September 6, 2024 Blog

Lalbaugcha Raja 2024 : जानिए क्या है लाल बाग के राजा का इतिहास, यहाँ VIP दर्शन कैसे करे?

BY : STARZSPEAK

लालबाग के राजा, मुंबई का सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित गणेश पंडाल है, जो हर वर्ष गणेश चतुर्थी के अवसर पर भव्य रूप से सजाया जाता है। मुंबई के लालबाग इलाके में स्थित यह गणपति पंडाल 1934 से गणेशोत्सव का केंद्र रहा है और इसे "नवसाचा गणपति" (इच्छा पूरी करने वाले गणपति) के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ भगवान गणेश के दर्शन के लिए लाखों भक्त आते हैं, जो अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए गणपति बप्पा से प्रार्थना करते हैं। बड़े-बड़े सेलिब्रिटी यहां दर्शन को आते हैं।

इस साल गणेश चतुर्थी का 91वां वर्ष मना रहे है। कहा जाता है की लाल बाग के राजा की मूर्ति की ऊंचाई सभी गणपति मूर्तियों से अधिक होती है। इसी कारण लालबाग़ के राजा सिर्फ मुंबई में ही नहीं पूरी दुनिया में भी मशहूर है। इस साल मंडल को 51 करोड़ रुपये का बीमा मिला है। यह गणेश मंडल अपने 10 दिवसीय उत्सव के दौरान लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। हर साल, गणपति के दर्शन के लिए यहां लगभग 5 किलोमीटर लंबी कतारें लगती हैं। 

लालबाग के राजा का इतिहास (History of Lalbaugcha Raja)

इस प्रभाग की स्थापना वर्ष 1934 में इसके वर्तमान स्थान (लालबाग, परेल) पर की गई थी। पूर्व पार्षद श्री कुंवरजी जेठाभाई शाह, डॉ. वी.बी. कोरगांवकर और स्थानीय निवासियों के निरंतर प्रयासों और समर्थन के बाद, मालिक रजबअली तैय्यबअली ने बाजार के निर्माण के लिए एक भूखंड देने का फैसला किया।

लालबाग के राजा पंडाल की स्थापना का उद्देश्य मूल रूप से बाजार के पुनर्निर्माण के लिए चंदा एकत्र करना था। तब से लेकर आज तक, यह पंडाल गणेशोत्सव के दौरान भक्तों का मुख्य आकर्षण बना हुआ है। इस पंडाल की स्थापना "लालबागचा राजा सर्वजनिक गणेशोत्सव मंडल" द्वारा की जाती है, जो कि लालबाग, परेल क्षेत्र के मछुआरों और स्थानीय निवासियों का संगठन है।

lalbaugcha raja photo


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लालबाग के राजा की विशेषताएं (Features of Lalbaugcha Raja) 

लालबाग के राजा की मूर्ति हर साल अलग-अलग थीम पर तैयार की जाती है और इसे बड़े कौशल और भव्यता के साथ सजाया जाता है। भगवान गणेश की प्रतिमा को 17-18 फीट ऊंची बनाया जाता है, जो बेहद आकर्षक और दिव्य होती है। भक्तों की सुविधा के लिए दर्शन के दो प्रकार की व्यवस्थाएं की जाती हैं: "नवस दर्शन" (मनोकामना दर्शन) और "मुख दर्शन" (मुख्य दर्शन)। नवस दर्शन के दौरान भक्त अपनी विशेष इच्छाएं गणपति बप्पा के सामने रखते हैं।

लालबाग के राजा का महत्व (Importance of Lalbaugcha Raja)

लालबाग के राजा को "इच्छा पूर्ति गणपति" के रूप में जाना जाता है, और ऐसा माना जाता है कि यहाँ सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य पूरी होती है। इस पंडाल की ख्याति इतनी अधिक है कि कई प्रमुख हस्तियाँ, राजनेता, और बॉलीवुड सितारे भी यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।

