July 7, 2023 Blog

Kaal Sarp Dosh: कुंडली में कब बनता है काल सर्प दोष, जानें लक्ष्ण और मुक्ति के आसान उपाय

BY : STARZSPEAK

ज्योतिष विज्ञान एक प्राचीन विज्ञान है जो हमें हमारे भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जानने की संभावना प्रदान करता है। कुंडली हमारे जन्म के समय की स्थिति को दर्शाती है और हमें अपने जीवन में संभावित ग्रहों के प्रभाव के बारे में बताती है। कई बार कुंडली में काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) देखा जाता है, जिसे धार्मिक मान्यताओं में खास महत्व दिया जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि काल सर्प दोष कब और कैसे बनता है, इसके लक्षण और उपाय।

भाग 1: काल सर्प दोष क्या होता है?

काल सर्प (Kaal Sarp Dosh) दोष एक ऐसी स्थिति होती है जब कुंडली में राहु और केतु ग्रह अशुभ स्थान पर स्थित होते हैं। यह एक शापित दोष माना जाता है और इसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। काल सर्प दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में विभिन्न संकट, समस्याएं, और अवरोधों का कारण बन सकता है।

भाग 2: काल सर्प दोष के लक्षण

काल सर्प दोष के कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

निरंतर धन संकट: यदि काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) होता है, तो व्यक्ति को निरंतर वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। धन की कमी, ऋणों की बढ़ती संख्या, व्यापार में नुकसान आदि इस दोष के चलते हो सकती है।

परिवारिक संकट: काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) व्यक्ति के परिवार में भी संकटों का कारण बन सकता है। परिवार में विवाद, संतानों की समस्या, पति-पत्नी के बीच तकरार आदि काल सर्प दोष के प्रभाव के कारण हो सकती हैं।

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Kaal Sarp Dosh

भाग 3: काल सर्प दोष के उपाय

काल सर्प दोष के निवारण के लिए कुछ प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:

काल सर्प दोष शांति पूजा: एक प्रमुख उपाय है काल सर्प दोष शांति (Kaal Sarp Dosh) पूजा का आयोजन करना। इस पूजा में एक पंडित जी आपके नाम कुंडली में दोष को शांत करने के लिए मंत्र और मंत्रोचार का आयोजन करते हैं। यह पूजा आपको दोष से मुक्ति दिलाने में मदद कर सकती है।

राहु-केतु की शांति के उपाय: काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) के उपायों में राहु और केतु की शांति करना भी शामिल है। इसके लिए, विशेषज्ञ ज्योतिषी द्वारा सुझाए गए विधियों का पालन करें। इनमें विशेष मंत्र और रुद्राक्ष माला के प्रयोग की सलाह दी जाती है।

सर्प यन्त्र का उपयोग: कुछ लोग सर्प यन्त्र का उपयोग करके भी काल सर्प दोष के प्रभाव को कम करने का प्रयास करते हैं। यन्त्र को पूर्वाह्न में पवित्र धूप, दीप, फूल और अर्क के साथ पूजा करना चाहिए।

सर्प रत्न का धारण: कुछ लोग सर्प रत्न के धारण से भी दोष से छुटकारा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। माणिक्य रत्न, मूंगा रत्न और गोमेद रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है। इन रत्नों को सही रूप में पहनने के लिए पहले एक ज्योतिषी की सलाह लेना चाहिए।

काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दोष है जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ सकता है। लक्षणों में विवाद, धन संकट और परिवारिक समस्याएं शामिल हो सकती हैं। काल सर्प दोष शांति पूजा, राहु-केतु की शांति, सर्प यन्त्र और सर्प रत्न के उपयोग जैसे उपायों से इस दोष को निवारण किया जा सकता है। गहरे विश्वास और विशेषज्ञ की सलाह आपको सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकती है।

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