May 28, 2018 Blog

हथेली में आधे चन्द्रमा का पूरा राज क्या है?

BY : Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

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लेखक: सोनू शर्मा

प्राचीन काल से भारत में हस्तरेखा विज्ञान का प्रयोग भविष्य के बारे में जानने के लिए किया जाता है । व्यक्ति की हथेलियों में कई तरह की रेखाएं होती हैं और हस्तरेखा विज्ञान से हम इन रेखाओं के संकेत और तात्पर्य को समझ सकते है । कहते है की व्यक्ति की किस्मत उसकी हथेलियों की रेखाओं में होती है, जिस प्रकार व्यक्ति के हाथ की रेखाएं उसके भूतकाल, वर्तमान और भविष्य के बारे में दर्शाती है उसी तरह हथेली में बनने वाला चन्द्रमा भी उस व्यक्ति के बारे में काफी कुछ बताता है ।

हमारे साथ की छोटी उंगली के नीचे से हृदय रेखा शुरू होती है, दोनों हथेलियों को पास लाकर हृदय रेखाओं को मिलाने से आप देख सकते है की आपकी हथेली में किस तरह का चाँद बन रहा है, या तो किसी के हाथ में हृदय रेखाएं आपस में मिलती ही नहीं है या फिर किसी के हाथ में आधा चन्द्रमा बनता है ।

यदि किसी व्यक्ति की दोनो हथेलियों को मिलाने से आधे चंद्रमा का आकार बनता है तो यह इस बात को दर्शाता है कि वो व्यक्ति काफी प्रभावशाली है, वह अट्रैक्टिव पर्सनॅलिटी का मालिक होगा, तेज दिमाग का होगा और नरम दिल होगा । ज़्यादातर ऐसे लोग लव मैरिज करते है और अपने किसी दोस्त से शादी करते है । इनमे लीडरशिप क्वालिटी होती है और नेतृत्व करने में निपुण होते है । ये लोग किसी भी परिस्थिति को संभाल सकते है तथा किसी भी तरह के हालात से निपटने में माहिर होते है । ये लोग अपने देश से दूर जाकर बसना पसंद करते है और ऐसे ही जीवनसाथी को चुनते है जो इनके विदेश में बसने के सपने को पूरा करे, इनका वैवाहिक जीवन भी काफी सफल होता है । ये लोग अपने स्वास्थ और फिटनेस पे काफी ध्यान देते है, ये लोग दोस्ती निभाने वाले होते है, इनके मित्रो की संख्या भी काफी होती है और ये मुश्किल परिस्थिति में हमेशा अपने दोस्तो का साथ देते है ।
Author: Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.