September 20, 2024 Blog

Vastu Tips for office: वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए ऑफिस, आइए जानते है कुछ महत्वपूर्ण बातें

BY : STARZSPEAK

Vastu Tips for office: वास्तु शास्त्र भारतीय परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जो न केवल घर बल्कि व्यवसायिक स्थलों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होता है। एक संतुलित और सकारात्मक माहौल केवल घर में ही नहीं, बल्कि ऑफिस में भी सफलता और समृद्धि को आकर्षित करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर ऑफिस की सही दिशा और सजावट का ध्यान रखा जाए, तो यह व्यवसाय को तेजी से उन्नति दिलाने में मदद करता है। आइए जानें ऑफिस के वास्तु से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण टिप्स: 

ऑफिस की दिशा ( Direction of office)

ऑफिस का स्थान या भवन का चयन करते समय दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऑफिस का मुख्य क्षेत्र उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में होना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और विकास को बढ़ावा देती हैं। उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना गया है, जिससे इस दिशा में ऑफिस होने से धन और समृद्धि की संभावनाएं बढ़ती हैं। पूर्व दिशा भी सफलता और नए अवसरों को आकर्षित करती है। 
अगर ऑफिस का मुख्य द्वार दक्षिण-पश्चिम दिशा में होता है, तो यह बाधाएं और चुनौतियां उत्पन्न कर सकता है। इसलिए ऑफिस बनवाते समय इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि यह दिशाएं वास्तु के अनुसार अनुकूल हों।

vastu tips for office

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प्रवेश द्वार की दिशा (Direction of entrance)

ऑफिस के वास्तु (Vastu Tips for office) में प्रवेश द्वार की दिशा अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। प्रवेश द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह दिशाएं व्यवसाय में सकारात्मकता, नए अवसर, समृद्धि और तरक्की को आकर्षित करती हैं। यदि संभव हो, तो प्रवेश द्वार को किसी बाधा या दीवार से छिपाने से बचना चाहिए ताकि ऊर्जा का प्रवाह रुकावट रहित हो। 
दक्षिण या पश्चिम दिशा में प्रवेश द्वार से नकारात्मक ऊर्जा का आगमन हो सकता है, जिससे ऑफिस के व्यवसाय में कठिनाइयां उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, उत्तर या पूर्व दिशा को प्राथमिकता दें।

रिसेप्शन की दिशा (Direction of Reception)

ऑफिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स में से एक जिसका आपको पालन करना चाहिए वह है रिसेप्शन को पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में बनाना। ऐसा करने से अच्छी वाइब्स को बढ़ाने और गतिविधियों को आरंभ करने में मदद मिल सकती है। सुनिश्चित करें कि रिसेप्शनिस्ट पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठे और कंपनी की रूपरेखा दक्षिणी दीवार पर रखी जाए।

बैठने की व्यवस्था (Sitting Arrangement)

ऑफिस में बैठने की सही दिशा भी वास्तु में अहम भूमिका निभाती है। मालिक और वरिष्ठ अधिकारियों की कुर्सी दक्षिण-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए। उन्हें उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। इससे उनके निर्णय क्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह स्थान व्यवसाय में स्थिरता और शक्ति का प्रतीक होता है। कर्मचारियों को उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में बैठने की सलाह दी जाती है। इससे टीम में सामंजस्य बना रहता है और उनके कार्य में भी प्रगति होती है।

पैंट्री या किचन की दिशा (Direction of pantry or Kitchen)

ऑफिस में पैंट्री या किचन की सही दिशा भी बेहद महत्वपूर्ण है। वास्तु के अनुसार((Vastu Tips for office) , पैंट्री को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए। यह अग्नि तत्व की दिशा मानी जाती है और यहाँ रखा किचन ऑफिस में संतुलन और ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है। इस दिशा का सही उपयोग करने से ऑफिस के माहौल में ऊर्जा और उत्पादकता बनी रहती है।

ऑफिस में डेकोर और फर्नीचर (Office decor and furniture)

ऑफिस के डेकोर में भी वास्तु के सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए। दीवारों पर हल्के रंगों का उपयोग करें, जैसे हल्का नीला, हरा या क्रीम रंग। यह रंग मानसिक शांति और सकारात्मकता प्रदान करते हैं। उत्तर-पूर्व दिशा में पानी का स्रोत या छोटा फव्वारा रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। फर्नीचर को इस तरह से रखें कि ऑफिस में कार्य करने वालों का मुख हमेशा उत्तर या पूर्व की ओर हो। टेबल और डेस्क को गोलाकार या आयताकार बनाएं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

निष्कर्ष (Conclusion)

वास्तु शास्त्र के इन सरल टिप्स को अपनाकर ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और स्थिरता लाई जा सकती है। सही दिशा, सही बैठने की व्यवस्था और उचित डेकोर से ऑफिस के माहौल को सुधारा जा सकता है, जिससे व्यवसाय में लगातार वृद्धि और तरक्की होती है।

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