भारत के अंधविश्वास या वैज्ञानिक तथ्य
हमारा देश भारत प्राचीन काल से ही ज्ञान और विज्ञान का केंद्र रहा है, और विश्व में जगतगुरु के नाम से विख्यात रहा है। आईये जानते है कुछ प्राचीन भारतीय मान्यताये और उनके वैज्ञानिक स्पष्टीकरण -
१. नदियों में रुपये के सिक्के को फेकना - वैज्ञानिक मातानुसार ताम्बे (copper) का प्रयोग जल की अशुद्धियों को दूर करता है , प्राचीन समय में भारत में ताम्बे के सिक्को का प्रयोग होता था , नदियों में ताम्बे के सिक्के को फेकना शुद्धता का प्रतीक था । परतु आजकल लोहे और अलुमिनियम के सिक्के चलते है जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक तत्त्व है, अतः अब इन सिक्को को नदियों / जल में ना फेकें ।
२ . प्रचीन समय से भारतीय संस्कृति के अनुसार महिलायें अनेक प्रकार के आभूषण पहनती है , जिनमे बिछुआ भी है, वैज्ञानिक मतानुसार जिस उंगली में बिछुआ पहना जाता है वहां नसे गर्भाशय से जुडी होती है , बिछुआ पहने से गर्भधारण सम्बन्धी समस्याएं दूर रहती है ।
३ . मंदिर में घंटियों और शंख का प्रयोग आज भी होता है जो हमरी संस्कृति का अभिन्न अंग रहे है , वैज्ञानिक मतानुसार घंटियों और शंखो से उत्पन्न होने वाली ध्वनि तरंगे मानसिक शान्ति प्रदान करती है और मन एकाग्रचित्त रहता है |
४ . भारतीय संस्कृति में व्रत का विशेष महत्व है | वैज्ञानिक मतानुसार सप्ताह में एक दिन अन्न ग्रहण ना करने से पाचन तंत्र सही रहता है और शरीर के विकार दूर होते है |