January 17, 2025 Blog

Bhadra Kaal 2025: जानें कब और क्यों इसे बचना चाहिए

BY : STARZSPEAK

Bhadra Kaal 2025: भद्रा काल का नाम सुनते ही बहुत से लोग सतर्क हो जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से भद्रा काल को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, भद्रा काल 2025 में कब है और यह क्यों महत्वपूर्ण है? आइए, इसे विस्तार से समझते हैं।

भद्रा काल क्या होता है?

भद्रा काल (Bhadra Kaal) वह समय है, जब भद्रा का प्रभाव रहता है। इस समय को शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना गया है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, भद्रा काल के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, और शुभ यात्राएं नहीं करनी चाहिए। इसे अशुभ परिणामों का कारण बताया गया है।

भद्रा का धार्मिक महत्व

भद्रा को भगवान शनि देव की बहन और सूर्य देव की पुत्री माना जाता है। उनकी सुंदरता जितनी चर्चित है, उनका स्वभाव उतना ही कठोर माना गया है। यही वजह है कि हिन्दू पंचांग में भद्रा काल को विशेष रूप से दर्शाया गया है।

भद्रा काल में वर्जित कार्य

भद्रा काल (Bhadra Kaal) में निम्नलिखित कार्य करना वर्जित है:

  • विवाह
  • गृह प्रवेश
  • नया व्यवसाय शुरू करना
  • मुंडन संस्कार
  • शुभ यात्रा

इन कार्यों को इस समय टालने की सलाह दी जाती है।

भद्रा काल देखने का तरीका

भद्रा काल की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए हिन्दू पंचांग का सहारा लिया जाता है। इसमें भद्रा के आरंभ और समाप्ति का समय स्पष्ट रूप से दिया होता है, ताकि आप शुभ मुहूर्त का चयन कर सकें।

भद्रा काल 2025 में विशेष ध्यान दें

यदि आप 2025 में किसी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं, तो भद्रा काल को ध्यान में रखते हुए पंचांग की मदद लें। भद्रा काल का सही समय जानने से आप अशुभ समय में शुभ कार्य करने से बच सकते हैं।
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भद्रा काल 2025

भद्रा काल 2025 का समय हिन्दू पंचांग के अनुसार तय होता है। आप नीचे हर महीने का भद्रा काल का समय जान सकते है।

जनवरी 2025 में भद्रा काल की समय सारणी

जनवरी 2025 के महीने में भद्रा काल के सटीक समय को जानना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपने शुभ कार्यों को सही समय पर प्लान कर सकें। नीचे दिए गए टेबल में जनवरी 2025 के भद्रा काल की पूरी जानकारी दी गई है:

तिथि

दिन

भद्रा काल प्रारंभ

भद्रा काल समाप्त

3 जनवरी 2025

शुक्रवार

दोपहर 12:25 बजे

रात 11:39 बजे

6 जनवरी 2025

सोमवार

शाम 06:23 बजे

7 जनवरी 2025, सुबह 05:25 बजे

9 जनवरी 2025

गुरुवार

रात 11:20 बजे

10 जनवरी 2025, सुबह 10:19 बजे

13 जनवरी 2025

सोमवार

सुबह 05:03 बजे

शाम 04:26 बजे

16 जनवरी 2025

गुरुवार

दोपहर 03:39 बजे

17 जनवरी 2025, सुबह 04:06 बजे

20 जनवरी 2025

सोमवार

सुबह 09:58 बजे

रात 11:18 बजे

24 जनवरी 2025

शुक्रवार

सुबह 06:36 बजे

शाम 07:25 बजे

27 जनवरी 2025

सोमवार

रात 08:34 बजे

28 जनवरी 2025, सुबह 08:09 बजे

फरवरी 2025 में भद्रा काल की समय सारणी

फरवरी 2025 का महीना आते ही शुभ कार्यों की योजनाएं बनने लगती हैं। लेकिन भद्रा काल जैसे समय को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक है, ताकि अनजाने में अशुभ समय में कोई कार्य न हो जाए।

