हमारे यहाँ आभूषण पहनने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है । आभूषण भिन्न धातुओं के बनते है व उनका प्रभाव भी अलग - अलग होता है।
अंगूठी, सोने, चाँदी तथा ताम्बे की धातु की बनती है, ताम्बे की अंगूठी पहनने से हमारे शरीर में आर्थराइटिस व ब्लड सर्कुलेशन से होने वाली समस्याओं से निजात पाई जा सकती है । ताम्बा बहुत ही प्राचीन धातु है और यह हमारे शरीर से रक्त की अशुद्धि को दूर करता है ।
इसको ऊँगली में धारण करने से लिवर को मजबूती प्रदान होती है, हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में कॉपर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । यदि हमारे शरीर में इसकी कमी हो जाए तो हमारे शरीर में अनेक रोग घर कर लेते है ।
कॉपर हमारे शरीर में हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है, यह हमे मेंटली और शारीरिक रूप से फिट रखने में सहायक है। इसको पहनने से हमारा पाचन तंत्र ठीक रहता है और इसको पहनने से पीलिया जैसे रोग से बचा जा सकता है ।
ताम्बा हमारे शरीर को शीतलता प्रदान करता है तथा शरीर की गर्मी को कम करता है । जिन व्यक्तियों को रक्तचाप सम्बन्धी समस्या है, यदि वह ताम्बे की अंगूठी को पहने तो उनका रक्तचाप नियंत्रण में रहेगा ।
सूर्य से सम्बंधित रोगो में यह अंगूठी बहुत लाभ देती है, ताम्बा हमारी त्वचा के आयल के संपर्क में आने से नाख़ून और त्वचा स्वस्थ रहती है । यह हमारे मन को शांत रखता है तथा यह घर के वास्तु दोष को दूर करने में भी सक्षम है ।