November 29, 2023 Blog

Shani Dosh: शनिदेव साल 2024 तक राहु के नक्षत्र में रहेंगे, मानव जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

BY : STARZSPEAK

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का विशेष महत्व है। साल 2024 में शनि देव बिना राशि बदले पूरे साल कुंभ राशि में रहेंगे। वहीं, शनि महाराज (Shani Chalisa) अपने मित्र राहु की राशि शतभिषा में गोचर कर चुके हैं।

Shani Dosh: शनि देव को फल दाता और न्याय का देवता माना जाता है। यदि शनि कमजोर हो तो व्यक्ति को आर्थिक हानि होती है और किसी दुर्घटना में विकलांगता या कैंसर आदि जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव के कारण घर का खराब होना, घर का गिरना या घर का बिक जाना जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। शनिदेव (Shani Dev) अपने गोचर में जिस भाव से गुजरते हैं उससे संबंधित झगड़े बढ़ जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि दोष के कारण व्यक्ति के बाल समय से पहले झड़ने लगते हैं, आंखें खराब होने लगती हैं और कानों में दर्द होने लगता है। खराब शनि के कारण शारीरिक कमजोरी, पेट दर्द, टीबी, कैंसर, त्वचा रोग, फ्रैक्चर, लकवा, सर्दी, अस्थमा आदि रोग होते हैं।

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Shani Dev
शतभिषा नक्षत्र पर राहु का शासन

शतभिषा नक्षत्र कुंभ राशि के अंतर्गत आता है और इसका स्वामी राहु है। शनि देव 24 नवंबर को सुबह 08:40 बजे शतभिषा नक्षत्र में गोचर कर चुके हैं। शनि देव 6 अप्रैल 2024 को दोपहर 03:55 बजे तक यहीं रहेंगे। ज्योतिष के अनुसार शुक्र और बुध के अलावा राहु और केतु भी शनि की मित्र राशियों में से हैं। ज्योतिष शास्त्र में राहु को भी शनि के समान फल देने वाला बताया गया है। अब शनि देव अपने मित्र राहु की राशि शतभिषा में गोचर कर चुके हैं, जिनकी कुंडली में शनि शुभ भावों के स्वामी हैं, उन्हें अचानक बड़ा लाभ मिल सकता है। शनिदेव (Shani Dev) के शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों के जीवन में अहम बदलाव आना तय है।

देश दुनिया पर प्रभाव

ज्योतिषाचार्य के अनुसार शनिदेव (Shani Dev) के नक्षत्र परिवर्तन से विश्व में भारत की साख बढ़ेगी। साथ ही वैज्ञानिक और डॉक्टर बीमारियों के लिए नई तकनीक और दवाओं की खोज करने में सफल होंगे, साथ ही संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय भी बेहतर तरीके से खोजे जा सकेंगे। साथ ही राजनीतिक उथल-पुथल और प्राकृतिक आपदाओं की आशंका भी बढ़ेगी। विरोध, जुलूस, प्रदर्शन और गिरफ़्तारियाँ होंगी। देश-दुनिया में राजनीतिक परिवर्तन होंगे। सत्ता संगठन में बदलाव की संभावना है.

राशियों पर प्रभाव

शनिदेव का असर 12 राशियों पर देखने को मिलेगा। वृष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि पर मिश्रित प्रभाव रहेगा। सिंह, तुला और धनु राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा। मेष, मिथुन और मकर राशि वाले लोगों को शनिदेव (Shani Dev) का शुभ प्रभाव मिलेगा। सिंह, तुला और धनु राशि वाले लोग वाद-विवाद में न उलझें। बस अपने काम पर ध्यान दें. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

शनि दोष से राहत पाने के लिए इस मंत्र का करें जाप

शनिदेव को नीले रंग के फूल अर्पित कर, इस मंत्र का जाप करें कुण्डली में व्याप्त शनिदोष होगा दूर। ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

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