हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024) किया जाता है। पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत 31 अगस्त को किया जाएगा। इस दिन भगवान शिव को प्रिय चीजों को भोग जरूर लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। चलिए इस लेख में जानते हैं महादेव के भोग के बारे में।

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 31 अगस्त को देर रात 02 बजकर 25 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 01 सितंबर को देर रात 03 बजकर 40 मिनट पर होगा। इसलिए 31 अगस्त को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024) किया जाएगा।
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।
इस मंत्र का अर्थ है कि हे भगवान जो भी मेरे पास है। वो आपका दिया हुआ है। मैं आपको दिया हुआ अर्पित करता हूं। मेरे इस भोग को आप स्वीकार करें।
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Dr. Rahul Nair, with 15+ years in student counseling, integrates psychology and spirituality to guide learners toward aligned educational paths, personal growth, and meaningful success in life.