January 20, 2023 Blog

जय अम्बे गौरी: श्री दुर्गाजी की आरती – Durga Aarti Lyrics

BY : STARZSPEAK

देवी दुर्गा शक्ति, शक्ति और सुंदरता का प्रतीक हैं। उन्हें योद्धा देवी के रूप में भी जाना जाता है और नवरात्रि के दौरान लोग नौ अलग-अलग रूपों में उनकी पूजा करते हैं। आमतौर पर, दुर्गा के भक्त उनकी पूजा करते समय मंत्रों का उच्चारण करते हैं और भजन गाते हैं। इस दौरान माता की पूजा करने वाले लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनकी आरती उतारते हैं और भजन गाते हैं। अगर आप देवी दुर्गा की आरती करना चाहते हैं, तो आप इसके बारे में यहां पढ़ सकते हैं।

Durga aarti jai ambe gauri lyrics hindi – जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
 
|| दुर्गा माँ की आरती ||

जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रम्हा शिवरी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
 
मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमदको।
उज्जवल से दोऊ नैना चन्द्रवदन नीको॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
 
कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजे।
रक्तपुष्प गल माला कण्ठन पर साजे॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
 
केहरि वाहन राजत खड्ग खप्पर धारी।
सुर नर मुनि जन सेवत तिनके दुःख हारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
 
कानन कुंडल शोभित नासाग्रे मोती।
कोटिक चंद्र दिवाकर राजत सम ज्योति॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
 
शुंभ निशंभु विदारे महिषासुरधाती।
धूम्रविलोचन नैना निशदिन मदमाती॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।


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Durga Aarti Lyrics

चण्ड मुण्ड संहारे शोणित बीज हरे।
मधु कैटभ दोउ मारे सुर भयहीन करे॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

ब्रम्हाणी रुद्राणी तुम कमलारानी।
आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

चौसंठ योगिनी गावत नृत्य करत भैरों।
बाजत ताल मृदंगा अरु डमरु॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

तुम ही जग की माता तुम ही हो भरता।
भक्तन की दुख हरता सुख सम्पत्ति कर्ता॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

भुजा चार अति शोभित वर मुद्रा धारी।
मनवांछित फल पावत सेवत नर नारी॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

कंचन थाल विराजत अगर कपूर बात्ती।
श्री माल केतु में राजत कोटि रतन ज्योती॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। 

श्री अम्बे जी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी सुख संपत्ति पावे॥
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी॥





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