इस संसार में पैदा होने वाला प्रत्येक व्यक्ति एक निश्चित आयु लेकर आता है, किसी को कम आयु मिलती है और कोई लम्बी आयु लेकर आता है । ज्योतिष शास्त्र में हम कुंडली के माध्यम से जान सकते है की किस व्यक्ति की कितनी आयु होगी । कुंडली में लग्न भाव व अष्टम भाव को देखर व्यक्ति की आयु के बारे में जाना जा सकता है, जानते है ऐसे कुछ योग जो व्यक्ति की आयु के बारे में बताते है –
- यदि तृतीयेश अष्टम भाव में चला जाए तो व्यक्ति की आयु कम होती है ।
- किसी कुंडली में यदि लग्नेश तथा अष्टमेश शुभ ग्रहो द्वारा प्रभावित हो तो यह लम्बी आयु का सूचक है।
- यदि तुला लग्न में सूर्य द्वादश भाव में स्थित हो तो व्यक्ति बहुत लम्बी आयु लेकर आता है ।
- यदि अष्टमेश द्वितीय भाव में स्थित होकर अष्टम भाव को देखता है तो यह लम्बी आयु का संकेत है ।
- कर्क लग्न में लग्न भाव में चन्द्रमा व बृहस्पति हो तथा अष्टम भाव में कोई पाप गृह न हो तथा पाप गृह की दृष्टि न हो तो ऐसे व्यक्ति की आयु लम्बी होती है ।
- यदि किसी की कुंडली में अष्टम भाव में शनि हो तो ऐसे व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो सकती है ।
- यदि किसी कुंडली में तुला लग्न में चतुर्थेश व पंचमेश शनि षष्टम भाव में स्थित हो और अष्टम भा पर दृष्टि होने से आयु के लिए अशुभ परिणाम देते है ।
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न, सुख भाव, सप्तम भाव तथा दशम भाव में गुरु हो तो ऐस व्यक्ति लम्बी आयु लेकर आता है ।