January 19, 2024 Blog

Ram Naam ka Arth: जानिए राम नाम की महिमा, कई अर्थ छिपे हैं इस दो अक्षर के नाम में

BY : STARZSPEAK

हिंदू धर्म में भगवान श्री राम को भगवान नारायण का मानव अवतार माना जाता है। "राम" (Ram Naam ka Arth) ये दो अक्षर का नाम कोई साधारण नाम नहीं है बल्कि इसके पीछे कई बड़े और गहरे अर्थ छुपे हुए हैं। यह भी कहा जाता है कि राम से राम का नाम बढ़ा। ऐसे में आइए जानते हैं राम नाम का अर्थ।

Ram Naam ka Arth: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में भगवान राम की भक्तिपूर्वक पूजा की जाती है, वहां सुख-समृद्धि का वास होता है। दो अक्षर के राम नाम के कई मायने हैं। अलग-अलग धार्मिक ग्रंथों में नाम की अलग-अलग व्याख्या की गई है। हिंदू धर्म में राम सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि एक महामंत्र माना जाता है, जिसका जाप करने से व्यक्ति को सभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है।

यह भी पढ़ें - Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा पर रामलला को अर्पित किया जाएगा बनारसी पान, विशेष ऑर्डर पर किया जा रहा इंतजाम

ram naam ka arth

इस श्लोक में मिलता है अर्थ

तैत्तिरीय आरण्यक ग्रंथ में दिए गए एक श्लोक के अनुसार राम शब्द का अर्थ राम का पुत्र है। वहीं ब्राह्मण संहिता में कहा गया है कि राम नाम (Ram Naam ka Arth) का अर्थ है- राम हर जगह मौजूद हैं. इसका वर्णन आप इस श्लोक में देख सकते हैं- 'रमंते सर्वत्र इति रामः।

राम नाम की महिमा

शास्त्रों में ऐसे कई श्लोक हैं, जिनमें राम नाम का अर्थ और महिमा बताई गई है। धर्मग्रंथों में मौजूद एक श्लोक के अनुसार, ''रमन्ते योगिनः अस्मिन स रामम् उच्यते''। अर्थात योगी जिस शून्य में ध्यान करते हैं उसे राम कहते हैं।

ये भी है एक अर्थ

कई विद्वानों ने राम नाम का अर्थ (Ram Naam ka Arth) बुद्धिमान भी माना है। यहां मनोज्ञा का अर्थ है मन को जानने वाला। वहीं कई टीकाकारों ने राम नाम का अर्थ यह बताया है कि जो आनंद दे या जो संतुष्टि दे वही राम है।

संधि विच्छेद से जानें अर्थ

राम नाम का संधि विच्छेद किया जाए तो इस प्रकार अर्थ निकलता है - र+आ+म

  • “र” से रसातल
  • “आ” से आकाश
  • “म” से मृत्यु लोक

अर्थात जो पाताल, आकाश और धरती का स्वामी है वही राम है। वहीं संस्कृत की दृष्टि से देखा जाए तो, रम् धातु में घम प्रत्यय जोड़कर राम बना है। यहां रम् का अर्थ है रमण, रमना या निहित होना, निवास करना और घम का अर्थ है ब्रह्माण का खाली स्थान। इस प्रकार राम का अर्थ पूरे ब्रह्मांड में निहित या रमा हुआ तत्व अर्थात स्वयं ब्रह्म।

यह भी पढ़ें - Ayodhya Ram Mandir : धार्मिक और सामाजिक महत्व