July 26, 2017 Blog

हस्तरेखा से जाने प्रेमी का स्वभाव!

BY : Diksha Kaushal – Relationship Astrologer & Compatibility Expert

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लेखिका : रजनीशा शर्मा

हस्तरेखा विज्ञान भारत का सबसे प्राचीन और उन्नत विज्ञान है इस विज्ञान के आधार पर व्यक्ति के जीवन के लगभग सभी पहलुओं को आसानी से जाना जा सकता है | आइये आज जानते है की प्रेम संबंधो को हम इस विज्ञान के माध्यम से हम कितना समझ सकते है -

* व्यक्ति की कनिष्ठा अंगुली अर्थात सबसे छोटी ऊँगली के नीचे बुद्ध पर्वत होता है , इसी के नीचे गहरी , छोटी , पड़ी लाइन विवाह रेखा होती है | आपके हाथ में जितनी ऐसी रेखाएं होंगी उतने आपके संबंध होते है | यहां एक बात जानना जरूरी है की ये रेखाएं आपके ह्रदय से जुड़े संबंधो को दर्शाती है |

* यदि कोई रेखा आपकी ह्रदय रेखा से मिल जाए तो वह प्रेम संबंध आपको जीवन पर्यन्त याद रहेगा या आप उस व्यक्ति से जुड़ रहेंगे |

* यदि आपके हाथ में एक ही रेखा हो तो आप जीवन में एक ही व्यक्ति से प्रेम करेंगे और विवाह भी उसी से होगा |

* यदि किसी पुरूष के हाथ में ह्रदय रेखा गुरु पर्वत तक जाए और शुक्र पर्वत उन्नत अवस्था में हो तो वह पुरूष प्रेम संबंधो को लेकर उदार रवैया अपनाता है |

* यदि किसी स्त्री की तर्जनी अंगुली सबसे बड़ी हो तो वह पारिवारिक जीवन और प्रेम संबंधो में वफादार स्त्री नहीं मानी जाती |

* यदि विवाह रेखा किसी द्वीप से प्रारम्भ हो तो विवाह धोखे से होने की सम्भावनाओ को व्यक्त करता है |

* यदि चतुष्कोण हो तो पार्टनर का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता |

*यदि विवाह रेखा सूर्य पर्वत तक जाए तो विवाह उपरांत जीवन बहुत ही अच्छा बीतता है |

*यदि कोई रेखा विवाह रेखा को काटे तो अलगाव की स्थिति बनती है |

*यदि विवाह रेखा से शाखा निकल रही हो तो यह आपस में वैचारिक मतभेद को दर्शाती है |

*यदि विवाह रेखा बुद्ध पर्वत की तरफ बढ़ जाए तो प्रेम संबंधो में बाधाएं आती है |

Author: Diksha Kaushal – Relationship Astrologer & Compatibility Expert

Diksha Kaushal is a marriage astrologer with 10+ years’ expertise in compatibility, birth-chart analysis, and numerology, guiding couples toward stronger, harmonious, and long-lasting relationships.