February 18, 2025 Blog

Shani Gochar 2025 : क्या होता है शनि का गोचर इस साल किन राशियों की चमकेगी किस्मत

BY : STARZSPEAK

क्या होता है शनि का गोचर (What Is Shani Gochar)

शनि ग्रह का गोचर जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है, क्योंकि यह ग्रह बहुत धीमी गति से चलता है और लगभग ढाई वर्षों में राशि बदलता है। इस कारण शनि का प्रभाव काफी लंबे समय तक रहता है। शनि का गोचर (Shani Gochar 2025), जो कि वक्री अवस्था में भी हो सकता है, अक्सर संघर्ष और विलंब का कारण बनता है, जिससे व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने में देरी हो सकती है।

शनि का महत्व:

भारतीय ज्योतिष में शनि को एक न्यायप्रिय ग्रह माना गया है, जो कर्मों के आधार पर फल देता है। हालांकि शनि को पापी और क्रूर ग्रह माना जाता है, उनका असली स्वभाव न्याय प्रदान करना है। वे बुरे कर्म करने वालों को दंडित करते हैं, जबकि अच्छे कर्मों को पुरस्कार देते हैं। शनि का असर विशेष रूप से नौकरी और व्यापार पर गहरा होता है।

शनि के गोचर का प्रभाव (Effect Of Shani Gochar)

शनि का गोचर विभिन्न भावों में अलग-अलग असर डालता है। हर राशि में शनि का गोचर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं।

  • प्रथम भाव में शनि का गोचर आम तौर पर अनुकूल नहीं माना जाता है। इसमें भाग्य का साथ न मिलने, तनाव और आर्थिक परेशानियों का सामना करने की संभावना रहती है।
  • द्वितीय भाव में शनि का गोचर (Shani Gochar 2025) पारिवारिक जीवन और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
  • तृतीय भाव में शनि का गोचर शुभ फल देता है, आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और जीवन के विभिन्न पहलुओं में सफलता मिलती है।
  • चतुर्थ भाव में शनि का गोचर (Shani Gochar 2025) पारिवारिक विवाद, आर्थिक अस्थिरता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • षष्टम भाव में शनि का गोचर शुभ माना जाता है, क्योंकि यह शत्रुओं पर विजय और व्यापार में सफलता देता है।
  • सप्तम भाव में शनि का गोचर (Shani Gochar 2025) जीवनसाथी या व्यवसायिक साझेदार से मतभेद पैदा कर सकता है।
  • अष्टम भाव में शनि का गोचर शारीरिक कष्ट और आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है।
  • नवम भाव में शनि का गोचर नौकरी में बदलाव और लंबी यात्राओं के संकेत देता है।
  • दशम भाव में शनि का गोचर करियर में समस्याएँ और तनाव ला सकता है।
  • एकादश भाव में शनि का गोचर (Shani Gochar 2025) शुभ होता है, जो आर्थिक लाभ और अच्छे रिश्तों को बढ़ावा देता है।
  • द्वादश भाव में शनि का गोचर मानसिक तनाव और धन की कमी का कारण बन सकता है।

शनि का प्रभाव व्यक्ति के कर्मों और जीवन के अनुसार बदलता रहता है। यदि शनि की दशा (Shani Gochar 2025) शुभ हो, तो जीवन में समृद्धि और सफलता की संभावना रहती है। लेकिन जब शनि कष्ट देने वाले प्रभाव डालते हैं, तो जीवन में संघर्ष और समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे समय में शांति के उपाय, जैसे शनिवार को व्रत रखना, शनि यंत्र का उपयोग करना और दान करना, शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। 


shani gochar 2025

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Shani Gochar 2025: नया साल 2025 शुरू हो चुका है, और इस वर्ष न्याय व कर्मफलदाता शनि देव करीब ढाई साल बाद अपनी राशि बदलने वाले हैं। शनि का राशि परिवर्तन ज्योतिष में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वर्तमान में शनि अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान हैं, लेकिन 29 मार्च 2025 को वे इस यात्रा को समाप्त कर गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे। इस परिवर्तन के साथ साढ़ेसाती (Shani Ki sade Sati) और ढैय्या में बदलाव देखने को मिलेगा। कुछ राशियों पर साढ़ेसाती की शुरुआत होगी, तो कुछ जातकों को इससे मुक्ति मिलेगी। आइए जानते हैं, शनि के मीन राशि में प्रवेश करने से किन राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। (Shani Gochar 2025)

शनिदेव का राशि परिवर्तन: इन दो राशियों की बदल जाएगी किस्मत!

ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय के देवता माना जाता है, जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। अगर कोई अच्छे कर्म करता है, तो उसे सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है, लेकिन गलत कर्म करने वालों को संघर्ष और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

इस साल चैत्र अमावस्या के दिन शनिदेव अपनी राशि बदलने जा रहे हैं, जिससे कई राशियों के जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। खासतौर पर दो राशियों के लिए यह परिवर्तन बेहद शुभ रहेगा, क्योंकि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे और उनकी किस्मत चमक उठेगी। आइए जानते हैं कि वे कौन-सी भाग्यशाली राशियाँ हैं और इस बदलाव से उन्हें क्या लाभ मिलेगा।


तुला राशि पर शनिदेव की कृपा: सुख, समृद्धि और सफलता का समय!

