November 11, 2024 Blog

Tulsi Chalisa: कार्तिक माह में तुलसी पाठ से कैसे मिलता है दैवीय आशीर्वाद

BY : STARZSPEAK

Tulsi Chalisa: शास्त्रों के अनुसार, तुलसी माता को माँ लक्ष्मी का अवतार माना जाता है और सनातन धर्म में तुलसी का पौधा घरों में रखना पवित्र माना जाता है। भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय हैं, इसलिए उनकी पूजा में तुलसी चढ़ाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी चालीसा (Tulsi Chalisa) क्यों महत्वपूर्ण है? आइए जानें इसके लाभ के बारे में। घरों में तुलसी चालीसा का पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और व्यक्ति के सभी शारीरिक और मानसिक कष्ट दूर होते हैं। विशेष रूप से विवाहित महिलाएं रोज़ तुलसी माता की पूजा करती हैं और संध्याकाल में आरती-अर्चना करती हैं, जिससे घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है। यदि आप भी भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन पूजा करते समय तुलसी चालीसा (Tulsi Chalisa) का पाठ और आरती जरूर करें। साथ ही, भगवान विष्णु की कृपा भी बनी रहती है। तो चलिए, अब पढ़ते हैं तुलसी चालीसा।


Tulsi Chalisa 

तुलसी चालीसा

दोहा

श्री तुलसी महारानी, करूं विनय सिरनाय।
जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय।।

चौपाई 

नमो नमो तुलसी महारानी, महिमा अमित न जाय बखानी।
दियो विष्णु तुमको सनमाना, जग में छायो सुयश महाना।।

विष्णुप्रिया जय जयतिभवानि, तिहूँ लोक की हो सुखखानी।
भगवत पूजा कर जो कोई, बिना तुम्हारे सफल न होई।।

जिन घर तव नहिं होय निवासा, उस पर करहिं विष्णु नहिं बासा।
करे सदा जो तव नित सुमिरन, तेहिके काज होय सब पूरन।।

कातिक मास महात्म तुम्हारा, ताको जानत सब संसारा।
तव पूजन जो करैं कुंवारी, पावै सुन्दर वर सुकुमारी।।

कर जो पूजन नितप्रति नारी, सुख सम्पत्ति से होय सुखारी।
वृद्धा नारी करै जो पूजन, मिले भक्ति होवै पुलकित मन।।

श्रद्धा से पूजै जो कोई, भवनिधि से तर जावै सोई।
कथा भागवत यज्ञ करावै, तुम बिन नहीं सफलता पावै।।

छायो तब प्रताप जगभारी, ध्यावत तुमहिं सकल चितधारी।
तुम्हीं मात यंत्रन तंत्रन, सकल काज सिधि होवै क्षण में।।

औषधि रूप आप हो माता, सब जग में तव यश विख्याता,
देव रिषी मुनि औ तपधारी, करत सदा तव जय जयकारी।।

वेद पुरानन तव यश गाया, महिमा अगम पार नहिं पाया।
नमो नमो जै जै सुखकारनि, नमो नमो जै दुखनिवारनि।।

नमो नमो सुखसम्पति देनी, नमो नमो अघ काटन छेनी।
नमो नमो भक्तन दुःख हरनी, नमो नमो दुष्टन मद छेनी।।


tulsi chalisa

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नमो नमो भव पार उतारनि, नमो नमो परलोक सुधारनि।
नमो नमो निज भक्त उबारनि, नमो नमो जनकाज संवारनि।।

नमो नमो जय कुमति नशावनि, नमो नमो सुख उपजावनि।
जयति जयति जय तुलसीमाई, ध्याऊँ तुमको शीश नवाई।।

निजजन जानि मोहि अपनाओ, बिगड़े कारज आप बनाओ।
करूँ विनय मैं मात तुम्हारी, पूरण आशा करहु हमारी।।

शरण चरण कर जोरि मनाऊं, निशदिन तेरे ही गुण गाऊं।
क्रहु मात यह अब मोपर दाया, निर्मल होय सकल ममकाया।।

मंगू मात यह बर दीजै, सकल मनोरथ पूर्ण कीजै।
जनूं नहिं कुछ नेम अचारा, छमहु मात अपराध हमारा।।

बरह मास करै जो पूजा, ता सम जग में और न दूजा।
प्रथमहि गंगाजल मंगवावे, फिर सुन्दर स्नान करावे।।

चन्दन अक्षत पुष्प् चढ़ावे, धूप दीप नैवेद्य लगावे।
करे आचमन गंगा जल से, ध्यान करे हृदय निर्मल से।।

पाठ करे फिर चालीसा की, अस्तुति करे मात तुलसा की।
यह विधि पूजा करे हमेशा, ताके तन नहिं रहै क्लेशा।।

करै मास कार्तिक का साधन, सोवे नित पवित्र सिध हुई जाहीं।
है यह कथा महा सुखदाई, पढ़े सुने सो भव तर जाई।।

तुलसी मैया तुम कल्याणी, तुम्हरी महिमा सब जग जानी।
भाव ना तुझे माँ नित नित ध्यावे, गा गाकर मां तुझे रिझावे।।

यह श्रीतुलसी चालीसा पाठ करे जो कोय।
गोविन्द सो फल पावही जो मन इच्छा होय।।

क्यों करते है कार्तिक माह में तुलसी पूजा  (Why Do We Worship Tulsi Puja In Kartik Month )

कार्तिक माह की अमावस्या को तुलसी माता का जन्म दिवस माना जाता है। पुराणों में उनकी जन्म कथा कुछ इस तरह है: पहले वह वृंदा के नाम से जानी जाती थीं और जालंधर राक्षस की पत्नी थीं। जालंधर बहुत क्रूर था और उसके अत्याचारों के कारण भगवान विष्णु ने उसका वध किया। इस दुख से वृंदा ने अपनी जान देने का निर्णय लिया। भगवान विष्णु ने तब उसे आश्वासन दिया कि अगले जन्म में वह उनकी प्रिय बनने वाली हैं। वृंदा की पवित्रता और पतिव्रता धर्म के कारण ही उन्हें विष्णु जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त हुआ। इसलिए तुलसी को भगवान श्री विष्णु की पूजा में विशेष स्थान दिया जाता है।

कार्तिक महीने में तुलसी पूजा (Tulsi Chalisa) करने से आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं एवं  में सुख-समृद्धि का वास होता है। तुलसी पूजा से वैवाहिक जीवन में प्रेम और सौहार्द बढ़ता है। आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कार्तिक महीने में तुलसी पूजा करना लाभकारी होता है। वास्तु दोष से मुक्ति पाने के लिए भी कार्तिक महीने में तुलसी पूजा की विशेष महत्वता है।



तुलसी चालीसा पाठ के लाभ (Benefits of reciting Tulsi Chalisa) 

कार्तिक महीने में तुलसी चालीसा का पाठ करने से कई लाभ मिलते हैं:

  • तुलसी चालीसा का नियमित पाठ करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
  •  इससे घर में शांति और सुख का वातावरण बनता है।
  •  आर्थिक परेशानियाँ दूर होती हैं और धन-समृद्धि बनी रहती है।
  •  नज़र दोष से मुक्ति मिलती है।
  •  ग्रहों की नकारात्मकता शांत होती है।
  •  विवाह में आ रही समस्याएं हल होती हैं।
  •  सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
  •  घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
  •  सभी प्रकार के रोग और दोष समाप्त हो जाते हैं।


विशेष रूप से, गुरुवार का दिन तुलसी पूजा और चालीसा (Tulsi Chalisa)  पाठ के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। इस दिन तुलसी की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।


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