May 3, 2018 Blog

जानिए उन्नत मंगल कैसे दिलाता है उच्च पद!

BY : STARZSPEAK

लेखिका : रजनीशा शर्मा


जीवन रेखा के प्रारम्भिक स्थल के नीचे और उससे घिरे शुक्र पर्वत के ऊपर फैला हुआ भाग मंगल पर्वत कहलाता है | मंगल देवताओ के सेनापति है वे युद्ध के देवता है | मंगल जीवन में साहस एवं वीरता का परिचायक है | आइये जानते है मंगल व्यक्ति को किस प्रकार प्रभावित करता है -


1 - उन्नत मंगल व्यक्ति को वीरता एवं साहस प्रदान करता है | ऐसे व्यक्ति युद्ध में निर्णायक भूमिका अदा करते है | ये निडर एवं शक्तिशाली होते है | ये किसी भी बात को कहने में संकोच नहीं करते और किसी से भी दबते नहीं है |


2 - जीवन के प्रारम्भ से जुड़ा हुआ भाग उर्ध्व  मंगल कहलाता है | यदि उर्ध्व मंगल उन्नत अवस्था में हो तो व्यक्ति के जीवन में दृढ़ता एवं संतुलन स्थापित होता है | यदि यह निम्न अवस्था में हो तो व्यक्ति झगड़ालू एवं अविश्वश्नीय प्रवृत्ति का हो जाता है |


3 - जिन व्यक्तियों के जीवन में मंगल ग्रह की प्रधानता होती है वे स्वभाव से साहसी ,धैर्यवान , निडर एवं वीर होते है | उनकी शारीरिक बनावट गोल चेहरा, सुडौल, हष्ट पुष्ट  ,लम्बा कद एवं गठीली होती है | इनकी त्वचा कठोर एवं मोटी होती है | वे अन्याय को कभी भी सहन नहीं करते और खतरों के बावजूद भी विरोध करते है |


4 - मंगल ग्रह प्रधान व्यक्ति पुलिस , मिलिट्री , आर्मी आदि में उच्च पदों पर आसीन होते है | शासन करने का गुण इनमे जन्मजात होता है | इनसे प्रेरित व्यक्ति जान का जोखिम उठाने को भी तत्पर रहता है | मंगल प्रधान व्यक्ति महत्वाकांक्षी होता है वह अपनी महत्वाकांक्षा के लिए सतत प्रयत्नशील रहता है | उस व्यक्ति में मानसिक बल की अधिकता रहती है |


5 - यदि उर्ध्व मंगल पूर्ण विकसित हो तो व्यक्ति झगड़ालू ना होकर तर्क पूर्ण ढंग से अपनी बात रखता है और विजयी होता है |


6 - मंगल पर्वत यदि अधिक विकसित हो तो व्यक्ति आपराधिक प्रवृत्ति का हो जाता है | मंगल पर्वत का उभरा होना , कठोर एवं रूखी हथेली तथा गोल अंगूठा एक हत्यारे के चिन्ह होते है |


7 - मंगल पर्वत यदि शुक्र पर्वत की ओर झुक जाए तो व्यक्ति में दुर्गुण प्रभावी होने लगते है |  तीव्रता ,जोश एवं प्रेम विकसित होता है और जीवन में ये व्यक्ति प्रायः दिखावे को महत्व देने लगते है | ये स्वभाव से डरपोक हो जाते है |


8 - मंगल पर्वत पर यदि त्रिभुज , वर्ग अथवा वृत्त का चिन्ह हो तो व्यक्ति को रक्त संबंधित रोग होने का भय रहता है | मंगल पर्वत पर त्रिभुज होने पर व्यक्ति राष्ट्रिय सम्मान भी पाता है| वृत्त का चिन्ह व्यक्ति को कायर एवं विश्वासघाती  बनाता है |  नक्षत्र का चिन्ह हो तो व्यक्ति को कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ते है |


9 - मंगल पर्वत यदि उन्नत अवस्था में हो और हथेली का रंग लाल हो तो व्यक्ति उच्च पदों पर आसीन होता है | हथेली का गुलाबी रंग मंगल के दुर्गुणों से बचाता है | पीली हथेली वाला व्यक्ति अपराध की ओर झुकाव रखता है | नीले एवं बैगनी रंगत लिए हुए हथेली वाला व्यक्ति रोगी होता है |


10 - मंगल पर्वत यदि हाथ में उपस्थित हो और हाथ की उंगलिया कोणिक हो तो व्यक्ति आदर्शवादी होता है और आदर्श जीवन व्यतीत करता है  | वर्गाकार उंगलिया व्यक्ति को व्यवहार कुशल बनाती है और वह चालबाज होता है  | फैली हुई उंगलियों वाला व्यक्ति तत्पर एवं चतुर होता है | गठीली उंगलियों वाला व्यक्ति तार्किक एवं समझदार होता है और सामान्य जीवन व्यतीत करता है |


11 - मंगल पर्वत पर यदि क्रास का चिन्ह हो तो व्यक्ति की मृत्यु युद्ध में होती है या वह जेल भी जा सकता है  | मंगल पर्वत पर स्थित जाल बताता है की व्यक्ति की मृत्यु दुर्घटना में होगी और वह मनोरोगी होगा  एवं  व्यक्ति को लड़ाई झगड़े में माहिर बनाता है |


12 - मंगल प्रधान व्यक्ति उच्च आकांक्षा वादी होता है | उसे जीवन में संघर्ष करते रहना पड़ता है |