तिथि

दिन

भद्रा काल प्रारंभ

भद्रा काल समाप्त

1 फरवरी 2025

शनिवार

रात 10:26 बजे

2 फरवरी 2025, सुबह 09:14 बजे

5 फरवरी 2025

बुधवार

रात 02:30 बजे

दोपहर 01:31 बजे

8 फरवरी 2025

शनिवार

सुबह 08:48 बजे

रात 08:15 बजे

11 फरवरी 2025

मंगलवार

शाम 06:55 बजे

12 फरवरी 2025, सुबह 07:05 बजे

15 फरवरी 2025

शनिवार

सुबह 10:48 बजे

रात 11:52 बजे

19 फरवरी 2025

बुधवार

सुबह 07:32 बजे

रात 08:47 बजे

23 फरवरी 2025

रविवार

रात 01:43 बजे

दोपहर 01:55 बजे

26 फरवरी 2025

बुधवार

सुबह 11:08 बजे

रात 10:05 बजे

मार्च 2025 में भद्रा काल की समय सारणी

मार्च 2025 में कई महत्वपूर्ण तिथियों पर भद्रा काल का प्रभाव रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस महीने भद्रा काल कब है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सुगमता से निर्धारित कर सकें। नीचे दी गई तालिका में मार्च के सभी भद्रा काल का विवरण दिया गया है।

तिथि

दिन

भद्रा काल प्रारंभ

भद्रा काल समाप्त

3 मार्च 2025

सोमवार

सुबह 07:30 बजे

शाम 06:02 बजे

6 मार्च 2025

गुरुवार

सुबह 10:50 बजे

रात 10:01 बजे

9 मार्च 2025

रविवार

शाम 07:41 बजे

10 मार्च 2025, सुबह 07:44 बजे

13 मार्च 2025

गुरुवार

सुबह 10:35 बजे

रात 11:26 बजे

17 मार्च 2025

सोमवार

सुबह 06:14 बजे

शाम 07:33 बजे

21 मार्च 2025

शुक्रवार

रात 02:45 बजे

दोपहर 03:38 बजे

24 मार्च 2025

सोमवार

शाम 05:27 बजे

25 मार्च 2025, सुबह 05:05 बजे

27 मार्च 2025

गुरुवार

रात 11:03 बजे

28 मार्च 2025, सुबह 09:32 बजे

अप्रैल 2025 भद्रा काल

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, अप्रैल 2025 में भद्रा काल कुछ विशेष तिथियों पर रहेगा। यह समय शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, इसलिए इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

अप्रैल 2025 में भद्रा काल का समय:

नीचे अप्रैल 2025 में भद्रा काल का विस्तृत समय सारणी दी गई है, ताकि आप अपनी गतिविधियों को सही समय पर निर्धारित कर सकें:

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

1 अप्रैल 2025

मंगलवार

शाम 04:04 बजे (1 अप्रैल) से रात 02:32 बजे (2 अप्रैल) तक

4 अप्रैल 2025

शुक्रवार

रात 08:12 बजे (4 अप्रैल) से सुबह 07:44 बजे (5 अप्रैल) तक

8 अप्रैल 2025

मंगलवार

सुबह 08:32 बजे से रात 09:12 बजे तक (same day)

12 अप्रैल 2025

शनिवार

सुबह 03:21 बजे से शाम 04:35 बजे तक (same day)

16 अप्रैल 2025

बुधवार

रात 12:07 बजे से दोपहर 01:16 बजे तक (same day)

19 अप्रैल 2025

शनिवार

शाम 06:21 बजे (19 अप्रैल) से सुबह 06:46 बजे (20 अप्रैल) तक

23 अप्रैल 2025

बुधवार

सुबह 05:33 बजे से शाम 04:43 बजे तक (same day)

26 अप्रैल 2025

शनिवार

सुबह 08:27 बजे से शाम 06:40 बजे तक (same day)

मई 2025 भद्रा काल

हिन्दू पंचांग के अनुसार, मई 2025 में भद्रा काल का प्रभाव निम्नलिखित तिथियों पर रहेगा। इन तिथियों पर शुभ कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है:

मई 2025 में भद्रा काल का समय:

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

1 मई 2025

गुरुवार

रात 12:43 बजे से सुबह 11:23 बजे तक (same day)

4 मई 2025

रविवार

सुबह 07:18 बजे से शाम 07:21 बजे तक (same day)

7 मई 2025

बुधवार

रात 11:21 बजे से 8 मई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:29 बजे तक

11 मई 2025

रविवार

रात 08:01 बजे से 12 मई 2025, सोमवार, सुबह 09:14 बजे तक

15 मई 2025

गुरुवार

दोपहर 03:18 बजे से 16 मई 2025, शुक्रवार, सुबह 04:02 बजे तक

19 मई 2025

सोमवार

सुबह 06:11 बजे से शाम 06:05 बजे तक (same day)

