Bhadra Kaal 2025: भद्रा काल का नाम सुनते ही बहुत से लोग सतर्क हो जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से भद्रा काल को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, भद्रा काल 2025 में कब है और यह क्यों महत्वपूर्ण है? आइए, इसे विस्तार से समझते हैं।
भद्रा काल (Bhadra Kaal) वह समय है, जब भद्रा का प्रभाव रहता है। इस समय को शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना गया है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, भद्रा काल के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, और शुभ यात्राएं नहीं करनी चाहिए। इसे अशुभ परिणामों का कारण बताया गया है।
भद्रा को भगवान शनि देव की बहन और सूर्य देव की पुत्री माना जाता है। उनकी सुंदरता जितनी चर्चित है, उनका स्वभाव उतना ही कठोर माना गया है। यही वजह है कि हिन्दू पंचांग में भद्रा काल को विशेष रूप से दर्शाया गया है।
भद्रा काल (Bhadra Kaal) में निम्नलिखित कार्य करना वर्जित है:
इन कार्यों को इस समय टालने की सलाह दी जाती है।
भद्रा काल की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए हिन्दू पंचांग का सहारा लिया जाता है। इसमें भद्रा के आरंभ और समाप्ति का समय स्पष्ट रूप से दिया होता है, ताकि आप शुभ मुहूर्त का चयन कर सकें।
भद्रा काल 2025 का समय हिन्दू पंचांग के अनुसार तय होता है। आप नीचे हर महीने का भद्रा काल का समय जान सकते है।
जनवरी 2025 के महीने में भद्रा काल के सटीक समय को जानना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपने शुभ कार्यों को सही समय पर प्लान कर सकें। नीचे दिए गए टेबल में जनवरी 2025 के भद्रा काल की पूरी जानकारी दी गई है:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल प्रारंभ |
भद्रा काल समाप्त |
3 जनवरी 2025 |
शुक्रवार |
दोपहर 12:25 बजे |
रात 11:39 बजे |
6 जनवरी 2025 |
सोमवार |
शाम 06:23 बजे |
7 जनवरी 2025, सुबह 05:25 बजे |
9 जनवरी 2025 |
गुरुवार |
रात 11:20 बजे |
10 जनवरी 2025, सुबह 10:19 बजे |
13 जनवरी 2025 |
सोमवार |
सुबह 05:03 बजे |
शाम 04:26 बजे |
16 जनवरी 2025 |
गुरुवार |
दोपहर 03:39 बजे |
17 जनवरी 2025, सुबह 04:06 बजे |
20 जनवरी 2025 |
सोमवार |
सुबह 09:58 बजे |
रात 11:18 बजे |
24 जनवरी 2025 |
शुक्रवार |
सुबह 06:36 बजे |
शाम 07:25 बजे |
27 जनवरी 2025 |
सोमवार |
रात 08:34 बजे |
28 जनवरी 2025, सुबह 08:09 बजे |
फरवरी 2025 का महीना आते ही शुभ कार्यों की योजनाएं बनने लगती हैं। लेकिन भद्रा काल जैसे समय को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक है, ताकि अनजाने में अशुभ समय में कोई कार्य न हो जाए।
तिथि |
दिन |
भद्रा काल प्रारंभ |
भद्रा काल समाप्त |
1 फरवरी 2025 |
शनिवार |
रात 10:26 बजे |
2 फरवरी 2025, सुबह 09:14 बजे |
5 फरवरी 2025 |
बुधवार |
रात 02:30 बजे |
दोपहर 01:31 बजे |
8 फरवरी 2025 |
शनिवार |
सुबह 08:48 बजे |
रात 08:15 बजे |
11 फरवरी 2025 |
मंगलवार |
शाम 06:55 बजे |
12 फरवरी 2025, सुबह 07:05 बजे |
15 फरवरी 2025 |
शनिवार |
सुबह 10:48 बजे |
रात 11:52 बजे |
19 फरवरी 2025 |
बुधवार |
सुबह 07:32 बजे |
रात 08:47 बजे |
23 फरवरी 2025 |
रविवार |
रात 01:43 बजे |
दोपहर 01:55 बजे |
26 फरवरी 2025 |
बुधवार |
सुबह 11:08 बजे |
रात 10:05 बजे |
