Mandir se Jude Niyam: पूजा कक्ष या मंदिर को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। लोग घर के मंदिर में अपने-अपने तरीके से अपने देवता की पूजा करते हैं। पूजा का पूरा फल पाने के लिए मंदिर की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना जरूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं मंदिर पूजा से जुड़े कुछ जरूरी नियम।
आप चाहें तो अपने मंदिर की रोजाना सफाई कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके पास इसके लिए समय नहीं है तो शनिवार के दिन मंदिर की साफ-सफाई करना अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि शनिवार के दिन मंदिर की सफाई (Pooja Mandir) करने से व्यक्ति की आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं।
सफाई करते समय सबसे पहले पूजा घर में गंगा जल छिड़कें। ऐसा करने से मंदिर की पवित्रता बनी रहती है और सकारात्मकता भी बनी रहती है। इसके अलावा गंगा जल छिड़कने से मां लक्ष्मी का वास भी बना रहता है।
पूजा के दौरान मुख्य रूप से दीपक भी जलाए जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि रोजाना पूजा से पहले दीपक को अच्छी तरह से साफ कर लिया जाए। जब आप पूजा घर की सफाई (Pooja Mandir) करें तो इस बात का ध्यान रखें कि देवी-देवताओं की मूर्तियां या तस्वीरें सीधे जमीन पर या नीचे नहीं रखनी चाहिए। मूर्तियां रखने से पहले उनके नीचे साफ कपड़ा बिछा लें या किसी ऊंचे स्थान पर रख दें।
जिस प्रकार सफाई के लिए शनिवार का दिन सर्वोत्तम माना जाता है। इसी तरह कुछ दिन ऐसे भी माने गए हैं जिन दिन भूलकर भी मंदिर की सफाई (Pooja Mandir) नहीं करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरुवार और एकादशी के दिन मंदिर की सफाई करना शुभ नहीं माना जाता है।
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