October 3, 2023 Blog

Navgraha Mantra: नवग्रह को शांत करने के लिए जरूर करें इन मंत्रों का जाप

BY : STARZSPEAK

ग्रह नक्षत्र की चाल में परिवर्तन होने से इसका शुभ और अशुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन में देखने को मिलता है। इसलिए इस दिन कई ऐसी चीजें जिनके उपाय से अशुभ प्रभावों को दूर किया जा सकता है। 

(Navgraha Mantra) ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में स्थित सभी ग्रह व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं। जिसका असर व्यक्ति की शादी, करियर, स्वास्थ्य और वित्त आदि पर देखा जा सकता है। वहीं, कुंडली में कई ग्रह मिलकर चाल योग बनाते हैं। जिससे नकारात्मकता फैलती है।

इसके अलावा व्यक्ति को कई प्रकार की बाधाओं का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए नवग्रहों की पूजा की जाती है, साथ ही यज्ञ, मंत्रों का जाप भी किया जाता है, ताकि व्यक्ति के जीवन में आ रही समस्याओं का जल्द ही समाधान हो सके।

आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि नौ ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए किन मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। 

नवग्रह की शांति के लिए करें इन मंत्रों का जाप (Navgraha Mantra)


1- सूर्यमंत्र का करें जाप  (Chant Surya Mantra)

इस मंत्र का जाप 21 बार करना शुभ माना जाता है। 

सूर्यमंत्र - ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।

यह भी पढ़ें - नवग्रहों ( Navgraha ) के ज्योतिषीय प्रभाव: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के प्रभाव का अध्ययन

Navgraha
2- चंद्र मंत्र का करें जाप (Chant Chandra Mantra)

इस मंत्र का 11 बार जाप करना शुभ माना जाता है। 

ओम श्रां श्रीं श्रौं सः सोमाय नमः ।

3- मंगल मंत्र का करें जाप (Chant Mangal Mantra)

अगर आपकी कुंडली में मंगलदोष (मंगलदोष उपाय) है, तो इस मंत्र का जाप करें। 

ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: ।

4- बुध मंत्र का करें जाप  (Chant Budh Mantra)

अगर आपकी कुंडली में बुधदोष है, तो इस मंत्र का जाप जरूर करें। 

ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ।

5- गुरु मंत्र का करें जाप (Chant Guru Mantra)

अगर आपकी कुंडली में गुरुदोष है, तो इस मंत्र का 21 बार करने से लाभ हो सकता है। 

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।

6- शुक्र मंत्र का करें जाप (Chant Shukra Mantra)

अगर कुंडली में शुक्रदोष है, तो इस मंत्र का 51 बार जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो सकती हैं। 

ओम द्रां द्रीं द्रौम सः शुक्राय नमः ।

7- शनि मंत्र का करें जाप (Chant Shani Mantra)

अगर आपकी कुंडली में शनिदोष (शनिदोष उपाय) है, तो इस मंत्र का 11 बार जाप करने से सभी बाधाओं से छुटकारा मिल सकता है। 

ओम प्रां प्रीं प्रोम सह शनै नमः ।

8- राहु मंत्र का जाप करने से हो सकता है लाभ (Chant Rahu Mantra)

राहु मंत्र के जाप से कुंडली में स्थित परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है। 

ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।

9- केतु मंत्र का जाप करें (Chant Ketu Mantra)

अगर आपकी कुंडली में केतु से संबंधित कोई परेशानी है, तो इस मंत्र का 11 बार जाप कर सकते हैं। 

ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः। 

नवग्रह मंत्रों - Navgraha Mantra का जाप करें और यहां बताई गई बातों का विशेष ध्यान रखें। साथ ही अगर आपके पास हमारी कहानी से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपको सही जानकारी प्रदान करने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये कहानी पसंद आई हो तो कृपया इसे शेयर करें. ऐसी और कहानियाँ पढ़ने के लिए हर जीवन से जुड़े रहें।