प्रत्येक रत्न को धारण करने के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए, स्त्रियों को रत्न बाए हाथ में धारण करना चाहिए तथा पुरुषों को दाहिने हाथ में रत्न अपना पूरा प्रभाव देता है।
मोती रत्न से चन्द्रमा का प्रभाव देखने को मिलता है, मोती धारण करने से तीन दिन बाद अपना प्रभाव देता है, मोती सोमवार के दिन 4 से 6 कैरट की चांदी की धातु में बनवा कर धारण करना चाहिए ।
माणिक्य अपना प्रभाव तीस दिन के बाद देता है, यह रत्न रविवार के दिन पांच से आठ कैरट का अनामिका ऊँगली में धारण करना चाहिए ।
मूंगा अपना प्रभाव धारण करने के 21 दिन के बाद दिखाता है, यह रत्न मंगलवार के दिन 6 से 8 कैरट का अनामिका ऊँगली में धारण करना चाहिए ।
पन्ना रत्न अपना प्रभाव सात दिन के बाद दिखाता है, यह रत्न बुधवार के दिन 3 से 5 कैरट का कनिष्ठा ऊँगली में धारण करना श्रेष्ठ रहता है ।
पुखराज अपना प्रभाव 15 दिन के बाद देता है, यह रत्न 4 से 8 कैरट का गुरुवार के दिन तर्जनी ऊँगली में धारण करना श्रेष्ठ रहता है ।
नीलम अपना प्रभाव धारण करने के 2 दिन के बाद दिखाता है, यह रत्न 4 से 8 कैरट का शनिवार के दिन धारण करना चाहिए, इसे मध्यमा ऊँगली में धारण करना चाहिए ।
हीरा अपना प्रभाव 22 दिन के बाद देता है, यह रत्न 1 से 2 कैरट का शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए, इसे मध्यमा ऊँगली में धारण करना चाहिए ।
Meenal Agrawal, a gemstone advisor with 7 years’ experience, guides readers on choosing authentic birthstones and crystals, using astrology to enhance spiritual strength, balance, and personal well-being.