October 5, 2023 Blog

Pitru Paksha 2023: अष्टमी तिथि पर 'सर्वार्थ सिद्धि योग' समेत बन रहे हैं ये 3 संयोग, इन 3 राशियों को मिलेगा लाभ

BY : STARZSPEAK

Pitru Paksha 2023: आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 07 अक्टूबर को सुबह 08:08 बजे तक है. इसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी. जितिया व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं व्रत रखती हैं।

सनातन पंचांग के अनुसार 6 अक्टूबर को पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि है. इस दिन कालाष्टमी, बिहार का प्रसिद्ध त्योहार जितिया और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी है। इसलिए पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक, पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर 'सर्वार्थ सिद्धि योग' बन रहा है। इसके अलावा पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर कई दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं। इससे 3 राशि वालों को करियर और बिजनेस में फायदा मिलेगा। आइये जानते हैं इसके बारे में सबकुछ-

शुभ मुहूर्त / Pitru Paksha 2023

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 07 अक्टूबर को सुबह 08:08 बजे तक है. इसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी. जितिया व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं व्रत रखती हैं। साथ ही वैष्णव समुदाय के लोग जगत के पालनकर्ता भगवान श्री कृष्ण की पूजा करते हैं।

सर्वार्थ सिद्धि योग / Pitru Paksha 2023

पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण संध्याकाल 09 बजकर 32 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 06 बजकर 17 मिनट तक है।

शिव योग / Pitru Paksha 2023
पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्लभ शिव योग का निर्माण हो रहा है। शिव योग का निर्माण दिन भर है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से व्रती को अमोघ फल की प्राप्ति होती है।

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Pitru Paksha 2023
करण / Pitru Paksha 2023

आश्विन माह में अष्टमी तिथि पर संध्याकाल 07 बजकर 17 मिनट तक बालव करण का निर्माण हो रहा है। इसके पश्चात, कौलव करण रात्रि भर है। बालव और कौलव करण शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

रुद्राभिषेक / Pitru Paksha 2023

पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कालाष्टमी पर किसी समय रुद्राभिषेक कर सकते हैं। इस दिन भगवान शिव माता पार्वती के साथ रहेंगे। इस दौरान रुद्राभिषेक करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।

शुभ मुहूर्त / Pitru Paksha 2023

आश्विन माह की अष्टमी तिथि 06 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 34 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 07 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
  • सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 16 मिनट पर
  • सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 02 मिनट पर
पंचांग / Pitru Paksha 2023
  • ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 39 मिनट से 05 बजकर 27 मिनट तक
  • अमृत काल - सुबह 10 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक
  • अभिजीत मुहूर्त - 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से 02 बजकर 54 मिनट तक
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 02 मिनट से 06 बजकर 26 मिनट तक
  • निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक
अशुभ समय 
  • राहुकाल - सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 09 बजकर 12 मिनट तक
  • गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक
  • दिशा शूल - पश्चिम
इन राशियों को प्राप्त होगा सर्वाधिक लाभ / Pitru Paksha 2023

पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्लभ शिव योग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा कर्क, मकर और कुंभ राशि के लोग करते हैं। इसलिए इन तीन राशि के जातकों पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसेगी। अगर आप अपनी आय और सौभाग्य में वृद्धि करना चाहते हैं तो पितृ पक्ष की अष्टमी तिथि पर गंगा जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।

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