22 मई 2025

गुरुवार

दोपहर 02:21 बजे से 23 मई 2025, शुक्रवार, रात 01:12 बजे तक

25 मई 2025

रविवार

दोपहर 03:51 बजे से 26 मई 2025, सोमवार, रात 02:01 बजे तक

30 मई 2025

शुक्रवार

सुबह 10:14 बजे से रात 09:22 बजे तक (same day)

जून 2025 भद्रा काल

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जून 2025 में 2, 6, 10, 14, 17, 20, 23, और 28 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

जून 2025 में भद्रा काल का समय:

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

2 जून 2025

सोमवार

रात 08:34 बजे से 3 जून 2025, मंगलवार, सुबह 09:10 बजे तक

6 जून 2025

शुक्रवार

दोपहर 03:31 बजे से 7 जून 2025, शनिवार, सुबह 04:47 बजे तक

10 जून 2025

मंगलवार

सुबह 11:35 बजे से 11 जून 2025, बुधवार, सुबह 12:27 बजे तक

14 जून 2025

शनिवार

सुबह 03:35 बजे से 14 जून 2025, शनिवार, दोपहर 03:46 बजे तक

17 जून 2025

मंगलवार

दोपहर 02:46 बजे से 18 जून 2025, बुधवार, रात 02:13 बजे तक

20 जून 2025

शुक्रवार

रात 08:36 बजे से 21 जून 2025, शनिवार, सुबह 07:18 बजे तक

23 जून 2025

सोमवार

रात 10:09 बजे से 24 जून 2025, मंगलवार, सुबह 08:33 बजे तक

28 जून 2025

शनिवार

रात 09:28 बजे से 29 जून 2025, रविवार, सुबह 09:14 बजे तक

जुलाई 2025 भद्रा काल

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जुलाई 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 2, 6, 10, 13, 16, 20, 23, और 28 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इन समयों में शुभ कार्य करना अनुकूल नहीं माना जाता है।

जुलाई 2025 में भद्रा काल का समय:


तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

2 जुलाई 2025

बुधवार

सुबह 11:58 बजे से 3 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:59 बजे तक

6 जुलाई 2025

रविवार

सुबह 08:08 बजे से 6 जुलाई 2025, रविवार, रात 09:14 बजे तक

10 जुलाई 2025

गुरुवार

रात 01:36 बजे से 10 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 01:55 बजे तक

13 जुलाई 2025

रविवार

दोपहर 01:26 बजे से 14 जुलाई 2025, सोमवार, 01:02 बजे तक

16 जुलाई 2025

बुधवार

रात 09:01 बजे से 17 जुलाई 2025, गुरुवार, सुबह 08:07 बजे तक

20 जुलाई 2025

रविवार

रात 01:28 बजे से 20 जुलाई 2025, रविवार, दोपहर 12:12 बजे तक

23 जुलाई 2025

बुधवार

सुबह 04:39 बजे से 23 जुलाई 2025, बुधवार, दोपहर 03:31 बजे तक

28 जुलाई 2025

सोमवार

सुबह 10:57 बजे से 28 जुलाई 2025, सोमवार, रात 11:24 बजे तक

अगस्त 2025 में भद्रा काल

हिन्दू पंचांग के अनुसार, अगस्त 2025 में कुछ विशेष तिथियों पर भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर किसी भी शुभ कार्य को करना अवश्यक रूप से टालना चाहिए, क्योंकि भद्रा काल को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।

अगस्त 2025 में भद्रा काल का समय:


तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

1 अगस्त 2025

शुक्रवार

सुबह 04:58 बजे से 1 अगस्त 2025, शुक्रवार, शाम 06:10 बजे तक

5 अगस्त 2025

मंगलवार

रात 12:31 बजे से 5 अगस्त 2025, मंगलवार, दोपहर 01:12 बजे तक

8 अगस्त 2025

शुक्रवार

दोपहर 02:12 बजे से 9 अगस्त 2025, शनिवार, रात 01:52 बजे तक

11 अगस्त 2025

सोमवार

रात 09:38 बजे से 12 अगस्त 2025, मंगलवार, सुबह 08:40 बजे तक

15 अगस्त 2025

शुक्रवार

रात 02:07 बजे से 15 अगस्त 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:58 बजे तक

18 अगस्त 2025

सोमवार

सुबह 06:22 बजे से 18 अगस्त 2025, सोमवार, शाम 05:22 बजे तक

21 अगस्त 2025

गुरुवार

दोपहर 12:44 बजे से 22 अगस्त 2025, शुक्रवार, 12:16 बजे तक

27 अगस्त 2025

बुधवार

रात 02:46 बजे से 27 अगस्त 2025, बुधवार, दोपहर 03:44 बजे तक

30 अगस्त 2025

शनिवार

रात 10:46 बजे से 31 अगस्त 2025, रविवार, सुबह 11:54 बजे तक

सितंबर 2025 भद्रा काल

हिन्दू पंचांग के अनुसार, सितंबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 3, 7, 10, 13, 16, 19, 25, और 29 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय उपयुक्त नहीं माने जाते हैं।

अगस्त 2025 में भद्रा काल का समय:


तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

3 सितंबर 2025

बुधवार

शाम 04:12 बजे से 4 सितंबर 2025, गुरुवार, सुबह 04:21 बजे तक

7 सितंबर 2025

रविवार

रात 01:41 बजे से 7 सितंबर 2025, रविवार, दोपहर 12:43 बजे तक

10 सितंबर 2025

बुधवार

सुबह 05:03 बजे से 10 सितंबर 2025, बुधवार, दोपहर 03:37 बजे तक

13 सितंबर 2025

शनिवार

सुबह 07:23 बजे से 13 सितंबर 2025, शनिवार, शाम 06:11 बजे तक

16 सितंबर 2025

मंगलवार

दोपहर 12:53 बजे से 17 सितंबर 2025, बुधवार, रात 12:21 बजे तक

19 सितंबर 2025

शुक्रवार

रात 11:36 बजे से 20 सितंबर 2025, शनिवार, सुबह 11:53 बजे तक

25 सितंबर 2025

गुरुवार

रात 08:18 बजे से 26 सितंबर 2025, शुक्रवार, सुबह 09:32 बजे तक

29 सितंबर 2025

सोमवार

शाम 04:31 बजे से 30 सितंबर 2025, मंगलवार, सुबह 05:23 बजे तक


अक्टूबर 2025 भद्रा काल

अक्टूबर 2025 में भद्रा काल के प्रभावी समय की जानकारी:

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, अक्टूबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 3, 6, 9, 12, 15, 19, 25, और 29 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

अक्टूबर 2025 में भद्रा काल का समय:

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

3 अक्टूबर 2025

शुक्रवार

सुबह 06:57 बजे से 3 अक्टूबर 2025, शुक्रवार, शाम 06:32 बजे तक

6 अक्टूबर 2025

सोमवार

दोपहर 12:23 बजे से 6 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 10:53 बजे तक

9 अक्टूबर 2025

गुरुवार

दोपहर 12:37 बजे से 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार, रात 10:54 बजे तक

12 अक्टूबर 2025

रविवार

दोपहर 02:16 बजे से 13 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 01:15 बजे तक

15 अक्टूबर 2025

बुधवार

रात 10:29 बजे से 16 अक्टूबर 2025, गुरुवार, सुबह 10:35 बजे तक

19 अक्टूबर 2025

रविवार

दोपहर 01:51 बजे से 20 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 02:45 बजे तक

25 अक्टूबर 2025

शनिवार

दोपहर 02:34 बजे से 26 अक्टूबर 2025, रविवार, रात 03:48 बजे तक

29 अक्टूबर 2025

बुधवार

सुबह 09:23 बजे से 29 अक्टूबर 2025, बुधवार, रात 09:50 बजे तक

नवंबर 2025 भद्रा काल

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, नवंबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 1, 4, 7, 11, 14, 18, 24, और 28 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

नवंबर 2025 में भद्रा काल का समय:

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

1 नवंबर 2025

शनिवार

रात 08:27 बजे से 2 नवंबर 2025, रविवार, सुबह 07:31 बजे तक

4 नवंबर 2025

मंगलवार

रात 10:36 बजे से 5 नवंबर 2025, बुधवार, सुबह 08:44 बजे तक

7 नवंबर 2025

शुक्रवार

रात 09:16 बजे से 8 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 07:32 बजे तक

11 नवंबर 2025

मंगलवार

रात 12:07 बजे से 11 नवंबर 2025, मंगलवार, सुबह 11:32 बजे तक

14 नवंबर 2025

शुक्रवार

दोपहर 12:07 बजे से 15 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 12:49 बजे तक