मार्च 2025 में कई महत्वपूर्ण तिथियों पर भद्रा काल का प्रभाव रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस महीने भद्रा काल कब है, ताकि आप अपने कार्यक्रमों को सुगमता से निर्धारित कर सकें। नीचे दी गई तालिका में मार्च के सभी भद्रा काल का विवरण दिया गया है।
तिथि |
दिन |
भद्रा काल प्रारंभ |
भद्रा काल समाप्त |
3 मार्च 2025 |
सोमवार |
सुबह 07:30 बजे |
शाम 06:02 बजे |
6 मार्च 2025 |
गुरुवार |
सुबह 10:50 बजे |
रात 10:01 बजे |
9 मार्च 2025 |
रविवार |
शाम 07:41 बजे |
10 मार्च 2025, सुबह 07:44 बजे |
13 मार्च 2025 |
गुरुवार |
सुबह 10:35 बजे |
रात 11:26 बजे |
17 मार्च 2025 |
सोमवार |
सुबह 06:14 बजे |
शाम 07:33 बजे |
21 मार्च 2025 |
शुक्रवार |
रात 02:45 बजे |
दोपहर 03:38 बजे |
24 मार्च 2025 |
सोमवार |
शाम 05:27 बजे |
25 मार्च 2025, सुबह 05:05 बजे |
27 मार्च 2025 |
गुरुवार |
रात 11:03 बजे |
28 मार्च 2025, सुबह 09:32 बजे |
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, अप्रैल 2025 में भद्रा काल कुछ विशेष तिथियों पर रहेगा। यह समय शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है, इसलिए इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अप्रैल 2025 में भद्रा काल का समय:
नीचे अप्रैल 2025 में भद्रा काल का विस्तृत समय सारणी दी गई है, ताकि आप अपनी गतिविधियों को सही समय पर निर्धारित कर सकें:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
1 अप्रैल 2025 |
मंगलवार |
शाम 04:04 बजे (1 अप्रैल) से रात 02:32 बजे (2 अप्रैल) तक |
4 अप्रैल 2025 |
शुक्रवार |
रात 08:12 बजे (4 अप्रैल) से सुबह 07:44 बजे (5 अप्रैल) तक |
8 अप्रैल 2025 |
मंगलवार |
सुबह 08:32 बजे से रात 09:12 बजे तक (same day) |
12 अप्रैल 2025 |
शनिवार |
सुबह 03:21 बजे से शाम 04:35 बजे तक (same day) |
16 अप्रैल 2025 |
बुधवार |
रात 12:07 बजे से दोपहर 01:16 बजे तक (same day) |
19 अप्रैल 2025 |
शनिवार |
शाम 06:21 बजे (19 अप्रैल) से सुबह 06:46 बजे (20 अप्रैल) तक |
23 अप्रैल 2025 |
बुधवार |
सुबह 05:33 बजे से शाम 04:43 बजे तक (same day) |
26 अप्रैल 2025 |
शनिवार |
सुबह 08:27 बजे से शाम 06:40 बजे तक (same day) |
हिन्दू पंचांग के अनुसार, मई 2025 में भद्रा काल का प्रभाव निम्नलिखित तिथियों पर रहेगा। इन तिथियों पर शुभ कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है:
मई 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
1 मई 2025 |
गुरुवार |
रात 12:43 बजे से सुबह 11:23 बजे तक (same day) |
4 मई 2025 |
रविवार |
सुबह 07:18 बजे से शाम 07:21 बजे तक (same day) |
7 मई 2025 |
बुधवार |
रात 11:21 बजे से 8 मई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:29 बजे तक |
11 मई 2025 |
रविवार |
रात 08:01 बजे से 12 मई 2025, सोमवार, सुबह 09:14 बजे तक |
15 मई 2025 |
गुरुवार |
दोपहर 03:18 बजे से 16 मई 2025, शुक्रवार, सुबह 04:02 बजे तक |
19 मई 2025 |
सोमवार |
सुबह 06:11 बजे से शाम 06:05 बजे तक (same day) |
22 मई 2025 |
गुरुवार |
दोपहर 02:21 बजे से 23 मई 2025, शुक्रवार, रात 01:12 बजे तक |
25 मई 2025 |
रविवार |
दोपहर 03:51 बजे से 26 मई 2025, सोमवार, रात 02:01 बजे तक |
30 मई 2025 |
शुक्रवार |
सुबह 10:14 बजे से रात 09:22 बजे तक (same day) |
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जून 2025 में 2, 6, 10, 14, 17, 20, 23, और 28 तारीखों को भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।
जून 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
2 जून 2025 |
