इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है। प्रदोष व्रत सोमवार के दिन करना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है और प्रदोष व्रत भी उन्हीं को समर्पित है। सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन शिव पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल सोम प्रदोष व्रत ( के दिन आपको शिव पूजा के लिए सिर्फ 2 घंटे का समय मिलेगा। स्टारज़स्पीक के ज्योतिषाचार्य से जानिए साल का पहला सोम प्रदोष व्रत किस तिथि को है? शिव पूजा का शुभ समय क्या है?
20 मई को सोम प्रदोष व्रत के अवसर पर आपको शिव पूजा के लिए 2 घंटे का शुभ समय मिलेगा। जो लोग व्रत रखेंगे वो शाम 07 बजकर 08 मिनट से शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं. यह पूजा मुहूर्त रात 09:12 बजे तक रहेगा.
सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:05 बजे से प्रातः 04:46 बजे तक है। दिन का शुभ समय यानी अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक है।
साल का पहला सोम प्रदोष व्रत सिद्धि योग और चित्रा नक्षत्र में है। सोम प्रदोष व्रत के दिन सुबह से लेकर पूरी रात तक चित्रा नक्षत्र रहता है। सिद्धि योग सुबह से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। उसके बाद व्यतिपात योग लगेगा।
इस वर्ष सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन रुद्राभिषेक का सुंदर संयोग बन रहा है। उस दिन कैलाश पर शिववास सुबह से दोपहर 03.58 बजे तक है। तभी से शिववास नंदी पर है। जो लोग अपनी और अपने परिवार की उन्नति, सुख और शांति के लिए सोम प्रदोष के दिन रुद्राभिषेक करना चाहते हैं, वे सुबह से ही इसका कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं।
प्रदोष व्रत करने और शिव पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुख और परेशानियां नष्ट हो जाती हैं। शिव की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि, धन, संपत्ति, संतान आदि की प्राप्ति होती है। सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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