May 10, 2024 Blog

Som Pradosh Vrat 2024: शिव पूजा के लिए मिलेगा 2 घंटे समय, जानें मुहूर्त, महत्व

BY : Neha Jain – Cultural & Festival Content Writer

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इस साल का पहला सोम प्रदोष व्रत वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को है। प्रदोष व्रत सोमवार के दिन करना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है और प्रदोष व्रत भी उन्हीं को समर्पित है। सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन शिव पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल सोम प्रदोष व्रत ( के दिन आपको शिव पूजा के लिए सिर्फ 2 घंटे का समय मिलेगा। स्टारज़स्पीक के ज्योतिषाचार्य से जानिए साल का पहला सोम प्रदोष व्रत किस तिथि को है? शिव पूजा का शुभ समय क्या है?

कब है पहला सोम प्रदोष व्रत 2024?
पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत के लिए आवश्यक वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 20 मई, सोमवार को दोपहर 03:58 बजे से प्रारंभ होगी. यह तिथि 21 मई मंगलवार को शाम 05:39 बजे समाप्त होगी. 20 मई को त्रयोदशी तिथि में प्रदोष (Som Pradosh Vrat 2024) काल प्राप्त हो रहा है, इसलिए साल का पहला सोम प्रदोष व्रत 20 मई को मनाया जाएगा।

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som pradosh vrat 2024
सोम प्रदोष व्रत 2024 मुहूर्त

20 मई को सोम प्रदोष व्रत के अवसर पर आपको शिव पूजा के लिए 2 घंटे का शुभ समय मिलेगा। जो लोग व्रत रखेंगे वो शाम 07 बजकर 08 मिनट से शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं. यह पूजा मुहूर्त रात 09:12 बजे तक रहेगा.

सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:05 बजे से प्रातः 04:46 बजे तक है। दिन का शुभ समय यानी अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक है।

सिद्धि योग और चित्रा नक्षत्र में पहला सोम प्रदोष व्रत

साल का पहला सोम प्रदोष व्रत सिद्धि योग और चित्रा नक्षत्र में है। सोम प्रदोष व्रत के दिन सुबह से लेकर पूरी रात तक चित्रा नक्षत्र रहता है। सिद्धि योग सुबह से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। उसके बाद व्यतिपात योग लगेगा।

सोम प्रदोष व्रत पर रुद्राभिषेक का सुंदर संयोग

इस वर्ष सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) के दिन रुद्राभिषेक का सुंदर संयोग बन रहा है। उस दिन कैलाश पर शिववास सुबह से दोपहर 03.58 बजे तक है। तभी से शिववास नंदी पर है। जो लोग अपनी और अपने परिवार की उन्नति, सुख और शांति के लिए सोम प्रदोष के दिन रुद्राभिषेक करना चाहते हैं, वे सुबह से ही इसका कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं।

सोम प्रदोष व्रत का महत्व

प्रदोष व्रत करने और शिव पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुख और परेशानियां नष्ट हो जाती हैं। शिव की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि, धन, संपत्ति, संतान आदि की प्राप्ति होती है। सोम प्रदोष व्रत (Som Pradosh Vrat 2024) करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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Author: Neha Jain – Cultural & Festival Content Writer

Neha Jain is a festival writer with 7+ years’ experience explaining Indian rituals, traditions, and their cultural meaning, making complex customs accessible and engaging for today’s modern readers.