By: Starzspeak
भारत के सभी त्योहारों में दीवाली का सर्वाधिक महत्व है. इस दिन शुभ मुहूर्त में सही विधि-विधान से लक्ष्मी का पूजन करने पर अगली दीवाली तक के लिए लक्ष्मी कृपा से घर में धन और धान्य की कमी नहीं आती है. साथ ही शास्त्रों में बताए टोने-टोटके के उपायों से भी बहुत जल्दी ही लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त की जा सकती है.
तो चलिए इस दिवाली हम आपको बता रहे हैं लक्ष्मी कृपा पाने के लिए ज्योतिषियों के बताए गए 11 उपाय. इन्हें सभी राशियों के लोग कर सकते हैं. इनमें से कोई भी एक या अधिक उपाय करने से दरिद्रता दूर होकर सुख-सम्पत्ति का आगमन होता है.
- दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजानी चाहिए. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है और मां लक्ष्मी घर में आती हैं.
- दीपावली पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें. किसी हनुमान मंदिर में जाकर भी ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं.
-किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं. ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए.
- दीपावली पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए. ये कौडियां पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं. आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी.
- लक्ष्मी पूजन के समय हल्दी की गांठ भी साथ रखें. पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है.
- दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदनी चाहिए. पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें. जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए.
- दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें. यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें.
- इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं.
- दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है. इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं. पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए.
- अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं. यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए. ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, वापिस पलटकर न देखें.
- दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके. सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें.
- दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं.
- लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें.
- दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें. बरकत बनी रहेगी.
- प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें. दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.
- दीवाली की रात सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं. ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें.
- महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं. ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं.
- दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है.
- यदि संभव हो सके तो दीवाली वाले दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं. इस पुण्य कर्म से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं.
- एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए। साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें. इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा.
- लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें. सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें.
- घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं. तुलसी को वस्त्र अर्पित करें. जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए. इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है.
- महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं.
- दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें. जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा.
- महालक्ष्मी के महामंत्र ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जप करें.