेरे चिंतन से माँ भवका भय भागे |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
चरण शरण में चल के जो तेरे द्वारे आये ,
खाली कभी न जाए, वांछित फल पाए |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
दुर्गति नाशक चंडिका, तू दानव दलनी ,
दिन हिन् की रक्षक तू ही सुख करनी |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
आठों सिद्धियाँ तेरे द्वार भरे पानी ,
दान माँ तुझसे लेते बड़े बड़े महादानी |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
चरण कमल तेरी धोकर, ध्यानु ने रस था पिया ,
तेरी धुन में खोकर, शीश तेरे भेंट किया |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
भक्तों के काज असंभव, संभव तू करती ,
सुख रत्नों से सबकी झोलियाँ तू भरती |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
धुप दीप पुष्पों से होए तेरा अभिषेक ,
तेरे दर रंक को राजा बनते हुए देखा |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
अष्ट भुजी सिंह वाहिनी तू माँ रुद्राणी ,
धन वैभव यश देना हमको महारानी |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
ज्योति बुझाने आये, राजे अभिमानी ,
हार गए वो तुमसे, मूढ़ मति अज्ञानी |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
माई ज्वाला तेरी आरती श्रद्धा से जो गाये ,
वो निर्दोष उपासक, भव से तर जाए |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुखदायी |
ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई ,
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई |