Ahoi Mata Ki Aarti: भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में मां के रूपों की पूजा विशेष स्थान रखती है। ऐसा ही एक दिव्य रूप हैं अहोई माता, जिनकी पूजा विशेष रूप से संतान की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और सुरक्षा के लिए की जाती है। अहोई अष्टमी के दिन माताएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर माता अहोई की आराधना करती हैं और पूजा के अंत में आरती गाकर देवी से आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।
इस लेख में हम "अहोई माता की आरती" (Ahoi Mata ki aarti) के पीछे की मान्यता, त्योहार की जानकारी, आरती का सही पाठ, लाभ, उच्चारण की विधि, पूजा सामग्री उपयोगी सभी जानकारी विस्तार से साझा कर रहे हैं।
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अहोई अष्टमी व्रत (Ahoi ashtami vrat) में पूजा के बाद अहोई माता की आरती करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि माता अहोई अपने भक्तों और उनकी संतानों की हर संकट से रक्षा करती हैं। जो महिलाएं पूरे श्रद्धा और सच्चे मन से उनकी आरती (Ahoi Mata Ki Aarti) करती हैं, उन पर माता विशेष कृपा बरसाती हैं। तो आइए, श्रद्धा भाव से अहोई माता का स्मरण करें और मिलकर उनकी आरती गाएं – "जय हो अहोई माता!"

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पौराणिक कथा के अनुसार, एक साहूकार की पत्नी सेही (साही) के बच्चों को मिट्टी खोदते समय घायल कर बैठी थी, जिससे माता के क्रोध से उसके सातों पुत्र मर गए। अपने पाप से दुखी होकर जब उसने प्रायश्चितस्वरूप व्रत किया, तो अहोई माता प्रसन्न हुईं और उसे संतान सुख से पुनः नवाज़ा।
इस व्रत के साथ आरती (Ahoi Mata Ki Aarti) का अत्यंत महत्व है क्योंकि यह माता के प्रति संपूर्ण समर्पण और आभार व्यक्त करने का माध्यम है।
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अहोई माता की आरती न सिर्फ पूजा की पूर्णता है, बल्कि यह भक्त और देवी के बीच आत्मिक संबंध का प्रतीक है। आरती के माध्यम से व्रती माँ, देवी से अपनी संतान की सुरक्षा, जीवन में उन्नति, बुद्धि और स्वास्थ्य की कामना करती है।
आरती (Ahoi Mata Aarti lyrics) गाते समय जो ऊर्जा उत्पन्न होती है, वह पूरे वातावरण को सकारात्मक बनाती है। यह आरती घर में शांति, सुख और समृद्धि लाने वाली मानी जाती है।
अहोई माता की आरती (Ahoi Mata Aarti) सिर्फ शब्दों का मेल नहीं, बल्कि एक माँ की संतान के लिए चिंता, स्नेह और सुरक्षा की प्रार्थना है। जब कोई व्रती महिला इस आरती को गाती है, तो वह केवल परंपरा का पालन नहीं करती, बल्कि माँ अहोई के सामने अपने संपूर्ण समर्पण का भाव अर्पित करती है।
यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे हमेशा सुरक्षित और खुश रहें, तो इस आरती को श्रद्धा से करें और माता अहोई की कृपा से अपना जीवन धन्य बनाएं।
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Kartik Sharma, with 8 years’ experience in Vedic chanting, curates authentic Aartis, Chalisas, and Mantras, offering devotees accurate lyrics, meanings, and spiritual depth for devotional practice.