भादप्रद माह का विशेष महत्व है। इस महीने में बलराम जयंती (Balaram Jayanti), कृष्ण जन्माष्टमी, राधा अष्टमी, गणेश चतुर्थी समेत कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। बलराम जयंती पर भगवान श्रीकृष्ण के साथ बलदाऊ भैया की भी पूजा की जाती है। इस शुभ अवसर पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योगों में भगवान बलराम की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
Balaram Jayanti: बलराम जयंती हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन जगत के रचयिता भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी की पूजा की जाती है। बलराम जी को बलदाऊजी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के साथ बलराम जी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख-सौभाग्य, यश और धन में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और योग-वैदिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी 24 अगस्त दिन शनिवार को सुबह 07:51 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 25 अगस्त को सुबह 05:31 बजे समाप्त होगी. इसलिए बलराम जयंती (Balaram Jayanti) 24 अगस्त को मनाई जाएगी. साधक ब्रह्म बेला से भगवान बलराम की आराधना कर सकते हैं।
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर वृद्धि योग बन रहा है। इस योग का संयोग रात्रि के अंत तक रहता है। इसके साथ ही रवि योग का भी संयोग बन रहा है। वहीं शिववास योग का संयोग सुबह 07:51 बजे तक है. इस योग में आप भगवान बलराम (Balaram Jayanti) की पूजा कर सकते हैं।