October 19, 2023 Blog

Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि में कब होगा कन्या पूजन, जानें अष्टमी और नवमी की सही तारीख

BY : STARZSPEAK

Shardiya Navratri 2023 Kanya Pujan: हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है, क्योंकि इस समय मां दुर्गा पृथ्वी पर अवतरित होती हैं। इसलिए नवरात्रि के दिनों में माता रानी की पूजा करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना आसान हो जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, भक्त उपवास रखते हैं और विशेष पूजा करते हैं। इन नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के हर दिन का महत्व होता है, हालांकि अष्टमी और नवमी तिथि को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन - Kanya Pujan की परंपरा अधिक प्रचलित है। कन्याओं को साक्षात मां दुर्गा का रूप माना जाता है और इस पूजा से मां दुर्गा प्रसन्न होकर भक्तों को सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं। अब हम इस साल के शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन के दिन और शुभ समय के बारे में जानेंगे।...

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navratri 2023

कब है कन्या पूजन 2023 / Navratri 2023

कुछ लोग नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन दुर्गा अष्टमी के दिन करते हैं तो कुछ लोग महानवमी के दिन करते हैं। आप अपनी सुविधा और आस्था के अनुसार इस शारदीय नवरात्रि में 22 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी के दिन या 23 अक्टूबर को महानवमी के दिन कन्या पूजन - Kanya Pujan कर सकते हैं।

अष्टमी पर कन्या पूजन का मुहूर्त / Navratri 2023

22 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:26 बजे से शाम 06:44 बजे तक है. ऐसे में आप 22 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 26 मिनट से कन्या पूजन - Kanya Pujan कर सकते हैं.

महानवमी पर कन्या पूजन का मुहूर्त / Navratri 2023

इस साल महानवमी 23 अक्टूबर को है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:27 बजे से शाम 05:14 बजे तक है. पूरे दिन रवि योग है. ऐसे में आप 23 अक्टूबर को सुबह 06.27 बजे के बाद किसी भी समय कन्या पूजन - Kanya Pujan कर सकते हैं।

कन्या पूजन विधि / Navratri 2023
  • दुर्गाष्टमी या महानवमी, जिस भी दिन आप कन्या पूजन - Kanya Pujan करना चाहते हैं सबसे पहले मां दुर्गा का पूजन करें।
  • फिर कन्याओं को भोजन के लिए आमंत्रित करें।
  • कन्या को घर में पधारने पर आदरपूर्वक उनको आसन पर बैठाएं।
  • इसके बाद साफ जल से उनके पांव पखारे, उनकी फूल, अक्षत आदि से पूजा करें।
  • इसके बाद घर पर बने पकवान भोजन के लिए दें।
  • इस दिन हलवा, चना और पूड़ी बनाते हैं।
  • मां दुर्गा स्वरूप कन्याओं को भोजन कराने के बाद दक्षिणा दें और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।
  • इसके बाद खुशी खुशी उनको विदा करें, ताकि अगले साल फिर आपके घर माता रानी का आगमन हो।
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