बसंत पंचमी विशेष रूप से माँ सरस्वती को समर्पित त्यौहार है | इस दिन विद्यार्थियों को माँ सरस्वती के पूजन विशेष लाभ प्राप्त होते है | वैसे तो बसंत कामदेव और रति की सहचर ऋतु है यही कारण है की बसंत का सुंदर वातावरण हर किसी के मन को मोह लेता है | यह ऋतु सृष्टि के सृजन एवं सौंदर्य की पराकाष्ठा की ऋतु है | किन्तु इसी बसंत के सुंदर वातावरण में पंचमी के दिन माँ सरस्वती का पूजन किया जाता है | ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का पूजन व्यक्ति को संसार में सब कुछ प्राप्त करने में सहायक है | आइये जानते है कैसे करे माँ सरस्वती का पूजन -
इस बार बसंत पंचमी 22 जनवरी सोमवार के दिन पड़ रही है और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र इस दिन की महत्ता को बढ़ा रहा है | इस दिन पीले वस्त्र धारण किये जाते है | इस दिन को ऋषि पंचमी भी कहा जाता है इस दिन ये उपाय अवश्य करे -
1 - इस दिन प्रातः स्नान करे और देवी के मंदिर जा कर फल या मिठाई चढ़ा कर इस मंत्र का जाप ११ बार करे -
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं माँ सरस्व्ते नमः |
इससे आप की बुद्धि तीव्र होगी |
2 - अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रातः स्नान कर पीत वस्त्र धारण कर माँ दुर्गा के सप्तसती के किलक स्रोत का पाठ करे|
3 -यदि आप संगीत के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है और सफलता नहीं मिल रही है तो सुबह स्नानदि के पश्चात पीत वस्त्र धारण कर माँ सरस्वती का पूजन मिठाई फूल आदि से कर इस मंत्र का जाप 21 बार करे -
ह्रीं वाग्यदेवाय ह्रीं ह्रीं |
4 - यदि आप परीक्षा में बार बार फेल हो रहे तो इस दिन सुबह जल्दी स्नान कर पीत वस्त्र धारण कर ताम्बे की थाली में कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बना कर सरस्वती यंत्र स्थापित करे | अब आठ नारियल ले कर थाली के सामने रखे और फूल अक्षत आदि से पूजन कर इस मंत्र का जाप स्फटिक या तुलसी की माला से करे -
ॐ ऐं सरस्व्ते नमः |
जाप के पश्चात साड़ी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित करे सफलता अवश्य मिलेगी |
5 - इस दिन माता पिता को अपने बच्चो को स्नानादि के पश्चात अपने शिशु को गोद में बैठा कर चांदी की कटोरी में रखे शहद से शिशु की जीभ पर माँ सरस्वती के बीज मंत्र को लिखना चाहिए इससे भविष्य में बच्चा पढ़ाई में तेज होता है और अच्छी बुद्धि का स्वामी होता है | माँ सरस्वती का बीज मंत्र है - ऐंग |
6 - इस दिन माँ सरस्वती के 12 नामो का जाप करने से भी ज्ञान एवं बुद्धि की प्राप्ति होती
है | वागेश्वरी , भारती, भुवनेश्वरी , शारदा , हंसवाहिनी , सरस्वती , जगती ,कुमुदि , चन्द्रकान्ति ,बह्मचारिणी , वरदायिनी , बुद्धिदात्री ये माँ सरस्वती के बारह नाम है |
7 - इस दिन ब्राह्मण को किताब , पेन पेन्सिल आदि का दान करने से भी ज्ञान एवं बुद्धि में वृद्धि होती है |
Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.