By: Amit khare
आप जल्द ही नए वर्ष यानि कि 2019 में प्रवेश करने जा रहे हैं। नए वर्ष में प्रवेश करते ही आपकी यह जानने की उत्सुकता भी बढ़ जाती है कि आने वाला समय आपके लिए क्या लेकर आएगा। आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे या नहीं। क्या आपके करियर को नया मुकाम हासिल हो पाएगा। ग्रहों की चाल कैसी रहेगी। शनि का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा। राहू का परिवर्तन क्या कुछ लेकर आएगा। आइये जानते हैं ज्योतिषियों के अनुसार कैसी होगी आपकी राशियों की ग्रह दशा-
1) मेष राशि- मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह होता है। मंगल ग्रह को आक्रात्मकता का प्रतीक माना जाता है। वर्ष की तिमाही के अंत में गुरु ब्रहस्पति आपकी राशि में प्रवेश करेंगे। यह समय छात्रों के लिए महत्वपूर्ण होगा। गुरु ग्रह के परिवर्तन के कारण धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। धार्मिक यात्रा का योग बनेगा। मेष राशि के दसवें भाव में केतु होने के कारण व्यापर में बदलाव होंगे। वर्ष की तीसरी तिमाही के शुरूआती हिस्से में शनि भाग्य पर स्थान में प्रवेश कर जायेंगे।
2) वृष राशि- वृष राशि का ग्रह स्वामी शुक्र है। यह आराम, सुख, कला आदि का प्रतीक होता है। वृष राशि में गुरु ग्रह के परिवर्तन की वजह से वैवाहिक जीवन में खुशियाँ आयेगीं। भाग्य भाव में केतु होने के कारण भाग्योदय होगा। मार्च माह के उतरार्ध में मंगल आपकी राशि में प्रवेश करेगा। इस समय सेहत का ध्यान रखें। अप्रैल के अंत में शनि वक्री होंगे। इस दौरान यात्रा में सावधानी बरतने की जरुरत होगी।
3) मिथुन राशि- मिथुन राशि का ग्रह स्वामी बुध है। यह तेज स्वाभाव के लिए जाने जाते हैं। गुरु ग्रह के परिवर्तन के कारण इस राशि के व्यक्तियों को हर कार्य में सावधानी बरतने की जरुरत होगी। आपके अष्टम भाव में केतु होगा जो कि स्वास्थ्य के नज़रिए से महत्त्वपूर्ण होता है। वर्ष की पहली तिमाही के मध्य में मंगल आपके लाभ स्थान में प्रवेश करेगा। इससे आर्थिक लाभ होंगे। मार्च के अंत में ब्रहस्पति अपनी राशि बदलकर आपकी राशि के सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। यह समय शादीशुदा लोगों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। सितम्बर माह के उतरार्ध में शनि आपकी राशि के लिए अग्रसर होंगे। यह समय आपके लिए बहुत शुभ रहेगा।
4) कर्क राशि- कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। इस राशि के लोग स्वाभाव से काफी भावनात्मक होते हैं। गुरु ग्रह के परिवर्तन के कारण आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है। केतु आपके सप्तम भाव में मौजूद होगा। अतः आपको अपना लाइफ पार्टनर मिल सकता है। मार्च महीने के अंतिम दिनों में गुरु देव ब्रहस्पति अपनी राशि बदलेंगे। वह समय आपके लिए लाभकारी होगा। अप्रैल के अंत में शनि छठें स्थान में वक्री होंगे। पुराने दुश्मनों से चौकन्ने रहने की जरुरत होगी।
5) सिंह राशि- सिंह राशि का ग्रह स्वामी सूर्य होता है। यह ऊर्जा और रचनात्मक शक्ति का प्रतीक होता है। आपकी राशि में गुरु ग्रह के परिवर्तन की वजह से वाद-विवाद होने की संभावना है। केतु छठें भाव में विराजमान होगा। करियर में बड़े बदलाव आयेंगे। मार्च के अंतिम दिनों में गुरु ब्रहस्पति का परिवर्तन आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। इस दौरान आप खूब नाम कमाएंगे। 30 अप्रैल को पंचम भाव में गोचर कर रहे शनि भी वक्री होंगे। शादीशुदा लोगों के लिए कुछ दिक्कतें उत्पन्न होंगी।