शनिदेव की विशेष कृपा तुला राशि के जातकों पर बनी रहती है, जिससे उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और सुख की प्राप्ति होती है। इस बार के राशि परिवर्तन के दौरान तुला राशि के लोगों को कई शुभ परिणाम मिल सकते हैं।

इस समय आपको आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी और धन-संपत्ति अर्जित करने के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। अगर किसी कर्ज से परेशान थे, तो उससे मुक्ति मिलने के संकेत हैं। दान-पुण्य करने से भाग्य का साथ मिलेगा और समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। साथ ही, इस दौरान धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी, जिससे मन को शांति मिलेगी।

हालांकि, इस शुभ समय में अहंकार और कठोर वाणी से बचना बेहद जरूरी होगा। विनम्रता बनाए रखें, तभी शनिदेव की कृपा आपके जीवन में स्थायी रूप से बनी रहेगी।


मकर राशि के लिए शनिदेव का आशीर्वाद: सफलता और समृद्धि का समय!

शनिदेव के राशि परिवर्तन से मकर राशि के जातकों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। लंबे समय से चली आ रही साढ़ेसाती (Shani Ki Sade Sati) समाप्त होगी, जिससे करियर और व्यापार में आ रही रुकावटें दूर होंगी। अब आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे और हर शुभ प्रयास में सफलता मिलने की संभावना बढ़ेगी।

इस परिवर्तन के दौरान आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और नए अवसर मिल सकते हैं। आप अपनी बुद्धिमत्ता और संचार कौशल से धन अर्जित करने में सफल रहेंगे। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और राजनीति से जुड़े लोगों के लिए यह समय बेहद अनुकूल रहेगा। अगर राजनीति में कदम रखना चाहते हैं, तो यह एक बेहतरीन अवसर हो सकता है।

हालांकि, इस शुभ समय में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी होगा। संतुलित दिनचर्या अपनाकर शनिदेव की कृपा को बनाए रखें।


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2025 में मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव

इस वर्ष मेष, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होने जा रही है। मेष राशि के जातकों के लिए यह परिवर्तन कुछ चुनौतियां लेकर आ सकता है। शनि के द्वादश भाव में गोचर करने के कारण साढ़ेसाती का प्रभाव महसूस होगा, जिससे आय से जुड़े मामलों में बाधाएं आ सकती हैं। (Shani Gochar 2025)

इस दौरान आर्थिक अस्थिरता, मानसिक तनाव और अचानक बढ़ते खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, शारीरिक कष्ट और मानसिक अशांति भी बनी रह सकती है। इसलिए इस समय धैर्य और संयम बनाए रखना जरूरी होगा।

2025 में कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव

इस साल कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण आरंभ होगा। चूंकि शनि द्वितीय भाव में स्थित रहेंगे, इसलिए वे पूज्य स्थिति में माने जाएंगे। इसका मतलब है कि शनि का प्रभाव पूरी तरह नकारात्मक नहीं होगा, बल्कि कुछ मामलों में सुधार देखने को मिलेगा।

रजत (चांदी) के पाए वाले शनि होने के कारण, रुके हुए कामों में प्रगति होगी और कुछ पुराने अटके हुए मामलों का समाधान भी मिलेगा। हालांकि, आर्थिक और पारिवारिक मोर्चे पर कुछ चुनौतियां बनी रह सकती हैं, जिसके चलते संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस समय संयम और धैर्य से काम लेना बेहद जरूरी होगा।(Shani Gochar 2025)

2025 में मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव

इस साल मीन राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू होगा। शनि लग्न भाव में स्थित रहेंगे, जिसका प्रभाव सीधा आपके व्यक्तित्व और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ेगा।

स्वर्ण (सोने) के पाए वाले शनि होने के कारण आर्थिक चुनौतियां बढ़ सकती हैं, साथ ही अत्यधिक खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इस संघर्ष के बीच लाभ के नए अवसर भी मिलते रहेंगे, जिससे संतुलन बना रहेगा। इस समय धैर्य और समझदारी से फैसले लेना फायदेमंद होगा।

2025 में शनि का गोचर (Shani Gochar 2025) कई राशियों के जीवन में बदलाव लाएगा। कुछ राशियों के लिए यह समय शुभ रहेगा, जबकि दूसरों को संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। शनि का गोचर कर्मों के आधार पर फल देता है, और यह व्यक्तिगत, करियर और पारिवारिक जीवन पर असर डालता है। शनि के शुभ प्रभाव से समृद्धि मिल सकती है, जबकि अशुभ प्रभाव से कठिनाई हो सकती है। शनि से जुड़े उपायों और व्रतों से कष्टों से बचा जा सकता है।


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