सनातन धर्म में किसी भी कार्य को शुभ मुहूर्त के बिना शुरू करना उचित नहीं माना जाता, खासकर जब बात विवाह जैसे पवित्र संस्कार की हो। विवाह, हमारे जीवन के 16 संस्कारों में से एक महत्वपूर्ण संस्कार है। इसलिए इसे सही मुहूर्त में संपन्न करना अत्यंत आवश्यक होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गलत मुहूर्त में किया गया विवाह जीवन और उस कार्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
अब जब साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है, तो कई लोगों की शादियां तय हो चुकी होंगी। ऐसे में शुभ मुहूर्त का इंतजार स्वाभाविक है। विवाह जैसे महत्वपूर्ण आयोजन के लिए सही तिथि और समय का चयन करना आपकी शादीशुदा जिंदगी को सुखमय बनाने की दिशा में पहला कदम होता है।
अगर आप भी साल 2025 में शादी के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं, तो यह जानना दिलचस्प होगा कि इस वर्ष में लगभग 75 शुभ विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) उपलब्ध हैं। इन मुहूर्तों में से सही तिथि और समय का चयन करना न केवल शुभ माना जाता है, बल्कि यह आपकी शादी को मंगलकारी और सफल बनाने का आधार भी बनता है। आइए, जानते हैं साल 2025 की शुभ विवाह तिथियां और उनके विशेष मुहूर्त!
साल 2025 में शादी जैसे पवित्र और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, हमने आपके लिए वर्ष 2025 के विवाह के लिए उपयुक्त शुभ तिथियों (Shubh Marriage Muhurat 2025) का चुनाव किया जाता है, ताकि आपके सभी काम सही समय पर और शुभ मुहूर्त में पूरे हो सकें।
यदि आप सर्दियों के मौसम में शादी की योजना बना रहे हैं, तो जनवरी का महीना आपके लिए बेहद खास साबित हो सकता है। इस महीने विवाह के लिए 10 मुख्य तारीखे और मुहूर्त निर्धारित किये गए हैं। इन तिथियों और विस्तृत मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) की जानकारी यहाँ दी गयी है। इन शुभ दिनों को ध्यान में रखते हुए आप अपने विवाह की योजना सहजता से बना सकते हैं।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
16 जनवरी |
बृहस्पतिवार |
सुबह 04:06 बजे से 17 जनवरी, सुबह 07:15 बजे तक |
मघा |
17 जनवरी |
शुक्रवार |
सुबह 07:15 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक |
मघा |
18 जनवरी |
शनिवार |
रात 02:51 बजे से 19 जनवरी, रात 01:16 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी |
19 जनवरी |
रविवार |
रात 01:58 बजे से 20 जनवरी, सुबह 07:14 बजे तक |
हस्त |
20 जनवरी |
सोमवार |
सुबह 07:14 बजे से 09:58 बजे तक |
हस्त |
21 जनवरी |
मंगलवार |
रात 11:36 बजे से 22 जनवरी, रात 03:50 बजे तक |
स्वाती |
23 जनवरी |
बृहस्पतिवार |
सुबह 05:08 बजे से 24 जनवरी 2025, सुबह 06:36 बजे तक |
अनुराधा |
24 जनवरी |
शुक्रवार |
रात 07:25 बजे से 25 जनवरी 2025, सुबह 07:07 बजे तक |
अनुराधा |
26 जनवरी |
रविवार |
रात 03:34 बजे से 27 जनवरी 2025, सुबह 07:12 बजे तक |
मूल |
27 जनवरी |
सोमवार |
सुबह 07:12 से सुबह 09:02 बजे तक |
मूल |