6) कन्या राशि- कन्या राशि का स्वामी बुध होता है। इस राशि के लोग काफी मिलनसार होते हैं। गुरु ग्रह का परिवर्तन खुशियाँ लेकर आएगा। विवाह के योग बनेंगे। ढाई साल तक केतु आपकी राशि के पांचवे भाग में रहेगा। यह समय विद्यार्थियों के लिए अनुकूल होगा। मार्च माह के प्रथम सप्ताह में राहू आपके लाभ घर से कर्मभाव में जाएगा। कार्यस्थल में बदलाव होगा। अप्रैल के अंत में शनि वक्री हो रहे हैं। कामकाज में रुकावटें आयेगीं।
7) तुला राशि- शुक्र इस राशि के स्वामी हैं। इस राशि के जातक खुशमिजाज होते हैं। केतु आपकी राशि के चौथे भाव में होगा। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। गुरु ग्रह के बदलाव की वजह से कार्यक्षेत्र में मेहनत करनी होगी। मंगल की अष्टम दृष्टी से स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं होंगी। मार्च माह के अंतिम दिनों में गुरु ब्रहस्पति आपकी राशि के धन भाव से पराक्रम भाव में शनि के साथ चले जायेंगे। अप्रैल के अंत में पराक्रम भाव में गोचर कर रहे शनि वक्री हो जायेंगे। भाग्य का सहयोग मिलेगा।
8) वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं जो साल की शुरुआत में पंचम भाव में विराजमान हैं। इस राशि के जातक बेहद उत्साही और आकर्षक होते हैं। गुरु ग्रह के परिवर्तन के चलते घर में संतान जन्म ले सकती है। आपकी राशि के तृतीय भाव में केतु की उपलब्धता शुभ फल देगी। मार्च माह के प्रथम सप्ताह में आपकी राशि में राहू का परिवर्तन अष्टम भाव से होगा। धन निवेश करने के लिए यह समय उचित होगा।
9) धनु राशि- धनु राशि का स्वामी ग्रह ब्रहस्पति होता है। इस राशि के लोग काफी भावुक होते हैं। गुरु ग्रह के बदलाव की वजह से स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ेगा। आपकी राशि के द्वितीय भाव में केतु होने से आय में इजाफा होगा। मार्च के अंतिम दिनों में गुरु ब्रहस्पति द्वादश भाव से आपकी राशि में प्रवेश करेंगे। राजनीती से जुड़े लोगों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। अप्रैल माह के अंतिम दिनों में शनि वक्री होंगे। इस दौरान अधिक मेहनत करनी होगी।
10) मकर राशि- मकर राशि का स्वामी शनि होता है। यह लोग काफी मेहनती और संवेदनशील होते हैं। आपकी राशि के लग्न भाव में केतु का परिवर्तन होगा। आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकेंगे। मार्च 7 को राहू आपकी राशि के छठें घर में आएगा। इससे धन लाभ होगा। मार्च महीने के अंतिम दिनों में गुरु आपकी राशि से बारहवें भाव में शनि के साथ आयेंगे। इस दौरान समाजिक रूप से आप काफी सक्रीय रहेंगे।
11) कुंभ राशि- कुंभ राशि के स्वामी भी शनि हैं। इस राशि के जातक बुद्धिमान एवं शांत स्वाभाव के होते हैं। गुरु ग्रह के परिवर्तन की वजह से इस राशि के लोगों को आर्थिक लाभ मिलेंगे। आपकी राशि में केतु बारहवें भाव में होगा। मार्च के प्रथम सप्ताह में राहू आपकी राशि के पांचवे भाव में प्रवेश करेगा। आपके रिश्ते मधुर होंगे। मार्च के अंतिम दिनों में गुरु ब्रहस्पति आपकी राशि से लाभ घर में शनि के साथ आयेंगे। व्यापार के लिये यह समय अच्छा नहीं होगा।
12) मीन राशि- आपकी राशि के स्वामी ब्रहस्पति हैं। इस राशि के लोग काफी ज्ञानी और कलात्मक होते हैं। केतु आपकी राशि के ग्यारहवें भाग में मौजूद है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। गुरु ग्रह का बदलाव आने वाला समय बेहतर लाएगा। 30 मार्च को गुरु ब्रहस्पति भाग्य घर से कर्मभाव में आ जायेंगे। व्यवसाय में प्रतिद्वंदिओं का सामना करना पड़ेगा। अप्रैल के अंतिम दिन शनि जो आपकी राशि से कर्मभाव में गोचर कर रहे हैं वक्री होंगे। यह समय कुछ परेशनियाँ लेकर आ सकता है।
Shilpa Menon, with 9+ years’ experience, combines numerology and business coaching to help entrepreneurs launch, align, and grow ventures with strategies that drive both prosperity and confidence.