काल भैरव अष्टकम (Kalabhairava Ashtakam), एक प्रमुख देवता के रूप में जानी जाती है जिसे हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। भगवान काल भैरव को भोलेनाथ शिव के एक अभिन्न रूप माना जाता है जिनकी पूजा और अराधना से व्यक्ति को अनुग्रह प्राप्त होता है। काल भैरव अष्टकम, जिसे श्रद्धा भक्ति के साथ पठने से भक्त को शक्ति, सुरक्षा और साधना में सफलता मिलती है। इस अष्टकम में काल भैरव के गुण, महिमा और महत्व का वर्णन किया गया है जो उनके भक्तों को प्रेरित करता है और उनकी आराधना में नवीनता और आनंद प्रदान करता है।
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कालभैरवाष्टकम् (Kalabhairava Ashtakam) हिंदी अर्थ सहित
जिनके चरणों की पूजा देवराज इंद्र नित्य करते हैं, जो चंद्रमा और सांप (सर्प) को शिरोभूषण के रूप में धारण करते हैं, जो दिगंबर जी के वेश में हैं और जिनकी पूजा नारद और अन्य योगियों द्वारा की जाती है, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो सूर्य के समान प्रकाश फैलाते हैं, भगवान का अभिन्न अंश हैं, जिनका गला नीला है और संसारिक सुख-दुख का निर्माता हैं और जिनके तीन नेत्र हैं। जो काल के भी काल हैं, जिनके त्रिशूल से तीनों लोकों का पालन किया जाता है और जो अमर हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो दोनों हाथों में त्रिशूल, फण्डा, कुल्हाड़ी और दंड धारण करते हैं, सृष्टि का कारण हैं, जो आदिदेवता के अधिष्ठान हैं और जो संसारिक दुःखों से परे हैं, जिन्हें तांडव नृत्य का आनंद है, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो मुक्ति प्रदान करने वाले हैं, शुभता और आनंद के रूप में विभूषित हैं, जो भक्तों का सदैव प्रेम करते हैं और जो तीनों लोकों में स्थित हैं। जो घंटीयों को अपनी कमर में धारण करते हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो सभी धर्मों की संरक्षा करते हैं और अधर्म का नाश करते हैं, कर्मों से मुक्ति प्रदान करते हैं। जो सोने रंग के सांप से सजे हुए हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जिनके पैरों पर रत्न जड़े हैं, जो इष्ट देवता और परम पवित्र हैं। जो दांतों से मृत्यु का भय दूर करते हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जिनकी हंसी की ध्वनि से ब्रह्मा के सभी कृतियाँ थम जाती हैं, जिनकी दृष्टि से पापों का नाश होता है, जो अष्ट सिद्धियाँ प्रदान करते हैं और मुंडी धारण करते हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो भूतों और प्रेतों के राजा हैं और विशाल कीर्ति प्रदान करने वाले हैं, जो सत्य और न्याय का पथ दिखाते हैं, जो जगत के स्वामी हैं, मैं उन काशी के नाथ कालभैरव को भजता हूं।
जो कालभैरव की पूजा करते हैं, वे ज्ञान और मोक्ष को प्राप्त करते हैं। पुण्य प्राप्त करते हैं और मृत्यु के बाद शोक, दुःख, क्रोध आदि को नष्ट करने वाले भगवान कालभैरव के पवित्र चरणों को प्राप्त करते हैं।
कालभैरवाष्टकम् को पढ़ने के कई फायदे हैं। यह श्लोक संग्रह कशी के नाथ कालभैरव की महिमा, शक्ति और आराधना को स्तुति करता है। इसके पठन से निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं:
यदि किसी व्यक्ति को कालभैरवाष्टकम् के पाठ की नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए, तो उसे इन फायदों को अनुभव करने की संभावना होती है। हालांकि, हमेशा ध्यान दें कि किसी भी पूजा, मंत्र या अष्टकम् का पाठ करने से पहले उचित विधि, मार्गदर्शन और गुरु की सलाह लेना आवश्यक है।
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