कैसे पहुंचे लाल बाग के राजा ?(How to reach Lalbaugcha Raja)
  • लालबागचा राजा के दर्शन के लिए आपको सबसे पहले मुंबई पहुंचना होगा। यहां से आप कैब, बस या लोकल ट्रेन के जरिए लालबागचा राजा पंडाल तक पहुंच सकते हैं।
  • लाल बाग राजा का मूल पंडाल दक्षिण मुंबई के लाल बाग बाजार में जीडी आंबेडकर रोड़ पर लगता है। 
  • यहां आने के लिए आप आप मुंबई के चिंचपोकली रेलवे स्टेशन से पैदल जा सकते हैं। यह स्टेशन लालबागचा राजा से 17 मिनट की दूरी पर है। 
  • यदि आप पश्चिम रेलवे से आ रहे हैं तो आप लोअर परेल स्टेशन पर उतरकर पंडाल की ओर जा सकते हैं। 
  • अगर आप सेंट्रल रेलवे से आ रहे हैं तो आप करी रोड स्टेशन से आ सकते हैं। 
लालबाग़ राजा के दर्शन कैसे करे ?(Lalbaugcha Raja VIP darshan Pass)

आप मुंबई में लाल बाग राजा के दर्शन इन तरीकों से कर सकते हैं: 

  • लालबागचा राजा के दर्शन के लिए मंडल मुख दर्शन और नव चरण-स्पर्श दर्शन की भी सुविधा है।
  • चरण-स्पर्श के लिए कतार बाबासाहेब अम्बेडकर रोड से शुरू होती है और काला चौकी के पास जीडी अम्बेकर मार्ग पर जारी रहती है। 
  • मुख दर्शन के लिए कतार छत्रपति शिवाजी मैदान (गरम खड़ा) - डॉ बीए रोड - दत्ताराम लाड मार्ग - टीबी कदम मार्ग - अतिरिक्त सीपी कार्यालय - डॉ बीए रोड - रानी बाग (या चिड़ियाघर) से है।
  • लाल बाग राजा के दर्शन के लिए VIP व्यवस्था भी की गयी है।  इसमें दर्शन केवल 1 से 1:30 घंटे में हो जाते है।

Lalbaugcha Raja VIP darshan Pass और VIP tickets price के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करिए| 

लालबाग़ राजा के दर्शन(Lalbaugcha Raja darshan) किस समय कर सकते है ?

लालबाग के राजा के दर्शन सुबह से देर रात तक किए जा सकते हैं, जिसकी समय-सारणी जारी की गई है। 

  • भक्त सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक लालबाग के राजा के दर्शन कर सकते हैं।
  • सुबह की पूजा 6 से 7 बजे के बीच होती है। 
  • जबकि दोपहर की पूजा 1 से 2 बजे के बीच की जाती है। 
  • शाम की पूजा का समय 7 से 8 बजे के बीच है।
  • आरती के समय की बात करें तो, सुबह की आरती 7 से सवा 7 बजे के बीच होती है, दोपहर की आरती 1 से सवा 1 बजे के बीच और शाम की आरती 7 से सवा 7 बजे के बीच की जाती है।
लालबाग़ राजा के लाइव दर्शन किस प्रकार कर सकते है ?

अगर आप मुंबई में नहीं हैं और लालबाग के राजा के दर्शन करना चाहते हैं, तो आप इसे ऑनलाइन लाइव देख सकते हैं। आप lalbaugcharaja.com पर जाकर दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा, फेसबुक पर m.facebook.com/LalbaugchaRaja पेज पर, यूट्यूब चैनल youtube.com/user/LalbaugRaja पर, और इंस्टाग्राम पेज instagram.com/lalbaugcharaja पर भी भगवान के दर्शन किए जा सकते हैं।

लाल बाग राजा का विसर्जन (Lalbaugcha Raja Visarjan) कब और कहाँ किया जाता है?

यह ग्यारह दिनों का त्यौहार है जिसमें 10 दिनों तक लालबागचा राजा को भक्तों को दर्शन और पूजा के लिए दिखाया जाता है और ग्यारहवे दिन अनंत चतुर्दसी को "गणपति विसर्जन" किया जाता है। मूर्ति को हर साल  गिरगांव चौपाटी पर अरब सागर में विसर्जित किया जाता है। यह परंपरा त्योहार के समापन का प्रतीक है।

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