
आम लकड़ी (Aam Ki Lakdi In Hawan) से बहुत कम मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड निकालता है। यह अधिक ज्वलनशील है. इसलिए थोड़ी सी हवा लगने से यह तुरंत जलने लगती है। एक अध्ययन के मुताबिक, जब आम की लकड़ी जलती है तो उसमें से फॉर्मिक एल्डिहाइड नामक गैस निकलती है। यह खतरनाक बैक्टीरिया और कीटाणुओं को मारने का काम करता है। इससे वातावरण शुद्ध होता है. इससे प्रदूषित हवा को शुद्ध करने में मदद मिलती है. वातावरण में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा टाइफाइड जैसी खतरनाक बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया भी हवन के धुएं से मर जाते हैं। इससे फेफड़ों और सांस संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। यह शरीर को शुद्ध करता है.
हवन एक ऐसी परंपरा है जो लगभग हर भारतीय घर में होती है। किसी भी नई जगह में प्रवेश या गृह शांति के लिए ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। जब भी कोई नई दुकान, नया घर या नया ऑफिस खरीदता है तो सबसे पहले उस जगह पर हवन कराया जाता है। मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और स्थान शुद्ध होता है। इसके अलावा बच्चे के जन्म, विवाह और मृत्यु के समय भी हवन किया जाता है। जब किसी बच्चे का जन्म होता है तो ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए हवन (Aam Ki Lakdi In Hawan) कराया जाता है ताकि बच्चे के जीवन में किसी भी प्रकार की कोई बाधा न आए। हिंदू धर्म में अग्नि के 7 फेरे लेकर शादी का बंधन पवित्र किया जाता है। मृत्यु के दौरान मृत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए हवन किया जाता है।
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Dr. Rahul Nair, with 15+ years in student counseling, integrates psychology and spirituality to guide learners toward aligned educational paths, personal growth, and meaningful success in life.