आज के समय में आधुनिक सुख-सुविधाओं का अभाव कोई भी व्यक्ति नहीं रख पाता और सामाजिक आकर्षण के चलते इन सभी सुख सुविधाओं को पाने के लिए हर संभव प्रयास करता हैं। कुछ लोगों की सामाजिक दशा ऐसी होती है कि वो ख़ुशी - ख़ुशी इन सभी को पा लेते है क्योंकि उन्हें पैसों की कमी नहीं होती हैं। उन्हें इन सबको प्राप्त करने के लिए कुछ भी जतन नहीं कर पाते हैं। अगर हम एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति की बात करें तो उन्हें यह सभी सुविधाएं जुटाने के लिए धन की आवश्यकता होती है। इन लोगो की आय सामान्य होती है इसलिए इस वर्ग के व्यक्ति कर्ज लेकर इन सुविधाओं को प्राप्त करने में लग जाता हैं। इसके लिए लोन लेकर वो सब सुविधाएं पाता हैं। कुछ लोग इस लोन को चुका पाते है और सुविधाओं का लाभ भी उठाते है लेकिन कुछ लोग लोन तो ले लेते है लेकिन जब उससे चुकाने का नंबर आता है तो वो असमर्थ हो जाते हैं। वो जितनी ज्यादा कोशिश करते है उस लोन को चुकाने की, वो हैं। उन्हें लोन से मुक्ति नहीं मिल पाती। कभी-कभी तो बड़ों 'के द्वारा लिया गया लोन उनके बच्चों को चुकाना पड़ता हैं।
लोन का दलदल ऐसा होता है जिसमें एक बार फंसने पर व्यक्ति फसं निल्कलने मुश्किल होता है। कभी-कभी तो किसी-किसी व्यक्ति की पूरी जिंदगी कर्ज चुकाते-चुकाते बित जाती है। हालाँकि इसके पीछे कुछ ज्योतिष कारण भी होते है जैसे शास्त्र में षष्ठम, अष्टम, द्वादश स्थान एवं मंगल ग्रह को लोन का कारक ग्रह माना जाता है। मंगल के कमजोर होने पर या पापग्रह से संबंधित होने पर, अष्टम, द्वादश, षष्ठम स्थान पर नीच या अस्त स्थिति में होने पर व्यक्ति सदैव लोन के भार के निके दबा रहता है और जंदगी भर लोन चूका पाके में असमर्थ रहता हैं। मंगलवार को कर्ज लेने वाला जीवनभर कर्ज नहीं चुका पाता तथा उस व्यक्ति की संतान भी इस वजह परेशानियां उठाती हैं। लेकिन आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टोटकों के बारे में बताएँगे जिनको करने से आप लोन से मुक्ति पा सकते हैं। शास्त्रों और पुरानी मान्यताओं के अनुसार ये टोटके करने में आसान और असरदार होते हैं।
आईये जानते है ऐसे कौन से टोटके हैं जिन्हे अपनाकर आप लोन से मुक्ति पा सकते हैं -
लोन से मुक्ति पाने के लिए गणेश जी का टोटका मुख्य माना जाता हैं। इसके लिए आप हरे रंग के गणपति घर के मुख्यद्वार के आगे पीछे लगाएं। इससे आपके द्वारा लिए गए धन को चुकाने में मदद मिलती है और आपके घर में भी धन की वृद्धि होती है। इसी के साथ घर में रखें गणेश जी को एक नुक्ती का लड्डू चढ़ाये और बाद में वो लड्ड़ओं प्रसाद समझ कर खा लें।ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।