September 11, 2024 Blog

Ekadantaya Vakratundaya Lyrics: पढ़े एकदंताय वक्रतुण्डाय गाने के लिरिक्स हिंदी में

BY : STARZSPEAK

Ekadantaya Vakratundaya Lyrics: सनातन धर्म में बुधवार का दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और गणेश जी की पूजा की जाती है। सभी बाधाओं को दूर करने के लिए व्रत भी रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि, और खुशहाली आती है। यदि आप भी चाहते है की आपके घर में हमेशा खुशहाली बनी रहे और बप्पा अपना आशीर्वाद हमेशा आप पर बनाये रखे तो प्रत्येक बुधवार स्नान आदि के बाद विधिवत गणेश जी की पूजा अर्चना करे। 

वैसे तो भगवान गणेश के बहुत सारे गाने, भजन और गीत है पर कुछ गाने और भजन ऐसे होते है जो बहुत ज्यादा पसंद किये जाते है। उनमे से ही एक भगवान गणेश का ये गाना भी है जो सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। गणेश जी की सभी पूजा में लोग इसको हमेशा गाते है। 

Ekadantaya Vakratundaya Lyrics in hindi


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!! Ekadantaya Vakratundaya Lyrics !!
!! एकदंताय वक्रतुण्डाय गाने के लिरिक्स !!
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि॥
गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि।
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि॥
गानचतुराय गानप्राणाय गानान्तरात्मने।
गानोत्सुकाय गानमत्ताय गानोत्सुकमनसे।
गुरुपूजिताय गुरुदेवताय गुरुकुलस्थायिने।
गुरुविक्रमाय गुह्यप्रवराय गुरवे गुणगुरवे।
गुरुदैत्यगलच्छेत्रे गुरुधर्मसदाराध्याय।
गुरुपुत्रपरित्रात्रे गुरुपाखण्डखण्डकाय।
गीतसाराय गीततत्त्वाय गीतगोत्राय धीमहि।
गूढगुल्फाय गन्धमत्ताय गोजयप्रदाय धीमहि।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि॥
ग्रन्थगीताय ग्रन्थगेयाय ग्रन्थान्तरात्मने।
गीतलीनाय गीताश्रयाय गीतवाद्यपटवे।
गेयचरिताय गायकवराय गन्धर्वप्रियकृते।
गायकाधीनविग्रहाय गङ्गाजलप्रणयवते।
गौरीस्तनन्धयाय गौरीहृदयनन्दनाय।
गौरभानुसुताय गौरीगणेश्वराय।
गौरीप्रणयाय गौरीप्रवणाय गौरभावाय धीमहि।
गोसहस्राय गोवर्धनाय गोपगोपाय धीमहि।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि॥

!! Ekadantaya Vakratundaya Lyrics !!
!! एकदंताय वक्रतुण्डाय गाने के लिरिक्स !!

गणेश जी का विसर्जन मंत्र 

गणेश जी की प्रतिमा विसर्जन करते समय हमें इस मंत्रो  को अवश्य ही पढ़ना चाहिऐ।  इससे हमारी पूजा सफल होती है और उसका सम्पूर्ण फल प्राप्त होता है।

ॐ यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्।
 इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च॥ 1 ॥ 

गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्॥ 2 ॥


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