ulsi Mata Ki Aarti: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास में तुलसी पूजन करना अत्यधिक शुभ माना गया है। इस वर्ष 2024 में 18 अक्टूबर से कार्तिक मास का शुभारंभ हो रहा है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को यह माह अत्यंत प्रिय होता है। इसी कारण, इसी पवित्र समय में तुलसी पूजन का भी महत्त्व बढ़ जाता है।
तुलसी पूजन के लाभ: कार्तिक मास में तुलसी पूजन करना विशेष रूप से फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस मास में विधिपूर्वक तुलसी माता की पूजा करने से भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त होती है। इस मास में रोज़ प्रातः काल तुलसी महारानी को जल चढ़ाना अनिवार्य है। संध्या के समय गोधूलि वेला में तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाने से घर की दरिद्रता दूर होती है। तुलसी पूजन के बाद तुलसी माता की आरती (Tulsi Mata ki Aarti Lyrics)का भी विशेष महत्त्व होता है। आइए पढ़ते है तुलसी माता की आरती : 
तुलसी पूजन के दौरान तुलसी मंत्र का उच्चारण अत्यधिक फलदायी होता है:
"शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्,
शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।"
इस मंत्र के उच्चारण से मन शुद्ध होता है, आरोग्यता और धन की प्राप्ति होती है, और शत्रु-बुद्धि का नाश होता है। इस प्रकार, कार्तिक मास में तुलसी माता की विधिपूर्वक पूजा कर हम अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति को आमंत्रित कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें - Tulsi Puja: इन बातों का ध्यान रखें, मिलेगी लक्ष्मी-विष्णु की कृपाKartik Sharma, with 8 years’ experience in Vedic chanting, curates authentic Aartis, Chalisas, and Mantras, offering devotees accurate lyrics, meanings, and spiritual depth for devotional practice.