सोमवार |
रात 08:34 बजे से 3 जून 2025, मंगलवार, सुबह 09:10 बजे तक |
6 जून 2025 |
शुक्रवार |
दोपहर 03:31 बजे से 7 जून 2025, शनिवार, सुबह 04:47 बजे तक |
10 जून 2025 |
मंगलवार |
सुबह 11:35 बजे से 11 जून 2025, बुधवार, सुबह 12:27 बजे तक |
14 जून 2025 |
शनिवार |
सुबह 03:35 बजे से 14 जून 2025, शनिवार, दोपहर 03:46 बजे तक |
17 जून 2025 |
मंगलवार |
दोपहर 02:46 बजे से 18 जून 2025, बुधवार, रात 02:13 बजे तक |
20 जून 2025 |
शुक्रवार |
रात 08:36 बजे से 21 जून 2025, शनिवार, सुबह 07:18 बजे तक |
23 जून 2025 |
सोमवार |
रात 10:09 बजे से 24 जून 2025, मंगलवार, सुबह 08:33 बजे तक |
28 जून 2025 |
शनिवार |
रात 09:28 बजे से 29 जून 2025, रविवार, सुबह 09:14 बजे तक |
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जुलाई 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 2, 6, 10, 13, 16, 20, 23, और 28 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इन समयों में शुभ कार्य करना अनुकूल नहीं माना जाता है।
जुलाई 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
2 जुलाई 2025 |
बुधवार |
सुबह 11:58 बजे से 3 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 12:59 बजे तक |
6 जुलाई 2025 |
रविवार |
सुबह 08:08 बजे से 6 जुलाई 2025, रविवार, रात 09:14 बजे तक |
10 जुलाई 2025 |
गुरुवार |
रात 01:36 बजे से 10 जुलाई 2025, गुरुवार, दोपहर 01:55 बजे तक |
13 जुलाई 2025 |
रविवार |
दोपहर 01:26 बजे से 14 जुलाई 2025, सोमवार, 01:02 बजे तक |
16 जुलाई 2025 |
बुधवार |
रात 09:01 बजे से 17 जुलाई 2025, गुरुवार, सुबह 08:07 बजे तक |
20 जुलाई 2025 |
रविवार |
रात 01:28 बजे से 20 जुलाई 2025, रविवार, दोपहर 12:12 बजे तक |
23 जुलाई 2025 |
बुधवार |
सुबह 04:39 बजे से 23 जुलाई 2025, बुधवार, दोपहर 03:31 बजे तक |
28 जुलाई 2025 |
सोमवार |
सुबह 10:57 बजे से 28 जुलाई 2025, सोमवार, रात 11:24 बजे तक |
हिन्दू पंचांग के अनुसार, अगस्त 2025 में कुछ विशेष तिथियों पर भद्रा काल का प्रभाव रहेगा। इन तिथियों पर किसी भी शुभ कार्य को करना अवश्यक रूप से टालना चाहिए, क्योंकि भद्रा काल को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।
अगस्त 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
1 अगस्त 2025 |
शुक्रवार |
सुबह 04:58 बजे से 1 अगस्त 2025, शुक्रवार, शाम 06:10 बजे तक |
5 अगस्त 2025 |
मंगलवार |
रात 12:31 बजे से 5 अगस्त 2025, मंगलवार, दोपहर 01:12 बजे तक |
8 अगस्त 2025 |
शुक्रवार |
दोपहर 02:12 बजे से 9 अगस्त 2025, शनिवार, रात 01:52 बजे तक |
11 अगस्त 2025 |
सोमवार |
रात 09:38 बजे से 12 अगस्त 2025, मंगलवार, सुबह 08:40 बजे तक |
15 अगस्त 2025 |
शुक्रवार |
रात 02:07 बजे से 15 अगस्त 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:58 बजे तक |
18 अगस्त 2025 |
सोमवार |
सुबह 06:22 बजे से 18 अगस्त 2025, सोमवार, शाम 05:22 बजे तक |
21 अगस्त 2025 |
गुरुवार |
दोपहर 12:44 बजे से 22 अगस्त 2025, शुक्रवार, 12:16 बजे तक |
27 अगस्त 2025 |
बुधवार |
रात 02:46 बजे से 27 अगस्त 2025, बुधवार, दोपहर 03:44 बजे तक |
30 अगस्त 2025 |
शनिवार |
रात 10:46 बजे से 31 अगस्त 2025, रविवार, सुबह 11:54 बजे तक |
हिन्दू पंचांग के अनुसार, सितंबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 3, 7, 10, 13, 16, 19, 25, और 29 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय उपयुक्त नहीं माने जाते हैं।