फरवरी को अक्सर "प्रेम का महीना" कहा जाता है, और इसका मुख्य आकर्षण वैलेंटाइन डे इसे और भी खास बना देता है। इस समय विवाह करना न केवल खास अनुभव होता है बल्कि शुभ मुहूर्तों की दृष्टि से भी यह महीना बेहद अनुकूल है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, फरवरी 2025 में विवाह के लिए 13 शुभ तिथियां (Vivah Muhurat 2025) निर्धारित हैं। यह समय शादी के पवित्र बंधन में बंधने के लिए अत्यंत अनुकूल माना गया है। यदि आप इन तिथियों के विस्तृत शुभ मुहूर्त की जानकारी चाहते हैं, तो नीचे दिए गए समय का उपयोग कर अपनी योजना बना सकते हैं।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
2 फरवरी |
रविवार |
सुबह 09:14 बजे से 07:08 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद, रेवती |
3 फरवरी |
सोमवार |
सुबह 07:08 बजे से शाम 05:40 बजे तक |
रेवती |
6 फरवरी |
बृहस्पतिवार |
रात 07:29 बजे से 7 फरवरी, सुबह 07:06 बजे तक |
रोहिणी |
7 फरवरी |
शुक्रवार |
सुबह 07:06 बजे से शाम 04:17 बजे तक |
रोहिणी |
12 फरवरी |
बुधवार |
सुबह 01:58 बजे से 13 फरवरी, सुबह 07:01 बजे तक |
मघा |
13 फरवरी |
बृहस्पतिवार |
सुबह 07:01 बजे से सुबह 07:31 बजे तक |
मघा |
14 फरवरी |
शुक्रवार |
रात 11:09 बजे से 15 फरवरी 2025, 06:59 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी,हस्त |
15 फरवरी |
शनिवार |
सुबह 06:59 बजे से सुबह 10:48 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी |
15 फरवरी |
शनिवार |
सुबह 11:52 बजे से शाम 06:59 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी, हस्त |
16 फरवरी |
रविवार |
सुबह 06:59 बजे से सुबह 08:06 बजे तक |
हस्त |
18 फरवरी |
मंगलवार, |
सुबह 09:52 बजे से 9 फरवरी, सुबह 06:56 बजे तक |
स्वाती |
19 फरवरी |
बुधवार |
सुबह 06:56 बजे से रात 07:32 बजे तक |
स्वाती |
21 फरवरी |
शुक्रवार |
सुबह 11:59 बजे से दोपहर 03:54 बजे तक |
अनुराधा |
23 फरवरी |
रविवार |
दोपहर 01:55 बजे से सुबह 06:43 बजे तक |
मूल |
25 फरवरी |
मंगलवार |
सुबह 08:15 बजे से शाम 06:31 बजे तक |
उत्तराषाढा |
मार्च का महीना बसंत ऋतु की शुरुआत और सर्दियों से गर्मियों की ओर परिवर्तन का प्रतीक है। यह समय सुहावने मौसम का होता है, जो शादी जैसे खास मौके को और भी यादगार बना देता है। इस महीने का मौसम न तो बहुत ठंडा होता है और न ही बहुत गर्म, जो इसे विवाह समारोहों के लिए आदर्श बनाता है। यदि आप अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण पल के लिए मार्च का चयन कर रहे हैं, तो यह सही समय साबित हो सकता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्च 2025 में विवाह के लिए 5 शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) उपलब्ध हैं। इन तिथियों पर आप अपने विवाह समारोह की योजना बनाकर अपने जीवन की नई शुरुआत को और भी विशेष बना सकते हैं।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
1 मार्च |
शनिवार |
सुबह 11:22 बजे से 1 मार्च, सुबह 06:45 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद, तृतीया |
2 मार्च |
रविवार |
सुबह 06:45 से 03 मार्च रात 01:14 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद, रेवती |
6 मार्च |
बृहस्पतिवार |
रात 10:01 बजे से 7 मार्च, सुबह 06:40 बजे तक |
रोहिणी, मॄगशिरा |
7 मार्च |
शुक्रवार |
सुबह 06:40 बजे से सुबह 11:32 बजे तक |
