August 20, 2024 Blog

Radha Ashtami Vrat: पूजा विधि और शुभ समय भाद्रपद माह में

BY : Meera Joshi – Spiritual Writer

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धार्मिक मान्यता है कि राधा अष्टमी (Radha Ashtami Vrat) के दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की विधिपूर्वक पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही आय, आयु और सौभाग्य में वृद्धि होती है। यह त्यौहार वृन्दावन और बरसाना सहित पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस त्योहार से जुड़ी अहम बातें।

Radha Ashtami Vrat: हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार राधा रानी जी का जन्म अष्टमी तिथि को बरसाना में हुआ था। इसलिए इस दिन को राधा अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस खास मौके पर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा की जाती है. इसके साथ ही शुभ फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी रखा जाता है। इस लेख में हम आपको राधा अष्टमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में बताएंगे। 

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Radha Ashtami Vrat

राधा अष्टमी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त 

पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 11 सितंबर को रात 11.46 बजे होगा. ऐसे में राधा अष्टमी (Radha Ashtami Vrat) 11 सितंबर को मनाई जाएगी.

राधा अष्टमी पूजा विधि 

राधा अष्टमी (Radha Ashtami Vrat) के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करें। सूर्यदेव को जल अर्पित करें। - अब चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं और उस पर राधा रानी और भगवान कृष्ण की मूर्ति रखें. पंचोपचार करें और राधा रानी और भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें। देसी घी की होली जलाकर आरती करें और जीवन में सुख-शांति की प्रार्थना करें। मंत्र जाप करना भी शुभ माना जाता है। पूरे दिन व्रत रखें. शाम को विधिपूर्वक पूजा और आरती करें। अंत में फल और मिठाई आदि चढ़ाकर फल खाएं। अगले दिन पूजा करके व्रत खोलें और गरीबों को विशेष चीजें दान करें।

राधा अष्टमी उपाय 

अगर आप अपना मनचाहा जीवनसाथी पाना चाहते हैं तो राधा अष्टमी (Radha Ashtami Vrat) के दिन पूजा के दौरान राधा रानी को कुमकुम का तिलक लगाएं और भगवान श्री कृष्ण को हल्दी और चंदन का तिलक लगाएं। इसके बाद आप जिस प्रेमी को पाना चाहते हैं उसका नाम एक पान के पत्ते पर लिखकर राधा रानी के चरणों में रख दें। धार्मिक मान्यता है कि इस उपाय को करने से साधक को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। 

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Author: Meera Joshi – Spiritual Writer

Meera Joshi, a spiritual writer with 12+ years’ expertise, documents pooja vidhis and rituals, simplifying traditional ceremonies for modern readers to perform with faith, accuracy, and devotion.