अगस्त 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
3 सितंबर 2025 |
बुधवार |
शाम 04:12 बजे से 4 सितंबर 2025, गुरुवार, सुबह 04:21 बजे तक |
7 सितंबर 2025 |
रविवार |
रात 01:41 बजे से 7 सितंबर 2025, रविवार, दोपहर 12:43 बजे तक |
10 सितंबर 2025 |
बुधवार |
सुबह 05:03 बजे से 10 सितंबर 2025, बुधवार, दोपहर 03:37 बजे तक |
13 सितंबर 2025 |
शनिवार |
सुबह 07:23 बजे से 13 सितंबर 2025, शनिवार, शाम 06:11 बजे तक |
16 सितंबर 2025 |
मंगलवार |
दोपहर 12:53 बजे से 17 सितंबर 2025, बुधवार, रात 12:21 बजे तक |
19 सितंबर 2025 |
शुक्रवार |
रात 11:36 बजे से 20 सितंबर 2025, शनिवार, सुबह 11:53 बजे तक |
25 सितंबर 2025 |
गुरुवार |
रात 08:18 बजे से 26 सितंबर 2025, शुक्रवार, सुबह 09:32 बजे तक |
29 सितंबर 2025 |
सोमवार |
शाम 04:31 बजे से 30 सितंबर 2025, मंगलवार, सुबह 05:23 बजे तक |
अक्टूबर 2025 में भद्रा काल के प्रभावी समय की जानकारी:
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, अक्टूबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 3, 6, 9, 12, 15, 19, 25, और 29 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।
अक्टूबर 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
3 अक्टूबर 2025 |
शुक्रवार |
सुबह 06:57 बजे से 3 अक्टूबर 2025, शुक्रवार, शाम 06:32 बजे तक |
6 अक्टूबर 2025 |
सोमवार |
दोपहर 12:23 बजे से 6 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 10:53 बजे तक |
9 अक्टूबर 2025 |
गुरुवार |
दोपहर 12:37 बजे से 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार, रात 10:54 बजे तक |
12 अक्टूबर 2025 |
रविवार |
दोपहर 02:16 बजे से 13 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 01:15 बजे तक |
15 अक्टूबर 2025 |
बुधवार |
रात 10:29 बजे से 16 अक्टूबर 2025, गुरुवार, सुबह 10:35 बजे तक |
19 अक्टूबर 2025 |
रविवार |
दोपहर 01:51 बजे से 20 अक्टूबर 2025, सोमवार, रात 02:45 बजे तक |
25 अक्टूबर 2025 |
शनिवार |
दोपहर 02:34 बजे से 26 अक्टूबर 2025, रविवार, रात 03:48 बजे तक |
29 अक्टूबर 2025 |
बुधवार |
सुबह 09:23 बजे से 29 अक्टूबर 2025, बुधवार, रात 09:50 बजे तक |
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, नवंबर 2025 में भद्रा काल का प्रभाव 1, 4, 7, 11, 14, 18, 24, और 28 तारीखों को रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शुभ कार्यों के लिए ये समय अनुकूल नहीं माने जाते हैं।
नवंबर 2025 में भद्रा काल का समय:
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
1 नवंबर 2025 |
शनिवार |
रात 08:27 बजे से 2 नवंबर 2025, रविवार, सुबह 07:31 बजे तक |
4 नवंबर 2025 |
मंगलवार |
रात 10:36 बजे से 5 नवंबर 2025, बुधवार, सुबह 08:44 बजे तक |
7 नवंबर 2025 |
शुक्रवार |
रात 09:16 बजे से 8 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 07:32 बजे तक |
11 नवंबर 2025 |
मंगलवार |
रात 12:07 बजे से 11 नवंबर 2025, मंगलवार, सुबह 11:32 बजे तक |
14 नवंबर 2025 |
शुक्रवार |
दोपहर 12:07 बजे से 15 नवंबर 2025, शनिवार, सुबह 12:49 बजे तक |
18 नवंबर 2025 |
मंगलवार |
सुबह 07:12 बजे से 18 नवंबर 2025, मंगलवार, रात 08:27 बजे तक |
24 नवंबर 2025 |
सोमवार |
सुबह 08:25 बजे से 24 नवंबर 2025, सोमवार, रात 09:22 बजे तक |
28 नवंबर 2025 |
शुक्रवार |
रात 12:29 बजे से 28 नवंबर 2025, शुक्रवार, दोपहर 12:28 बजे तक |