रोहिणी, मॄगशिरा |
12 मार्च |
बुधवार |
सुबह 08:43 बजे से 12 मार्च, सुबह 04:05 बजे तक |
मघा |
अप्रैल का महीना अपनी चंचलता और मनमोहक मौसम के लिए जाना जाता है। यह समय होता है जब कभी हल्की बारिश होती है और साथ ही गर्म हवाएं भी चलने लगती हैं। अप्रैल में, जैसे ही मौसम में बदलाव आता है, प्रकृति भी अपनी नींद से जाग उठती है और बारिश से भीगी मिट्टी में नए अंकुरों का विकास दिखता है। यह समय शादी के लिए एक उपयुक्त माहौल प्रदान करता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अप्रैल 2025 में कुल 9 शुभ मुहूर्त (Marriage Muhurat 2025) हैं। इन तिथियों पर विवाह समारोहों के लिए विशेष महत्व है। यदि आप इन तिथियों के अनुसार शादी की योजना बना रहे हैं, तो ये मुहूर्त आपके लिए सही समय साबित हो सकते हैं।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
14 अप्रैल |
सोमवार |
रात 10:39 बजे से 15 अप्रैल, रात 12:13 बजे तक |
स्वाती |
16 अप्रैल |
बुधवार |
रात 12:19 बजे से 17 अप्रैल 2025,05:54 बजे तक |
अनुराधा |
18 अप्रैल |
शुक्रवार |
रात 01:04 से 19 अप्रैल 2025, सुबह 05:52 बजे तक |
मूल |
19 अप्रैल |
शनिवार |
सुबह 05:52 से सुबह 10:21 बजे तक |
मूल |
20 अप्रैल |
रविवार |
सुबह 11:48 बजे से 21 अप्रैल, सुबह 05:50 बजे तक |
उत्तराषाढा |
21 अप्रैल |
सोमवार |
सुबह 05:50 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक |
उत्तराषाढा |
25 अप्रैल |
शुक्रवार |
सुबह 08:53 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद |
29 अप्रैल |
मंगलवार |
शाम 06:47 बजे से 30 अप्रैल, सुबह 05:41 बजे तक |
रोहिणी |
30 अप्रैल |
बुधवार |
सुबह 05:41 बजे से दोपहर 12:02 बजे तक |
रोहिणी |
मई का महीना गर्मियों की शुरुआत और प्रकृति के रंगीन रूप का प्रतीक है, जहां फूल खिलते हैं और दिन लंबे हो जाते हैं। यह समय शादी के आयोजन के लिए अनुकूल माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, मई 2025 में विवाह के लिए कुल 15 शुभ तिथियां उपलब्ध हैं।इन दिनों को शादी के शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) के रूप में जाना गया है। यदि आप अपनी शादी की योजना बना रहे हैं, तो इन तिथियों का चयन आपके वैवाहिक जीवन को शुभ और मंगलमय बना सकता है।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
1 मई |
बृहस्पतिवार |
सुबह 11:23 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक |
मॄगशिरा |
5 मई |
सोमवार |
रात 08:29 बजे से 6 मई , सुबह 05:36 बजे तक |
मघा |
6 मई |
मंगलवार |
सुबह 05:36 बजे से दोपहर 03:52 बजे तक |
मघा, दशमी |
8 मई |
बृहस्पतिवार |
दोपहर 12:29 बजे से 9 मई ,रात 01:57 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी, हस्त |
10 मई |
शनिवार |
रात 03:15 बजे से 11 मई,सुबह 04:01 बजे तक |
स्वाती, चित्रा |
14 मई |
बुधवार |
सुबह 06:34 बजे से सुबह 11:47 बजे तक |
अनुराधा |
15 मई |
बृहस्पतिवार |
सुबह 04:02 बजे से 16 मई, सुबह 05:30 बजे तक |
मूल |
16 मई |
शुक्रवार |
सुबह 05:30 बजे से शाम 04:07 बजे तक |
मूल |
17 मई |
शनिवार |
शाम 05:44 बजे से 18 मई, सुबह 05:29 बजे तक |
उत्तराषाढा |
18 मई |
रविवार |
सुबह 05:29 बजे से शाम 06:52 बजे तक |
