April 22, 2019 Blog

इन ग्रहों के मुताबिक चुनें अपना कारोबार, वर्ना हो सकता है लाखों का नुकसान

BY : Shilpa Menon – Business Numerology Expert & Entrepreneur Coach

Table of Content

 

हर कोई व्यक्ति सभी काम नहीं कर सकता है. सब लोगों की अलग-अलग कार्यक्षमता और मानसिकता होती है. उसी के मुताबिक वो अपना कार्यक्षेत्र का चुनाव करते हैं. कुछ लोगों को जॉब करना अच्छा लगता है और कुछ लोगों को दूसरों को जॉब देना अच्छा लगता है लेकिन कोई भी व्यक्ति किसी को नौकरी तभी दे पाता है जब वह खुद बिजनेस करता है और बिजनेस में सफल होने के लिए आपकी कुंडली को भी आपका साथ देना पड़ता है. इसलिए कुंडली में आपके ग्रह, भाव और योग प्रबल होने चाहिए.

 

दशम भाव और दशमेश का सम्बन्ध आपकी जीविका से होता है. द्वितीय, द्वतीयेश और एकादश भाव का भी कुंडली में मजबूत होना बेहत आवश्यक होता है क्योंकि द्वतीय और द्वतीयेश का सम्बन्ध धन से होता है. वहीं एकादशेश और एकादश भाव का संबंध लाभ से होता है.

 

किसी भी व्यापार में धन और लाभ का विशेष महत्व है. चूंकि यदि धन नहीं होगा तो बिजनेस कर पाना मुश्किल है और धन अच्छे से नहीं आएगा तो बिजनेस करने का कोई फायदा भी नहीं होगा. इसलिए आज के हमारे इस लेख में राशियों के हिसाब से जानिए कि क्या है आप में सबसे बड़ी बुराई?

Read More- विजयदशमी :अच्छाई की बुराई पर विजय का पर्व

यदि एकादश भाव और एकादशेश बलवान नहीं है तो व्यापार में लाभ नहीं होगा. वैसे मूलतः व्यापार के लिए बुध और बृहस्पति ग्रह का शुभ होना अच्छा संयोग माना जाता है लेकिन व्यापार किस चीज से सम्बन्धित है. इसके लिए प्रत्येक ग्रह की अलग-अलग क्षेत्र में विशेष भूमिका होती है.

 

  1. अगर आप राजनीति, चिकित्सा क्षेत्र, विद्युत विभाग, होटल मैनेजमेन्ट, रेलवे विभाग, आभूषण खरीदना-बेचना, रत्न बेचना, विद्युत उपकरण, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर, कपड़े का कार्य, वाहनों का क्रय-विक्रय, पुस्तक भंडार, अनाजों का खरीदना-बेचना आदि प्रकार के व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपकी जन्मपत्री में सूर्य ग्रह शुभ है और इसका बलवान होना आवश्यक है.

 कुंडली बताती है होटल व्यवसाय आपके लिए कैसा रहेगा

  1. अगर आप बागवानी का कार्य, कृषि कार्य, तरल पदार्थो का व्यापार, आयुर्वेदिक दवाओं का व्यापार, बिजली की दुकान, मोटर पार्टस पेट्रोल पम्प, कोल्ड्र डिंक, पानी, संगीत एकादमी, होटल, रेस्टोरेन्ट, मिट्टी का कार्य, ठेकेदारी, किसी भी क्षेत्र में दलाली, कैरोसिन ऑयल, प्रकाशसन, दूध की डेरी आदि व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपकी कुंडली में चन्द्रमा का बलवान होना बहुत जरूरी है.

 

  1. यदि आप कम्यूटर के क्षेत्र में साफ्टवेयर, हार्डवेयर, इलेक्ट्रानिक, भूमि, मेडिकल, पेट्रोल पम्प, सर्जरी का सामान, कोर्ट-कचहरी, ठेकेदारी, मेडिकल की दुकान, धर्म उपदेशक, औषधि निर्माण कारखाना, आदि किसी प्रकार का बिजनेस करना चाहते हैं तो उसके लिए आपका मंगल ग्रह का मजबूत होना आवश्यक है और साथ ही मंगल का दशम, दशमेश और लाभ भाव से सम्बन्ध होना जरूरी है.

 

  1. अगर आप पर्यटन, टेलीफोन, तम्बाकू, पान मसाला, कत्था, किमाम, पुस्तक के थोक विक्रेता, दूर संचार विभाग की ठेकेदारी, रेलवे के पार्टो का कारखाना, चूडि़यों का व्यापार, कपड़े का व्यापार, हरी वस्तुओं का व्यापार, मार्केटिंग का बिजनेस और फर्नीचर आदि का व्यवसाय आपके लिए लाभदायक हो सकता है. इसके लिए आपके बुध ग्रह का शुभ और ताकतवर होना काफी आवश्यक है. तभी आप सफल हो सकते हैं.

 

  1. अगर आप सम्पादन कार्य, थोक विक्रेता, पूजन भण्डार, पान की दुकान, मिठाई की दुकान, इत्र का कार्य, फिल्म मेकर, भूमि का क्रय और विक्रय, आभूषण के विक्रेता, पीली वस्तुओं का व्यापार, वक्ता, नेता, शिक्षा और शेयर बाजार आदि का व्यवसाय करना चाहते हैं तो गुरू ग्रह का आपकी कुंडली में मजबूत होना बेहद जरूरी है.

 

  1. अगर आप रेस्टोरेन्ट, सौन्दर्य प्रसाधन, शिल्प कार्य, साहित्य, फिल्म विज्ञापन, परिवहन विभाग की ठेकेदारी, वस्त्रों का व्यापार, हीरे का बिजनेस, सफेद वस्तुओं का कार्य, खनिज कार्य, पेन्टिंग, निर्माण कार्य, परिवहन विभाग, पर्यटन विभाग, रेसलिंग, टीवी शो, थियेटर, आदि से सम्बन्धित व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपका शुक्र ग्रह का शुभ और बलवान होना आवश्यक होता है.

 

  1. यदि आप, ज्योतिष का कार्य, कर्मकांड, लोहे का व्यापार, वकालत, खनिज विभाग, तकनीकी कार्य, कृषि कार्य, काली वस्तुओं का व्यापार जैसे- तिलहन, काले तिल आदि, ट्रांसपोर्ट का कार्य, मुर्गी पालन, लकड़ी का कार्य, बिजली का कार्य, लोहे का कार्य, शिल्प कला का कार्य, कृषि कार्य, वाहन की ऐजेन्सी, मोटर पार्ट्स आदि का व्यवसाय करना चाहते हैं तो इसके लिए आपके शनि का शुभ और ताकतवर होना बेहद जरूरी है.

 

नोट: इस बात का ध्यान रखें कि ग्रहों के बलवान होने के साथ-साथ आपके ग्रह किसी पाप भाव में न पड़े हों, पाप ग्रहों से दृष्ट न हो, अस्त न हो, निर्बल न हो, नीच का न हो. द्वतीयेश, द्वतीय भाव, लाभ भाव, लाभेश, दशमेश और दशम भाव के साथ ग्रह संबंध होकर शुभ योग का निर्माण कर रहा हो तभी आप एक सफल बिजनेस मैन बन सकते है.

Author: Shilpa Menon – Business Numerology Expert & Entrepreneur Coach

Shilpa Menon, with 9+ years’ experience, combines numerology and business coaching to help entrepreneurs launch, align, and grow ventures with strategies that drive both prosperity and confidence.