हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के दौरान शंख बजाने का चलन सदियों से चला आ रहा हैं। लोग अपने पूजा घर में निश्चित तौर पर शंख रखते है और उसको नियमित रूप से बजाते भी हैं। शंख बजाने के धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ तो अनेको हैं लेकिन इसके अन्य लाभ भी है। घर में शंख रखने , बजाने और इसके जल का सही तरह से इस्तमाल करने से कई तरह के लाभ होते है जिनमे से कुछ लाभ तो मनुष्य की सेहत के साथ जुड़े हैं। चलिए आपको बताते है शंख और उसकी ध्वनि का हमारे जीवन में क्या महत्त्व हैं।
१. शंख बजाने से हमारे फेफड़ो को काफी लाभ पहुँचता है। यह एक तरह से हमारे फेफड़ो का व्यायाम ही हैं। कहा जाता है की अगर किसी इंसान को श्वास की समस्या है तोह वह नियमित रूप से शंख बजाकर इस रोग से मुक्ति प्राप्त कर सकता हैं।
२. यदि गर्भावस्था के दौरान माँ को शंख में भर कर जल दिया जाए तोह उसके होने वाले बच्चे को वाणी सम्भंदित कोई भी समस्या नहीं होती है और बच्चा बोना भी जल्दी सीख जाता हैं।
३. शंख की धवनि जीवाणु और कीटाणु को नष्ट करने का सर्वोत्तम साधन हैं। शंख बजाने से सभी प्रकार की नकारात्मकता ऊर्जा ख़त्म हो जाती हैं। शंख में रखे जल में भी कीटाणु को समाप्त करने की अद्भुत शक्ति होती हैं।
४. शंख बजाने से मनुष्कय के दिमाग का प्रसुप्त तंत्र जाग जाता है जो की उसके व्यक्तित्व विकास के लिए बहुत लाभदायक होता हैं। शंख बजाने से व्यक्ति का शरीर और उसके आस पास का वातावरण शुद्ध हो जाता हैं।
५. शंख में फॉस्फोरस और कैल्शियम मौजूद होते है और इसलिए उसमे रखा पानी पीने से इंसान की हड़िया और दांत मजबूत हो जाते हैं।
६. इसके आलावा कास प्लीहा और इंफ्लूएंजा में भी शंख बजाना लाभदायक होता है। शंख बजाने से किडनी और जननांगों पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद के हिसाब से शंखोदक के भस्म को उपयोग करने से पेट की बीमारिया , पथरी आदि बीमारियों का समाधान होता हैं।
इसके अतिरिक्त शंख की ध्वनि सुनकर इंसान के अंदर एक सकारत्मकता आ जाती है जो उसे जीवन में आगे बढ़ने के लिए उकसाती है और शुभ फल प्रदान करती हैं। आप खुद अपने घर में शंख को नियमित रूप से बजाये और आप खुद इसके चमत्कारी गुणों को महसूस करेंगे और सबके जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता लुप्त हो जाएगी।