हिन्दू पंचांग के अनुसार, दिसंबर 2025 में भद्रा काल 1, 4, 7, 10, 14, 18, 24, 27, और 30 तारीखों को प्रभावी रहेगा। इन तिथियों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि ये समय शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माने जाते हैं।
दिसंबर माह 2025 में भद्रा काल की समय सारणी
तिथि |
दिन |
भद्रा काल का समय |
1 दिसंबर 2025 |
सोमवार |
सुबह 08:20 बजे से 1 दिसंबर 2025, शाम 07:01 बजे तक |
4 दिसंबर 2025 |
गुरुवार |
सुबह 08:37 बजे से 4 दिसंबर 2025, शाम 06:40 बजे तक |
7 दिसंबर 2025 |
रविवार |
सुबह 07:50 बजे से 7 दिसंबर 2025, शाम 06:24 बजे तक |
10 दिसंबर 2025 |
बुधवार |
दोपहर 01:46 बजे से 11 दिसंबर 2025, रात 01:45 बजे तक |
14 दिसंबर 2025 |
रविवार |
सुबह 05:40 बजे से 14 दिसंबर 2025, शाम 06:49 बजे तक |
18 दिसंबर 2025 |
गुरुवार |
रात 02:32 बजे से 18 दिसंबर 2025, दोपहर 03:47 बजे तक |
24 दिसंबर 2025 |
बुधवार |
दोपहर 12:45 बजे से 24 दिसंबर 2025, दोपहर 01:11 बजे तक |
27 दिसंबर 2025 |
शनिवार |
दोपहर 01:09 बजे से 28 दिसंबर 2025, रात 12:39 बजे तक |
30 दिसंबर 2025 |
मंगलवार |
शाम 06:28 बजे से 31 दिसंबर 2025, सुबह 05:00 बजे तक |
भद्रा काल के दौरान कार्यों में रुकावटें, परेशानी, और अनचाही समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह समय किसी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत के लिए अनुकूल नहीं माना जाता।
भद्रा काल हर महीने अलग-अलग समय पर आता है, और यह चंद्रमा की स्थिति और पंचांग में बताए गए तिथियों के आधार पर तय किया जाता है। भद्रा काल का सही समय ज्योतिषशास्त्र के जानकारों या पंचांग से पता किया जा सकता है।
भद्रा काल के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, नए व्यवसाय की शुरुआत, धार्मिक अनुष्ठान और यात्रा जैसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। इस समय में ये कार्य करने से अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं।
जी हां, भद्रा काल से बचने के लिए पहले से शुभ मुहूर्त का चयन करना सही रहता है। ज्योतिषी की सलाह लेकर भद्रा काल से बचते हुए सही समय में काम करना फायदेमंद होता है।
भद्रा काल में शिव पूजा करने की अनुमति है। यह समय भगवान शिव की पूजा करने के लिए वर्जित नहीं है। हालांकि, अन्य शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है। आप भद्रा काल के दौरान भगवान शिव की आराधना कर सकते हैं, जो कि शुभ फल देने वाली हो सकती है।
हां, भद्रा काल में रुद्राभिषेक करना संभव है। यह पूजा भद्रा काल में वर्जित नहीं मानी जाती है, इसलिए आप इस समय में रुद्राभिषेक कर सकते हैं। शिव पूजा और रुद्राभिषेक के लिए भद्रा काल कोई रुकावट नहीं उत्पन्न करता, इसलिए इसे संपन्न किया जा सकता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि भद्रा काल के दौरान शुभ कार्यों को कैसे टाला जाए, तो इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि आप पंचांग और ज्योतिषीय सलाह लेकर सही मुहूर्त का चयन करें। भद्रा काल में पूजा और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं, लेकिन विवाह, गृह प्रवेश या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को टालने की कोशिश करें। इससे आप अपने कार्यों में बाधाओं से बच सकते हैं और अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
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