June 11, 2025 Blog

Ganesh Visarjan 2025: जानिए विसर्जन की तिथि एवं मुहूर्त और विसर्जन के जरुरी नियम

BY : STARZSPEAK

Ganesh Visarjan 2025: भगवान गणेश हम सभी के दिलों के बेहद करीब होते हैं और जब बात उन्हें घर लाने की होती है, तो गणेश चतुर्थी जैसा पावन पर्व कौन भूल सकता है! यह त्योहार सिर्फ गणपति बप्पा के आगमन का नहीं, बल्कि सौभाग्य, सुख और समृद्धि के स्वागत का भी उत्सव है। जब घर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद बप्पा को विदाई देने का समय आता है, तो दिल भर आता है। ऐसा माना जाता है कि गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan rituals) उस प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक होता है, जो हम भगवान को अर्पित करते हैं—और साथ ही एक नई उम्मीद भी जगाता है कि अगले वर्ष बप्पा फिर पधारेंगे। देशभर में लोग ढोल-नगाड़ों और भक्ति गीतों की गूंज के साथ झूमते-नाचते हुए, पूरे जोश और भावनाओं के साथ उन्हें विदाई देते हैं।

हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणपति का जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसे हम सब गणेश चतुर्थी के रूप में मनाते हैं। इस पावन अवसर पर श्रद्धालु अपने घरों में गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित करते हैं और पूरे 10 दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। दसवें दिन, अनंत चतुर्दशी को विधिपूर्वक गणेश जी का विसर्जन (Ganesh Chaturthi 2025 Visarjan date) किया जाता है। यह विश्वास है कि अगर विसर्जन शुभ मुहूर्त में और पूरे श्रद्धा-भाव से किया जाए, तो हमारे जीवन में गणपति बप्पा की विशेष कृपा होती है और सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।


गणेश विसर्जन 2025 तिथि एवं  शुभ मुहूर्त (Ganesh Visarjan 2025 Date & Time)

वर्ष 2025 में गणेश विसर्जन का पावन अवसर शनिवार, 6 सितंबर 2025 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 6 सितंबर को सुबह 3:12 बजे से होगी और यह तिथि 7 सितंबर को सुबह 1:41 बजे तक चलेगी। ऐसे में शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए 6 सितंबर को ही श्रद्धा और विधिपूर्वक गणपति बप्पा का विसर्जन करना श्रेष्ठ माना गया है।

गणेश उत्सव के दौरान विसर्जन (Ganesh Visarjan 2025 date) केवल अनंत चतुर्दशी के दिन ही नहीं, बल्कि भक्त अपनी आस्था और सुविधा के अनुसार अन्य दिनों में भी बप्पा को विदाई दे सकते हैं। जैसे – डेढ़ दिन का विसर्जन 28 अगस्त 2025, गुरुवार को किया जाएगा, तीसरे दिन 29 अगस्त, शुक्रवार, पाँचवें दिन 31 अगस्त, रविवार, और सातवें दिन 2 सितंबर 2025, मंगलवार को भी भक्तगण भावपूर्वक विसर्जन (Ganesh Visarjan Muhurat) कर सकते हैं। यदि आप किसी कारणवश गणपति की प्रतिमा का विसर्जन नहीं कर पा रहे हैं, तो विशेषज्ञ ज्योतिषियों की सलाह लेकर घर में शुभ और शक्तिशाली गणेश यंत्र की स्थापना कर सकते हैं, जिससे भगवान गणेश का आशीर्वाद बना रहे।

गणेश विसर्जन के समय रखे इन बातों का ध्यान

गणपति बप्पा को घर से विदा करते समय कुछ खास परंपराओं का पालन करना बेहद जरूरी होता है। यहां हम सरल और भावनात्मक तरीके से घर पर गणेश विसर्जन की विधि (Ganesh Visarjan Puja Vidhi) बता रहे हैं, जिसे आप पूरे श्रद्धा और प्यार के साथ कर सकते हैं:
  1. सुबह की शुरुआत आरती से करें:
    दिन की शुरुआत परिवार और दोस्तों के साथ गणपति बप्पा की आरती करके करें। ‘सुखकर्ता दुःखहर्ता’ और ‘जय गणेश देवा’ जैसे पारंपरिक भजन गाकर माहौल को भक्तिमय बनाएं।

  2. बप्पा को अर्पित करें प्रेम:
    दीया जलाएं, अगरबत्ती, फूल, चंदन, मिठाई और सुगंध अर्पित करें। ये आपकी भक्ति और सम्मान का प्रतीक होंगे।

  3. विसर्जन की तैयारी:
    जैसे ही विसर्जन का समय (Ganesh Visarjan Time) पास आए, सभी लोग पूजा स्थान के पास एकत्र हों। मूर्ति को हटाने से पहले धीरे-धीरे थोड़ा सा खिसकाएं, ताकि यह संकेत मिले कि बप्पा अब विदा हो रहे हैं।

  4. बप्पा को कहें धन्यवाद:
    गणपति जी का आभार व्यक्त करें कि उन्होंने आपके घर को अपनी उपस्थिति से धन्य किया। उनके आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा के लिए दिल से धन्यवाद करें। (Ganesh Visarjan) 