उत्तराषाढा |
22 मई |
बृहस्पतिवार |
रात 01:12 बजे से 23 मई, सुबह 05:26 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद |
23 मई |
शुक्रवार |
सुबह 05:26 बजे से 24 मई, सुबह 05:26 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद, रेवती |
24 मई |
शनिवार |
सुबह 05:26 बजे से सुबह 08:22 बजे तक |
रेवती |
27 मई |
मंगलवार |
शाम 06:45 बजे से 28 मई, रात 02:50 बजे तक |
रोहिणी |
28 मई |
बुधवार |
सुबह 05:25 बजे से शाम 07:09 बजे तक |
मॄगशिरा |
जून का महीना गर्मी के अपने चरम पर होता है, लेकिन साथ ही यह जीवन में नए अध्याय की शुरुआत के लिए भी अनुकूल माना जाता है। लंबे दिनों और उत्साह से भरे इस समय में शादियां करने का अपना अलग ही महत्व है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, जून 2025 में विवाह के लिए 5 शुभ तिथियां (Vivah Muhurat 2025) निर्धारित हैं। इन तिथियों को वैवाहिक समारोह के लिए बेहद शुभ माना गया है। यदि आप अपनी शादी की योजना बना रहे हैं, तो इन तारीखों को ध्यान में रखते हुए अपने खास दिन की तैयारी शुरू करें और इसे यादगार बनाएं।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
2 जून |
सोमवार |
सुबह 08:21 बजे से रात 08:34 बजे तक |
मघा |
4 जून |
बुधवार |
सुबह 08:29 बजे से 5 जून,सुबह 05:23 बजे तक |
उत्तराफाल्गुनी, हस्त |
5 जून |
बृहस्पतिवार |
सुबह 05:23 बजे से सुबह 09:14 बजे तक |
हस्त |
7 जून |
शनिवार |
सुबह 09:40 बजे से सुबह 11:18 बजे तक |
स्वाती |
8 जून |
रविवार |
दोपहर 12:18 बजे से दोपहर 12:42 बजे तक |
स्वाती |
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहों और नक्षत्रों की अनुकूल स्थिति में ही विवाह जैसे पवित्र कार्य को संपन्न करना उचित होता है। साल 2025 में जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के महीनों में ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं होने के कारण विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) उपलब्ध नहीं है। इन महीनों में शादी की योजना बनाने से पहले ज्योतिषीय सलाह अवश्य लें।
नवंबर का महीना ठंडी हवाओं और छोटे दिनों के साथ सर्दियों की शुरुआत का संकेत देता है। इस समय लोग गर्म कपड़ों में लिपटने लगते हैं, और यह माह शादी के आयोजन के लिए भी बेहद खास माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, नवंबर 2025 में विवाह के लिए 14 शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2025) उपलब्ध हैं। इन तिथियों में आप अपने विवाह समारोह की योजना बना सकते हैं, यदि आप विस्तृत शुभ समय जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए मुहूर्त (Marriage Muhurat in 2025) का उपयोग करें।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
2 नवंबर |
रविवार |
रात 11:11 बजे से 3 नवम्बर, सुबह 06:34 बजे तक |
उत्तर भाद्रपद |
3 नवंबर |
सोमवार |
सुबह 06:34 बजे से शाम 07:40 बजे तक |
रेवती |
6 नवंबर |
बृहस्पतिवार |
रात 03:28 बजे से 7 नवम्बर, सुबह 06:37 बजे तक |
रोहिणी |
8 नवंबर |
शनिवार |
सुबह 07:32 बजे से रात 10:02 बजे तक |
मॄगशिरा |
12 नवंबर |
बुधवार |
रात 12:51 बजे से 13 नवम्बर, सुबह 06:42 बजे तक |
