हिन्दू धर्म में अनेक देवी देवताओ को पूजा जाता है इनमे से एक है धन के देवता कुबेर | पुराणों के अनुसार कुबेर को रावण का भाई माना जाता है | कहते है सोने की लंका का निर्माण कुबेर ने ही संसार में अपनी महत्ता स्थापित करने के लिए कराया था | कुबेर ने अलकापुरी नगर बसाया और सोने के सुंदर महल का निर्माण किया | रावण ने कुबेर को हरा कर उससे लंका को छीन लिया और अपना नगर बनाया |
कुबेर को संसार में ये महत्वपूर्ण भगवान शिव के वरदान के कारण प्राप्त हुआ है | एक बार जब कुबेर को अपने धन पर अभिमान हुआ तो भगवान गणेश ने कुबेर का सारा धन खा लिया और भगवान शिव की शरण में जाने पर ही उन्हें क्षमा दान मिला | भगवान शिव के वरदान स्वरूप कुबेर को धन के संरक्षक का स्थान प्राप्त है | इनके पूजन से धन की रक्षा होती है और धन में वृद्धि होती है | कुछ ख़ास उपायों से हम यदि इनका पूजन करे तो धन संबंधी समस्या समाप्त होती है -
1 - कुबेर को प्रसन्न करने के लिए भगवान शिव का पूजन करना चाहिए | कुबेर की मूर्ति को समक्ष रख कर दीपक जलाये और इस मंत्र का जाप करे -
ॐ यक्षाय कुबेराय वैस्रनाय , धन धन्याधिपतये धन धान्य स्म्रृद्धि में देहि दापय स्वाहा |
2 - कुबेर जी की एक छोटी सी मूर्ति उस स्थान पर अवश्य रखे झा आप अपना धन रखते है | कुबेर जी धन के संरक्षक देवता है वे आपके की सभी प्रकार से रक्षा करेंगे | आपके धन का अपव्यय भी रूक जाएगा |
3 - भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए दीपावली के दिन भगवान कुबेर की भी मूर्ति घर लाये और उनको भी अपने मंदिर में स्थापित कर ले इससे आप घर के धन की रक्षा तो होगी ही साथ ही आपकी आर्थिक उन्नति भी होगी |
4 - माँ महा लक्ष्मी के पूजन से भी भगवान कुबेर प्रसन्न होते है | भगवान कुबेर का पूजन माँ लक्ष्मी के साथ करने से अधिक शीघ्र और संतोष जनक परिणाम प्राप्त होंगे |
5 - उत्तर दिशा को कुबेर का स्थान माना जाता है इस स्थान को खाली रखे और प्रातः स्नान कर इस स्थान को स्वछ करे और इस स्थान पर दूध के पकवान बना कर माँ लक्ष्मी एवं कुबेर का पूजन करे |
6 -धनतेरस की रात्रि में कुबेर के गुप्त मंत्र का जाप करने से होगा | धन लाभ इस प्रकार करे जाप -
पूर्व दिशा की तरफ मुँह करके 108 बार इस मंत्र का जाप करे |
ॐ श्रीं , ॐ ह्रीं श्रीं , ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वरायः नमः |
Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.