  5. पूजा सामग्री तैयार करें:
    बप्पा को अक्षत (हल्दी मिले कच्चे चावल) चढ़ाएं और थोड़ा दही उनके हाथ में रखें। एक लाल कपड़े में सूखा नारियल, गुड़ और पंच मेवा (5 अनाज) बांधें और उसे मूर्ति के पास रखें – यह उनकी यात्रा के लिए प्रसाद के रूप में होता है।

  6. विसर्जन से पहले घर में घुमाएं मूर्ति:
    मूर्ति को धीरे-धीरे घर के सभी कमरों में ले जाएं, जिससे हर कोना गणेश जी की कृपा से भर जाए।

  7. नारियल तोड़ने की परंपरा:
    घर से निकलते समय कोई एक व्यक्ति नारियल लेकर बप्पा के सिर के ऊपर तीन बार घुमाए और फिर जमीन पर फोड़ दे। इस नारियल को भी विसर्जन के समय साथ ले जाएं।

  8. अंतिम आरती और विसर्जन:
    विसर्जन स्थल पर पहुंचकर एक बार फिर सभी के साथ मिलकर आरती करें। मूर्ति से सभी फूल और सजावट हटा दें और फिर श्रद्धा के साथ विसर्जन करें।

गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan 2025) न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह उन पलों की विदाई है जो आपने बप्पा के साथ बिताए। इस दौरान आपके मन में बप्पा के प्रति आभार, प्रेम और अगली बार फिर से बुलाने की भावना होनी चाहिए – "गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ!"

ganesh Visarjan

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गणेश विसर्जन के समय भूलकर भी न करे ये गलतियां

गणपति बप्पा को विदाई देते समय कुछ खास बातों का पालन करना बेहद ज़रूरी होता है, ताकि उनकी कृपा सदा बनी रहे:

▪️ विसर्जन के समय (Ganesh Visarjan 2025) सादगी अपनाएं: जब बप्पा को विसर्जन के लिए ले जाएं तो कोशिश करें कि चमड़े से बनी चीजें जैसे बेल्ट, पर्स या घड़ी अपने पास न रखें। और यदि संभव हो तो नंगे पांव जाकर मूर्ति का विसर्जन करें – यह एक विनम्र भाव का प्रतीक है।

▪️ प्राकृतिक प्रतिमा का करें चयन: पूजा में प्लास्टिक से बनी मूर्तियों या चित्रों का इस्तेमाल करने से बचें। मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा ही स्थापित करें और विसर्जन के समय बप्पा से जीवन में सुख-शांति की प्रार्थना करें।

▪️ काले वस्त्रों से करें परहेज़: गणेश जी शुभता और सकारात्मकता के देवता हैं, इसलिए उनकी पूजा या विसर्जन के समय काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।

▪️ सम्मान के साथ करें विदाई: मूर्ति का विसर्जन (Ganesh Visarjan) करते वक्त उसे झटका देकर या असावधानी से न फेंकें। बप्पा से पूरे आदर और भाव के साथ प्रार्थना करें, यदि पूजा में कोई त्रुटि रह गई हो तो क्षमा मांगें और फिर प्रतिमा को धीरे से गहरे पानी में विसर्जित करें।

इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप बप्पा को सम्मानपूर्वक विदाई दे सकते हैं और उनके आशीर्वाद के साथ एक शुभ भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।

विसर्जन के समय ले जाये ये वस्तुएं

आप जब गणपति बप्पा का विसर्जन करने जाएं, तो उनके साथ कुछ विशेष वस्तुएं ले जाना अच्छा माना जाता है, जैसे:
  • पूजा के दौरान इस्तेमाल किया गया कलश,
  • उसमें रखा पवित्र जल और अन्य सामग्री।

अगर आप चाहते हैं कि अगली बार भी बप्पा आपके घर पधारें और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे, तो विसर्जन (Ganpati visarjan) के बाद कुछ वस्तुएं अपने साथ वापस भी ला सकते हैं:

  • विसर्जन स्थल की थोड़ी-सी मिट्टी, जो घर में शुभता और ऊर्जा बनाए रखती है।
  • कलश का नारियल, जिसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने घर के मंदिर में आदरपूर्वक रखें।

अंत में, बस यही कामना है कि गणपति बप्पा आप सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें, आपके जीवन से सभी बाधाएं दूर करें, और आपके घर को भर दें सुख, शांति और समृद्धि से।

आपकी बात बिल्कुल सही है — आइए पहले लाइन को बिल्कुल नया और मानवीय अंदाज़ में बदलते हैं:


निष्कर्ष:

गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan 2025) वह पल होता है जब हमारी श्रद्धा, भक्ति और भावनाएं एक साथ उमड़ती हैं, और हम पूरे सम्मान व प्रेम के साथ बप्पा को विदा करते हैं। यह परंपरा हमें सिखाती है कि जीवन में हर शुरुआत का एक अंत भी होता है, और हर विदाई एक नई शुरुआत की ओर इशारा करती है। यदि विसर्जन विधिपूर्वक, श्रद्धा और नियमों के साथ किया जाए, तो भगवान गणेश का आशीर्वाद हमारे जीवन को सुख, समृद्धि और शांति से भर सकता है। विसर्जन (Ganpati Visarjan) के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखना भी उतना ही आवश्यक है जितना पूजा-पाठ का। तो आइए, प्रेम और सम्मान के साथ बप्पा को विदाई दें और अगले आगमन की आशा में उनके आशीर्वाद से जीवन को रोशन करें।

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