कालाष्टमी के दिन काल भैरव की पूजा करने की परंपरा है। अष्टमी तिथि काल भैरव को समर्पित है। हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति को जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। आइए जानते हैं कालाष्टमी (Kalashtami 2024 Upay) पर किए जाने वाले उपायों के बारे में।
Kalashtami 2024 Upay: कालाष्टमी का त्योहार हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन काल भैरव की पूजा और व्रत करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति को सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन हमेशा खुशहाल बना रहता है। इस बार कालाष्टमी 01 मई को मनाई जाएगी. मान्यता है कि इस दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति को जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इन चमत्कारी उपायों के बारे में।अगर आपको रुका हुआ पैसा नहीं मिल पा रहा है तो इसके लिए कालाष्टमी (Kalashtami 2024 Upay) के दिन काल भैरव की सच्चे मन से पूजा करें। साथ ही उन्हें जलेबी का भोग लगाएं. माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को रुका हुआ पैसा मिल जाता है।
इसके अलावा जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन एक रोटी बनाएं और उस पर सरसों का तेल लगाएं। इसके बाद रोटी कुत्ते को खिलाएं और 'रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ' मंत्र का जाप भी करें। मान्यता के अनुसार इस उपाय को करने से व्यक्ति को जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
बिजनेस में सफलता पाने के लिए कालाष्टमी (Kalashtami 2024 Upay) के अवसर पर रोटी का चूरमा बनाकर काल भैरव को अर्पित करें। साथ ही 'ओम ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ओम' मंत्र का जाप करें। इसके बाद प्रसाद को लोगों में बांट दें और खुद भी ग्रहण करें।
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी (Kalashtami 2024 Upay) तिथि 01 मई को सुबह 05.45 बजे से शुरू होगी। इसकी समाप्ति 2 मई को प्रातः 04:01 बजे होगी. ऐसे में कालाष्टमी का त्योहार 01 मई को मनाया जाएगा.
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