मघा |
13 नवंबर |
बृहस्पतिवार |
रात 12:51 बजे से 13 नवम्बर, सुबह 06:42 बजे तक |
मघा |
16 नवंबर |
रविवार |
सुबह 06:47 बजे से 17 नवम्बर, रात 02:11 बजे तक |
हस्त |
17 नवंबर |
सोमवार |
सुबह 05:01 बजे से 18 नवम्बर, सुबह 06:46 बजे तक |
स्वाती |
18 नवंबर |
मंगलवार |
सुबह 06:46 बजे से सुबह 07:12 बजे तक |
स्वाती |
21 नवंबर |
शुक्रवार |
सुबह 10:44 बजे से दोपहर 01:56 बजे तक |
अनुराधा |
22 नवंबर |
शनिवार |
रात 11:27 बजे से 23 नवम्बर, सुबह 06:50 बजे तक |
मूल |
23 नवंबर |
रविवार |
सुबह 06:50 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक |
मूल |
25 नवंबर |
मंगलवार |
दोपहर 12:50 बजे से रात 11:57 बजे तक |
उत्तराषाढा |
30 नवंबर |
रविवार |
सुबह 07:12 बजे से 01 दिसम्बर, सुबह 06:56 |
उत्तर भाद्रपद, रेवती |
दिसंबर का महीना त्योहारों और खुशियों की बयार लेकर आता है। सर्द हवाओं के बीच यह माह ताजगी और उत्सव की उमंग से भरपूर होता है। ठंडी शामें, रंगीन रोशनियां, और एकजुटता का एहसास इसे विवाह समारोहों के लिए बेहद खास बनाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, दिसंबर 2025 में शादी के लिए 4, 5, और 6 तारीखें शुभ (Vivah Muhurat 2025) मानी गई हैं। यदि आप इन तिथियों के विस्तृत शुभ समय की जानकारी चाहते हैं, तो नीचे दिए गए मुहूर्त का उपयोग करें।
दिनांक |
दिन |
शुभ मुहूर्त |
नक्षत्र |
4 दिसंबर |
बृहस्पतिवार |
शाम 06:40 बजे से 5 दिसम्बर, सुबह 06:59 बजे तक |
रोहिणी |
5 दिसंबर |
शुक्रवार |
सुबह 06:59 बजे से 6 दिसम्बर, सुबह 07:00 बजे तक |
रोहिणी, मॄगशिरा |
6 दिसंबर |
शनिवार |
सुबह 07:00 बजे से सुबह 08:48 बजे तक |
मॄगशिरा |
सनातन धर्म, विश्व के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है, जो अपनी समृद्ध परंपराओं और गहरी मान्यताओं के लिए जाना जाता है। हिंदू धर्म की परंपरा के अनुसार, विवाह के बिना व्यक्ति गृहस्थ आश्रम में प्रवेश नहीं कर सकता। यही कारण है कि हमारे शास्त्रों में विवाह को न केवल अत्यंत महत्वपूर्ण, बल्कि जीवन का कल्याणकारी चरण भी माना गया है। विवाह के विविध रीति-रिवाज और अनुष्ठान इसकी पवित्रता और महत्व को और अधिक बढ़ाते हैं।
विवाह में सात फेरे को अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। इस अनुष्ठान के दौरान वर और वधू अग्नि को साक्षी मानकर सात बार परिक्रमा करते हैं। पहले चार फेरों में वर आगे होता है, जबकि अंतिम तीन फेरों में वधू आगे रहती है। इन सात फेरों के माध्यम से वर-वधू एक-दूसरे को अपनी समस्त ऊर्जा और शक्ति अर्पित करने का वचन देते हैं। साथ ही, सात जन्मों तक एक-दूसरे का साथ निभाने का संकल्प लेते हैं। यही कारण है कि हिंदू धर्म में सात फेरों का विशेष महत्व है।
साल 2025 में विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त (Marriage Muhurat 2025) उपलब्ध हैं, जो हर मौसम और माहौल में इस खास दिन को और भी यादगार बना सकते हैं। सही मुहूर्त का चयन न केवल शुभता लाता है, बल्कि नए जीवन की शुरुआत को भी सुखद और मंगलमय बनाता है। आशा करते है कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगेगी और आपके लिए सहायक होगी।
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