August 21, 2024 Blog

Balaram Jayanti: भाद्रपद महीने में कब है बलराम जयंती? जानें, शुभ मुहूर्त एवं महत्व

BY : STARZSPEAK

भादप्रद माह का विशेष महत्व है। इस महीने में बलराम जयंती (Balaram Jayanti), कृष्ण जन्माष्टमी, राधा अष्टमी, गणेश चतुर्थी समेत कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। बलराम जयंती पर भगवान श्रीकृष्ण के साथ बलदाऊ भैया की भी पूजा की जाती है। इस शुभ अवसर पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योगों में भगवान बलराम की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

Balaram Jayanti: बलराम जयंती हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन जगत के रचयिता भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी की पूजा की जाती है। बलराम जी को बलदाऊजी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के साथ बलराम जी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख-सौभाग्य, यश और धन में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और योग- 

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balaram jayanti
बलराम जयंती शुभ मुहूर्त 

वैदिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी 24 अगस्त दिन शनिवार को सुबह 07:51 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 25 अगस्त को सुबह 05:31 बजे समाप्त होगी. इसलिए बलराम जयंती (Balaram Jayanti) 24 अगस्त को मनाई जाएगी. साधक ब्रह्म बेला से भगवान बलराम की आराधना कर सकते हैं।

बलराम जयंती शुभ योग 

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर वृद्धि योग बन रहा है। इस योग का संयोग रात्रि के अंत तक रहता है। इसके साथ ही रवि योग का भी संयोग बन रहा है। वहीं शिववास योग का संयोग सुबह 07:51 बजे तक है. इस योग में आप भगवान बलराम (Balaram Jayanti) की पूजा कर सकते हैं।

पंचांग
  • सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 55 मिनट पर
  • सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 51 मिनट पर
  • चंद्रोदय - रात 09 बजकर 54 मिनट पर
  • चंद्रास्त - दिन 10 बजकर 43 मिनट पर
  • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 27 मिनट से 05 बजकर 11 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 51 मिनट से 07 बजकर 13 मिनट तक
  • निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक
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