August 21, 2024 Blog

Tulsi Mala Ke Niyam: धारण का सही दिन और जरूरी नियम जानें

BY : Dr. Rahul Nair – Education Counselor & Spiritual Teacher

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हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसी तरह तुलसी की माला (Tulsi Mala Ke Niyam) पहनने का भी विशेष महत्व माना जाता है जो तुलसी की लकड़ी से बनी होती है। लेकिन इसे पहनने का लाभ तभी मिल सकता है जब इससे जुड़े कुछ जरूरी नियमों को ध्यान में रखा जाए। ऐसे में आइए जानते हैं तुलसी की माला पहनने के जरूरी नियम।

Tulsi Mala Ke Niyam: आपने कई लोगों को तुलसी की माला पहने हुए देखा होगा। ऐसा माना जाता है कि इसे धारण करने से साधक को आध्यात्मिक के साथ-साथ शारीरिक लाभ भी मिलता है। ऐसे में अगर आप इसे इन नियमों के अनुसार पहनते हैं तो इससे मिलने वाला लाभ और भी अधिक बढ़ जाता है। तो आइए जानते हैं कि तुलसी माला पहनने के लिए कौन सा दिन सबसे अच्छा माना जाता है। 

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tulsi mala ke niyam
इस दिन करें धारण

तुलसी माला धारण करने के लिए प्रदोष काल सबसे अच्छा समय माना जाता है। इसके अलावा आप इसे सोमवार, गुरुवार या बुधवार को भी धारण कर सकते हैं। लेकिन भूलकर भी रविवार या अमावस्या के दिन तुलसी माला नहीं पहननी चाहिए। इसके साथ ही आप इसे किसी जानकार ज्योतिषी की सलाह से शुभ समय पर भी धारण कर सकते हैं। अगर आप स्नान करने के बाद भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करते हैं और तुलसी की माला (Tulsi Mala Ke Niyam) पहनते हैं तो इससे आपको कई लाभ मिल सकते हैं।

रखें इन बातों का ध्यान

तुलसी की माला की शुद्धता बनाए रखने के लिए पवित्रता और स्वच्छता का ध्यान रखना जरूरी है। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तुलसी की माला शुद्ध और स्वच्छ होनी चाहिए। तुलसी की माला (Tulsi Mala Ke Niyam) पहनने वाले व्यक्ति को मांसाहारी भोजन और शराब आदि का त्याग कर देना चाहिए। अगर आप इसे किसी कारण से हटा रहे हैं तो दोबारा पहनने से पहले इसे साफ पानी या गंगा जल से शुद्ध कर लें।

माला टूटने पर क्या करें

अगर आपकी तुलसी की माला (Tulsi Mala Ke Niyam) टूट गई है या खराब हो गई है तो आप उसे बदल सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जो माला आपने उतारी है उसे इधर-उधर न फेंके। इसके स्थान पर आप पुरानी माला को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर सकते हैं या तुलसी के पौधे में भी रख सकते हैं।

मिलते हैं ये लाभ

यदि आप सभी नियमों को ध्यान में रखकर तुलसी की माला धारण करते हैं तो इससे आध्यात्मिकता का विकास होता है। इसके अलावा इसके स्वास्थ्य लाभ भी देखने को मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि तुलसी की माला (Tulsi Mala Ke Niyam) पहनने वाले साधक पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है, जिससे उसके सौभाग्य में वृद्धि होती है।

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Author: Dr. Rahul Nair – Education Counselor & Spiritual Teacher

Dr. Rahul Nair, with 15+ years in student counseling, integrates psychology and spirituality to guide learners toward aligned educational paths, personal growth, and meaningful success in life.