By: Starzspeak
ऐसा कहा जाता है कि दिन की शुरुआत आप जैसी करते हैं पूरा दिन फिर वैसा ही बीतता है. इस वजह से एक अच्छी शुरुआत पूरे दिन को अच्छा बनाता है. अगर दिन की शुरुआत अच्छी नहीं होती है तो दिन ढलने तक किसी अनहोनी घटना का डर बना रहता है. बहरहाल, अब सवाल ये है कि आपके दिन की शुरुआत अच्छी है या बुरा, इसका फैसला कैसे किया जाएगा.
सुबह से ही कुछ अच्छा होने लगे तो आपका पूरा दिन सकारात्मक रहता है और अगर मामला इसके उलट रहता है तो दिन अच्छा नहीं बीतता है. ऐसी कुछ मान्यताएं हैं जिनके अनुसार सुबह उठकर कुछ चीजों को देखना काफी शुभ होता है. वहीं कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें उठते ही सिर्फ देख लेने से ही दिन पूरा खराब हो जाता है. आइए आज जानते हैं कि सुबह उठने के बाद हमें किन चीजों से बचना चाहिए.
कई लोगों की ये आदत होती है, जिनमें ज्यादा संख्या महिलाओं की है कि वो सुबह उठते ही दिन के पहले काम के रूप में आईने में अपना चेहरा देखते हैं. इसे काफी गलत माना जाता है. दूसरी कई चीजें है जो शुभ मानी गई हैं. जैसे आप सुबह उठते ही अपनी हथेलियों की तरफ देख सकते हैं. ये दिन की शुरुआत करने के लिए बेहद शुभ काम है.
आपको दूसरों की परछाई के अलावा खुद के साए को भी देखने से बचना चाहिए. सुबह सुबह किसी की परछाई को देखने का मतलब असफलता को निमंत्रण देना माना जाता है. ये व्यक्ति के जीवन में तनाव बढ़ाता है और साथ ही दिमाग में उलझन भी पैदा करता है.
आमतौर पर कुत्ते सुबह नहीं झगड़ते हैं, वो रात में ऐसा करते हैं, मगर फिर भी किसी वजह से ऐसा हो सकता है. सुबह उठने के बाद सबसे पहले कुत्तों को झगड़ते हुए देखना बहुत अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि दिन की शुरुआत में ये देखने से लोगों से बहस हो सकती है.
सुबह सुबह जानवरों की तस्वीरें देखना अशुभ माना जाता है. इससे बचने के लिए आप कमरे में से उन तस्वीरों को हटा सकते हैं या फिर ऐसे कमरों में उन्हें लगाएं जो सोने के लिए इस्तेमाल ना होते हों. ये भी मान्यता है की ऐसी तस्वीरों को देखने से बहस और लड़ाई होती है.
सुबह उठकर जूठे बर्तनों को देखना भी अच्छा नहीं माना जाता है. गंदे बर्तनों को देखने से आपको जो प्रोजेक्ट्स मिलने वाले हैं उनमें देरी हो सकती है. दरअसल, रात को खाना खाकर बर्तन जूठे ही छोड़ देना भी अशुभ माना जाता है. इस्तेमाल के बाद ही उन्हें धोकर उनके स्थान पर रखने का प्रयास करें.
जागने के बाद दो या दो से ज्यादा लोगों को बहस में उलझे हुए या लड़ते हुए देखना अच्छा नहीं है. ऐसा माना जाता है कि उनकी नकारात्मक ऊर्जा उस झगड़े को देखने वाले व्यक्ति में प्रवेश कर जाती है. इस वजह से यदि बाहर सिर्फ तूतू मैंमैं ही चल रही हो तब भी उसे ना देखें