शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत से योगासन व व्यायाम किए जाते है लेकिन उन सब मे सबसे श्रेष्ठ सूर्य नमस्कार माना जाता है । सूर्य नमस्कार प्रारम्भ में थोड़ा कठिन लगता है लेकिन इसके नियमित अभ्यास से हम इसे आसानी से कर सकते है ।
सूर्य नमस्कार के बारे में कहा जाता है की इसके बारह प्रकार बारह तरह की बीमारियों को दूर करते है ।
सूर्य नमस्कार करने से हमारे शरीर में रक्त का संचार ठीक प्रकार होता है जिससे शरीर में स्फूर्ती बनी रहती है ।
इसको करने से शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी बनी रहती है, शरीर लचीला होता है तथा व्यक्ति एक्टिव रहता है ।
जो लोग नियमित इसका अभ्यास करते है उनकी त्वचा दमकने लगती है तथा उन्हें त्वचा सम्बन्धी रोग भी नहीं होते।
सूर्य नमस्कार में बार बार आगे झुकने से पाचन क्रिया ठीक रहती है तथा त्वचा सम्बन्धी रोग भी नहीं होते । कब्ज तथा पाइल्स जैसी समस्या में राहत मिलती है ।
इसको करने से शरीर को अतिरिक्त विटामिन डी मिलता है जिससे हड्डिया मजबूत होती है, इस आसन को करने से रीड की हड्डी को मजबूती मिलती है ।
इसको करने से शरीर रिलैक्स होता है इसलिए जिन लोगो को अनिद्रा की समस्या है उनको इसका अभ्यास अवशय करना चाहिए ।
इसके अभ्यास से शरीर में से अतिरिक्त चर्बी बाहर निकल जाती है तथा वजन नियंत्रित हो जाता है ।
गर्भवती महिला को यह आसन नहीं करना चाहिए ।
यदि किसी महिला को मासिक धर्म सम्बन्धी समस्या हो तो इस आसन को करने से लाभ होता है और पीरियड्स रेगुलर हो जाते है ।