18 नवंबर 2025

मंगलवार

सुबह 07:12 बजे से 18 नवंबर 2025, मंगलवार, रात 08:27 बजे तक

24 नवंबर 2025

सोमवार

सुबह 08:25 बजे से 24 नवंबर 2025, सोमवार, रात 09:22 बजे तक

28 नवंबर 2025

शुक्रवार

रात 12:29 बजे से 28 नवंबर 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:28 बजे तक

दिसंबर 2025 भद्रा काल 

हिन्दू पंचांग के अनुसार, दिसंबर 2025 में भद्रा काल 1, 4, 7, 10, 14, 18, 24, 27, और 30 तारीखों को प्रभावी रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि ये समय शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माने जाते हैं।

दिसंबर माह 2025 में भद्रा काल की समय सारणी 

तिथि

दिन

भद्रा काल का समय

1 दिसंबर 2025

सोमवार

सुबह 08:20 बजे से 1 दिसंबर 2025, शाम 07:01 बजे तक

4 दिसंबर 2025

गुरुवार

सुबह 08:37 बजे से 4 दिसंबर 2025, शाम 06:40 बजे तक

7 दिसंबर 2025

रविवार

सुबह 07:50 बजे से 7 दिसंबर 2025, शाम 06:24 बजे तक

10 दिसंबर 2025

बुधवार

दोपहर 01:46 बजे से 11 दिसंबर 2025, रात 01:45 बजे तक

14 दिसंबर 2025

रविवार

सुबह 05:40 बजे से 14 दिसंबर 2025, शाम 06:49 बजे तक

18 दिसंबर 2025

गुरुवार

रात 02:32 बजे से 18 दिसंबर 2025, दोपहर 03:47 बजे तक

24 दिसंबर 2025

बुधवार

दोपहर 12:45 बजे से 24 दिसंबर 2025, दोपहर 01:11 बजे तक

27 दिसंबर 2025

शनिवार

दोपहर 01:09 बजे से 28 दिसंबर 2025, रात 12:39 बजे तक

30 दिसंबर 2025

मंगलवार

शाम 06:28 बजे से 31 दिसंबर 2025, सुबह 05:00 बजे तक

भद्रा काल का असर कैसे होता है?

भद्रा काल के दौरान कार्यों में रुकावटें, परेशानी, और अनचाही समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह समय किसी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत के लिए अनुकूल नहीं माना जाता।

भद्रा काल कब आता है?

भद्रा काल हर महीने अलग-अलग समय पर आता है, और यह चंद्रमा की स्थिति और पंचांग में बताए गए तिथियों के आधार पर तय किया जाता है। भद्रा काल का सही समय ज्योतिषशास्त्र के जानकारों या पंचांग से पता किया जा सकता है।

भद्रा काल में कौन से काम नहीं करने चाहिए?

भद्रा काल के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, नए व्यवसाय की शुरुआत, धार्मिक अनुष्ठान और यात्रा जैसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। इस समय में ये कार्य करने से अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं।

क्या भद्रा काल से बचा जा सकता है?

जी हां, भद्रा काल से बचने के लिए पहले से शुभ मुहूर्त का चयन करना सही रहता है। ज्योतिषी की सलाह लेकर भद्रा काल से बचते हुए सही समय में काम करना फायदेमंद होता है।

भद्रा काल में शिव पूजा कर सकते हैं?

भद्रा काल में शिव पूजा करने की अनुमति है। यह समय भगवान शिव की पूजा करने के लिए वर्जित नहीं है। हालांकि, अन्य शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है। आप भद्रा काल के दौरान भगवान शिव की आराधना कर सकते हैं, जो कि शुभ फल देने वाली हो सकती है।

क्या भद्रा काल में रुद्राभिषेक करना चाहिए?

हां, भद्रा काल में रुद्राभिषेक करना संभव है। यह पूजा भद्रा काल में वर्जित नहीं मानी जाती है, इसलिए आप इस समय में रुद्राभिषेक कर सकते हैं। शिव पूजा और रुद्राभिषेक के लिए भद्रा काल कोई रुकावट नहीं उत्पन्न करता, इसलिए इसे संपन्न किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

अगर आप सोच रहे हैं कि भद्रा काल के दौरान शुभ कार्यों को कैसे टाला जाए, तो इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि आप पंचांग और ज्योतिषीय सलाह लेकर सही मुहूर्त का चयन करें। भद्रा काल में पूजा और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं, लेकिन विवाह, गृह प्रवेश या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को टालने की कोशिश करें। इससे आप अपने कार्यों में बाधाओं से बच सकते हैं और अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

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