हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह की चतुर्थी को भगवान गणेश के लिए व्रत रखने की परंपरा है। हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि अगर इस दिन भगवान गणेश की विशेष विधि-विधान से पूजा की जाए तो साधक की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 22 अगस्त 2024 को दोपहर 01:46 बजे शुरू हो रही है. यह तिथि 23 अगस्त 2024 को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में भाद्रपद मास की हेरंब संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) का व्रत 22 अगस्त, गुरुवार को रखा जाएगा।
मुदा करात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं कलाधरावतंसकं विलासिलोकरञ्जकम्।
अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ।। १।।
नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं नमत्सुरारिनिर्जकं नताधिकापदुद्धरम् ।
सुरेश्वरमं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ।। २।।
समस्तलोकशंकरं निरस्तदैत्यकुञ्जरं दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम् ।
कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करं नमस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ।। ३।।
अकिंचनार्तिमार्जनं चिरंतनोक्तिभाजनं पुरारिपूर्वनन्दनं सुरारिगर्वचर्वणम् ।
प्रपञ्चनाशभीषणं धनंजयादिभूषणं कपोलदानवारणं भजे पुराणवारणम् ।।४।।
नितान्तकान्तदन्तकान्तिमन्तकान्तकात्मजमचिन्त्यरुपमन्तहीनमन्तरायकृन्तनम्।
हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव योगिनां तमेकदन्तमेव तं विचिन्तयामि संततम् ।। ५।।
महागणेश पञ्चरत्नमादरेण योऽन्वहं प्रगायति प्रभातके हृदि स्मरन् गणेश्वरम् ।
अरोगतामदोषतां सुसाहितीं सुपुत्रतां समाहितायुरष्टभूतिमभ्युपैति सोऽचिरात् ।। ६।।
मंगलमुर्ती मोरया।।
भाद्रपद मास की हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) पर आप भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें दूर्वा और सिन्दूर आदि चढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही भगवान गणेश को उनके पसंदीदा मोदक का भोग भी अवश्य लगाना चाहिए। इससे साधक पर गणेश जी की कृपा बनी रहती है। दूर्वा चढ़ाते समय आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं -
श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि
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