August 26, 2018 Blog

हनुमान जी की पूजा कब और कैसे करनी चाहिए जिससे हमारे दोष दूर हो सके |

BY : STARZSPEAK

By: Deepika

राम भक्त हनुमान जी की प्रसिद्धि ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व भर के कौने-कौने में प्रख्यात है। ख़ासकर पुरूष जाति हनुमान पूजा बहुत ही विधि-विधान के साथ करते है। पुराणों के अनुसार शिवजी का एकादश रूद्रावतारों में से एक हनुमान जी का रूप है। हनुमान जी का जन्म वैशाख पूर्णिमा को हुआ था, और इसी दिन हनुमान जंयती भी मनाई जाती है।

तो चलिए आपकों बताते है कि हनुमान जी की पूजा कब और कैसे करनी चाहिए और हनुमान जी की पूजा करने से किन दोषों से मुक्ति मिलती है।

प्रत्येक मंगलवार हनुमान जी की पूजा-पाठ का दिन माना जाता है। साथ ही शनिवार को भी हनुमान चालीसा और हनुमान स्त्रोत का पाठ किया जाता है,जिससे शनि देव प्रसन्न हो जाते है। वैसे तो हनुमान जी की पूजा –पाठ सभी कर सकते है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी को छूना महिलाओं के लिए निषेध है। सिर्फ पुरूष ही उनको छू सकते है।। वैसे तो सभी जातक साधरण रूप से हनुमान जी की प्रतिमा को चोला चढ़ाते है। लेकिन हनुमान जी  की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को लाल चोला चढ़ाना चाहिए। शनि देव की साढ़े साती, ढैया, दशा और अन्तरदशा में कष्ट कम करने के लिए नियमित रूप से प्रत्येक शनिवार हनुमान जी को चोला अर्पित करें।

हनुमान जी को चोला अर्पित करते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है-

  1. यदि आप चोले में चमेली के तेल में सिन्दुर मिलाकर प्रतिमा पर लेपर कर अच्छी तरह मलकर, रगड़कर चांदी का वर्क चढ़ाते है तो हनुमान जी प्रसन्न होते है और आपके सारे कष्ट हर लेते है।
  2. चोला चढ़ाते समय शुद्ध वस्त्रों का धारण करना चाहिए।
  3. सिन्दुर और चोला सृष्टि क्रम से यानि पैरों से मष्तिक तक चढ़ाना चाहिए। इससे सौम्य स्वभाव की प्राप्ति होती है और देवता भी सौम्य होते है। और संहार क्रम यानि मष्तिक से पैरों तक चढ़ाने से देवता उग्र हो जाते है।
  4. आपके पूर्ण कार्य संकल्पित होने चाहिए। सात्विक जीवन, और मानसिक एंव शारीरिक ब्रहाचर्य का पालन करना आवश्यक है।
  5. हनुमान जी को चोला अर्पित करते समय हनुमान मंत्र या श्री राम स्तुति पढ़नी चाहिए इससे भगवान हनुमान बेहद ही प्रसन्न होते है।
  6. एक बात का ध्यान अवश्य रखें आप जब भी हनुमान जी की पूजा करे या उन्हें सिन्दूर या चोला अर्पित करें उस वक्त सिर्फ हनुमान जी की ही पूजा नही करनी है बल्कि हनुमान जी के इष्टदेव श्री राम भगवान जी की भी पूजा करनी आवश्यक है अन्यथा आपकी पूजा निरर्थक मानी जाएगी।

हनुमान जी की पूजा-पाठ करने से कई दोषों से छुटकारा मिलता है-

  1. शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
  2. हनुमान जी की नियमित पूजा करने से मंगल दोष दूर होता है और जिससे कई कष्ट स्वत: ही समाप्त हो जाते है।
  3. जिस लड़के या लड़की की जन्मपत्री में मांगलिक दोष हो और शादी में रूकावट हो रही हो उस जातक को मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा और उनके मंत्रोच्चारण करना चाहिए। इससे मांगलिक दोष हट जाता है। साथ ही जातक को 21 मंगलवार व्रत भी करने चाहिए और उसके बाद 21 वें मंगलवार को उद्दापन कर किसी भी ब्राह्मण को दान-दक्षिणा के साथ भोजन करवाएं। और उस दिन अपने घर में सुन्दरकांड करवाएं ।
  4. हनुमान जी को प्रसन्न करन के लिए और सभी दोषों से मुक्ति के लिए घर में रामायण पाठ करवाना चाहिए। जिससे घर का ग्रह क्लेश भी दूर होता है।
  5. सदैव हनुमान जी कृपा अपने और अपने परिवार के ऊपर बनाए रखने के लिए प्रत्येक मंगलवार या शनिवार या दोनों वार को अपने घर में सुन्दरकांड का पाठ करवाना चाहिए। इससे नकारात्मकता को और बुरी आत्मा दूर रहती है।