July 25, 2024 Blog

Hariyali Amavasya: दूर रहें इन कार्यों से, अपनाएं नियम

BY : Dr. Rahul Nair – Education Counselor & Spiritual Teacher

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सनातन धर्म में हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) का विशेष महत्व है। इस तिथि पर कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए जबकि धार्मिक कार्यों के लिए यह अवधि विशेष फलदायी होती है। इस दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए। इससे पापों का नाश होता है। इस साल हरियाली अमावस्या 4 अगस्त को मनाई जाएगी तो आइए जानते हैं इस दिन से जुड़ी कुछ बातें।

Hariyali Amavasya: हरियाली अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कोई भी शुभ या नया कार्य नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उन कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। हालाँकि यह दिन धार्मिक कार्यों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष मिलता है। इस तिथि को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कई नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। 

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Hariyali Amavasya

हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार अमावस्या (Hariyali Amavasya) 4 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी, तो आइए जानते हैं इस दिन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें -

अमावस्या के दिन इन बातों का रखें ध्यान
  • अमावस्या के दिन देर तक नहीं जागना चाहिए।
  • अमावस्या के दिन नकारात्मक ऊर्जा अधिक प्रबल होती है इसलिए देर तक जागने से बचना चाहिए।
  • इस तिथि पर गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए।
  • अमावस्या पर पितरों का तर्पण करना चाहिए, इससे उन्हें मोक्ष मिलता है।
  • इस तिथि (Hariyali Amavasya) पर तिल का दान अवश्य करना चाहिए, इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
  • अमावस्या के दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • इस अवसर पर झूठ, ईर्ष्या और लालच करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह पूजा-पाठ, अनुष्ठान, जप और तप का दिन है।
  • इस तिथि (Hariyali Amavasya) पर भोजन, कपड़े, तिल, गुड़, घी, आदि चीजों का दान करना चाहिए।
  • इस तिथि पर विद्वान ब्राह्मणों व गरीबों को भोजन खिलाना चाहिए।
  • इस दिन तुलसी पत्र, पीपल और बेलपत्र तोड़ने से बचना चाहिए।
  • इस दिन किसी भी प्रकार का शुभ व नया कार्य नहीं करना चाहिए।
  • इस दिन (Hariyali Amavasya) ज्यादा से ज्यादा तीर्थ स्थलों पर जाना चाहिए।
  • इस दिन सात्विकता का पालन करना चाहिए।
  • इस दिन, विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण संस्कार या गोद भराई - जैसे किसी भी महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन नहीं करना चाहिए।
  • हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचना चाहिए। 
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Author: Dr. Rahul Nair – Education Counselor & Spiritual Teacher

Dr. Rahul Nair, with 15+ years in student counseling, integrates psychology and spirituality to guide learners toward aligned educational paths, personal growth, and meaningful success in life.