Shri Ram Stuti Lyrics in Hindi: भगवान श्री राम जी ने कई ऐसे कार्य किये हैं जिनके कार्यों की सराहना आज भी की जाती है। द्वापर युग में अयोध्या के राजा दशरथ के घर रामलला प्रकट हुए थे। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम की पूजा के दौरान श्री राम स्तुति का पाठ न करने से पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं होता है।
Shri Ram Stuti Lyrics: सनातन धर्म में भगवान श्री राम की पूजा का अधिक महत्व है। भगवान श्री राम को सृष्टि के रचयिता भगवान विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना जाता है। भगवान श्री राम जी ने कई ऐसे कार्य किये हैं जिनके कार्यों की सराहना आज भी की जाती है। द्वापर युग में अयोध्या के राजा दशरथ के घर रामलला प्रकट हुए थे। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम की पूजा के दौरान श्री राम स्तुति का पाठ न करने से पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए नियमित रूप से श्री राम स्तुति का पाठ करना चाहिए। मान्यता है कि प्रतिदिन श्री राम स्तुति का पाठ करने से साधक के जीवन के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही भगवान श्री राम का आशीर्वाद भी मिलता है। श्री राम की स्तुति इस प्रकार है-
कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं ॥2॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं ॥3॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं ॥4॥
इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं ॥5॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो
वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो ॥6॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय
सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मन्दिर चली ॥7॥
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जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल वाम
अङ्ग फरकन लगे।
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