हर व्यक्ति कामना करता है की उसके पास अपनी खुद की सम्पति हो, खुद का मकान हो और वो उस सपने को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत करता है, लेकिन किसी का सपना पूरा होता है और किसी का नहीं । कुंडली के माध्यम से हम जान सकते है की व्यक्ति के पास खेत, खलिहान, मकान, जायदाद होगी या नहीं । आइये जानते हैं कुछ योग जिनसे व्यक्ति की सम्पत्ति के बारे में जाना जा सकता है –
- किसी भी व्यक्ति की कुंडली में चतुर्थ भाव, चतुर्थेश और शुक्र के स्थान से पता चलता है की उस व्यक्ति को जीवन में घर सम्पत्ति का सुख मिलेगा या नहीं, यदि कुंडली में चतुर्थ भाव, चतुर्थेश और शुक्र अच्छे भाव या स्थान पर बैठे हो तो व्यक्ति घर सम्पत्ति का मालिक होता है अन्यथा ये सब पाने के लिए व्यक्ति को बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
- यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थेश के साथ हो तो वो व्यक्ति निश्चय ही मकान और खेत का मालिक होता है।
- अगर कुंडली में उच्च का शनि चतुर्थ भाव में हो तो व्यक्ति के अधिक घर होते है और वो बहुत संपत्तियों का मालिक होता है।
- यदि जातक की कुंडली में तुला लग्न में सातवें भाव में शनि नीच का हो तो ऐसे व्यक्ति के पास बहुत प्रॉपर्टी होती है।
- किसी की कुंडली में चतुर्थ भाव का स्वामी लग्न भाव में स्थित हो तो व्यक्ति जमीन जायदाद का मालिक होता है।
- यदि कुंडली में चतुर्थेश और लग्नेश की युति चतुर्थ भाव में हो तो उस व्यक्ति का घर बहुत आलीशान होता है।