July 14, 2023 Blog

Dhanvantari Mantra: बीमारियों से छुटकारा पाने का आश्चर्यजनक तंत्र

BY : STARZSPEAK

धनवंतरि मंत्र एक प्राचीन मंत्र है जिसे वैदिक साहित्य में स्थान मिला है। यह मंत्र भगवान धनवंतरि को समर्पित है, जो औषधियों और स्वास्थ्य के देवता के रूप में प्रसिद्ध हैं। धनवंतरि मंत्र का जाप न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक माना जाता है। इस लेख में, हम धनवंतरि मंत्र (Dhanvantari Mantra) के महत्व और लाभों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

धनवंतरि मंत्र का अर्थ और महत्व:

धनवंतरि मंत्र का अर्थ होता है, "हे धनवंतरि, हे जगत के चिकित्सक, हमें सभी रोगों से बचाने की कृपा करें"। यह मंत्र भगवान धनवंतरि की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक माध्यम है। धनवंतरि मंत्र (Dhanvantari Mantra) के जाप से शरीर, मन, और आत्मा में स्वस्थता, शांति, और प्रकाश उत्पन्न होता है।

धनवंतरि मंत्र के लाभ:

रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास: धनवंतरि मंत्र का जाप करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। यह मंत्र (Dhanvantari Mantra) शरीर की ऊर्जा को स्थायी रूप से बढ़ाता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।

व्याधि निवारण: धनवंतरि मंत्र के जाप से शारीरिक और मानसिक रोगों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह मंत्र (Dhanvantari Mantra) रोग प्रकोप को दबाने में सहायता प्रदान करता है और शरीर को स्वस्थ और बलवान बनाने में मदद करता है।

मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य: धनवंतरि मंत्र (Dhanvantari Mantra) के जाप से मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह मंत्र चिंता, तनाव, और मन की उथल-पुथल को दूर करता है और मन को शांति और प्रकाश से पूर्ण करता है।

आध्यात्मिक संवेदनशीलता का विकास: धनवंतरि मंत्र के जाप से आध्यात्मिक संवेदनशीलता में सुधार होता है। यह मंत्र (Dhanvantari Mantra हमें अपनी आत्मा के साथ संवाद स्थापित करने में मदद करता है और हमें अपने आध्यात्मिक सफर का अनुभव करने में सहायता प्रदान करता है।

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धनवंतरि मंत्र (Dhanvantari Mantra)

ऊं नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:

अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय

त्रैलोक्यपतये त्रैलोक्यनिधये

श्री महाविष्णुस्वरूप श्री धनवंतरी स्वरूप

श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय स्वाहा।

{अर्थात्: परम भगवन को, जिन्हें सुदर्शन वासुदेव धन्वंतरि कहते हैं, जो अमृत कलश लिए हैं, सर्व भयनाशक हैं, सर्व रोग नाश करते हैं, तीनों लोकों के स्वामी हैं और उनका निर्वाह करने वाले हैं; उन विष्णु स्वरूप धन्वंतरि को सादर नमन है।}

धनवंतरि मंत्र (Dhanvantari Mantra) का जाप स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता के लिए एक प्रमुख साधन है। इस मंत्र के जाप से हम शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और खुद को एक उज्ज्वल, स्वस्थ और समृद्ध जीवन का आनंद उठा सकते हैं। यदि हम नियमित रूप से धनवंतरि मंत्र का जाप करें, तो हम अपने जीवन को संतुलित, स्वस्थ और समृद्ध बना सकते हैं।

धनवंतरि मंत्र के शानदार लाभों का आनंद उठाएं और इसे अपने जीवन में समाहित करें। यह मंत्र हमें शक्तिशाली, स्वस्थ और समृद्ध बनाने में सहायता करेगा।

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